Bird Flu के खौफ के चलते 45 रुपये किलो तक सस्ता हो गया चिकन, 4 दिनों में कम हुई डिमांड
लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहे मांस और अंडे के व्यवसाय पर अब Bird Flu का साया मंडरा रहा है. पिछले कुछ दिनों में ना सिर्फ चिकन के डिमांड में कमी आई है बल्कि इसके रेट भी गिर गए हैं.
बाजार में पिछले 4 दिनों में चिकन की डिमांड कम हुई है और इसके भाव भी गिरे हैं. (फाइल फोटो)
बाजार में पिछले 4 दिनों में चिकन की डिमांड कम हुई है और इसके भाव भी गिरे हैं. (फाइल फोटो)
Bird Flu news Alert: पोल्ट्री का कारोबार (Poultry Business) करने वाले व्यापारियों का कहना है कि अभी मुर्गियों में बर्ड फ्लू की तस्दीक नहीं हुई है, इसके बावजूद बाजार में पिछले 4 दिनों में चिकन की डिमांड कम हुई है और इसका भाव भी गिरा है. कई शहरों में थोक में मुर्गा 120 से 90 रुपये प्रति किलो के नीचे आ गया. पोल्ट्री फार्म मालिक और गाजीपुर (Ghazipur) मंडी में चिकन का कारोबार करने वाले व्यापारियों का दावा है कि अभी तक चिकन में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की तस्दीक नहीं हुई है. इसके बावजूद ग्राहकों में खौफ के चलते ही यह चिकन सस्ता हो गया है. बीते 2 दिन में ही चिकन (Chicken) के भाव प्रति किलो 45 रुपये तक कम हो गए हैं. एशिया की सबसे बड़ी चिकन मंडी गाजीपुर में ग्राहकों की आमद भी कम हो गई है. होटलों को होने वाली सप्लाई पर भी असर पड़ा है.
यही वजह है कि देखते ही देखते दो-तीन दिन में चिकन की डिमांड कम हो गई है. गाज़ीपुर से दिल्ली-एनसीआर समेत कुछ और दूसरे इलाकों में चिकन सप्लाई होता है. अकेले गाजीपुर मंडी से ही रोज 5 लाख तक मुर्गे सप्लाई किए जाते हैं, लेकिन अब यह संख्या घटने लगी है.
60 से 70 रुपये किलो पर आ गए चिकन के रेट (Rates come to 60 to 70 rupees per kg)
कारोबारियों का कहना है कि तीन दिन पहले तक गाज़ीपुर मंडी में 90 रुपये से 105 रुपये किलो तक चिकन बिक रहा था. लेकिन बर्ड फ्लू की खबरें मीडिया में आते ही अब इसकी डिमांड कम हो गई है. 6 जनवरी को चिकन 80 रुपये किलो पर आ गया था. वहीं आज ( गुरुवार) को चिकन के रेट एकदम से घटते हुए 60 रुपये किलो पर आ गए. जिस तरह से बर्ड फ्लू की खबरें और तेज हो गईं हैं तो उसे देखकर लगता है कि अभी दाम और गिरेंगे.
कोरोना काल में अफवाह ने तोड़ दी थी कमर (Loss of 65 thousand crores)
आपको बता दें कि पिछले साल सोशल मीडिया में पक्षियों में कोरोना होने की अफवाह के चलते लोगों ने चिकन, मटन, अंडे खाना बंद कर दिया था. एक अनुमान के मुताबिक पोल्ट्री उद्योग को चारे के रूप में मक्का, बाजरा, सोयाबीन आदि को उत्पादन करने वाले किसानों को 35 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था. जबकि पोल्ट्री उद्योग 65 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था.
TRENDING NOW
Pharma सेक्टर के स्मॉलकैप स्टॉक में तुरंत कर लें खरीदारी; मिलेगा मोटा रिटर्न! एक्सपर्ट ने दिया ये टारगेट
कमजोर बाजार में खरीद लें जीरो डेट कंपनी वाला स्टॉक! करेक्शन के बाद बन सकता है पैसा, छुएगा ₹930 का लेवल
क्या होता है बर्ड फ्लू (What is bird flu)
बर्ड फ्लू कई तरह के होते हैं लेकिन एच-5एन-1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस है जो इंसानों को संक्रमित करता है. बर्ड फ्लू प्रवासी जलीय पक्षियों खासतौर से जंगली बतख से फैलता है. ये पालतू मुर्गियों में आसानी से फैल जाता है. ये बीमारी संक्रमित पक्षी के मल, नाक के स्राव, मुंह के लार या आंखों से निकलने वाली पानी के संपर्क में आने से होती है. संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वाले जानवर और इंसान इस वायरस से आसानी से संक्रमित हो जाते हैं.
लक्षण (Symptoms of bird flu)
पूरी तरह से सांस न ले पाना
खांसी की दिक्कत होना
कफ का बनना और जमा होना
सिर में दर्द बने रहना
उल्टी का एहसास होना
बुखार आने के साथ शरीर अकड़ना
शरीर में दर्द बने रहना
थोड़ा काम करने पर थकान आ जाना
पेट में दर्द होना
बचाव (How to protect from bird flu)
घर में पालतू पक्षियों को न रखें
खुले बाजार या छोटी जगहों से मांस की खरीदारी न करें
संक्रमण से बचने के लिए हाथों को लगातार धोते और सेनेटाइज करते रहें
पक्षियों के संपर्क में आने से बचें
बर्ड फ्लू के लक्षण दिखने पर 48 घंटे के अंदर डाक्टर की सलाह पर तुरंत दवा लें
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
Zee Business App: पाएं बिजनेस, शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, इकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूज, देश-दुनिया की खबरें, देखें लाइव न्यूज़. अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप.
05:30 PM IST