LIC IPO में पॉलिसीधारकों को मिलेगा खास फायदा; खुलवा लें अपना Demat Account, ये है प्रॉसेस
How to open demat account: जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ आने वाला है. बीमा कंपनी ने अपने पॉलिसीधारकों से कहा है कि वे अपना PAN अपडेट करा लें.
(File Image)
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Demat account for LIC IPO: जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ आने वाला है. बीमा कंपनी ने अपने पॉलिसीधारकों से कहा है कि वे अपना PAN अपडेट करा लें. जिससे कि वो प्रस्तावित पब्लिक ऑफर में बोली लगा सके. साथ ही अगर अगर पॉलिसीधारक के पास डीमैट अकाउंट नहीं है, तो वे खुलवा लें. एलआईसी के प्रस्तावित इश्यू प्लान के मुताबिक, आईपीओ इश्यू साइज का 10 फीसदी तक हिस्सा पॉलिसीधारकों के लिए रिजर्व्ड होगा. भारत में किसी भी IPO में हिस्सा लेने के लिए एक वैलिड डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. ऐसे में आइए जानते हैं डीमैट अकाउंट (Demat Account) है क्या, इसे कैसे खुलवाया जा सकता है, क्या डॉक्युमेंट देने पड़ते हैं और इसकी प्रक्रिया क्या है.
क्या है डीमैट अकाउंट (What is Demat Account)
देश में किसी भी व्यक्ति को शेयर बाजार में सीधे निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट खुलवाना जरूरी है. बिना डीमैट अकाउंट के शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का शेयर स्टॉक एक्सचेंज में खरीदा-बेचा नहीं जा सकता है. डीमैट अकाउंट में शेयर के अलावा म्यूचुअल फंड यूनिट, डिबेंचर, बॉन्ड और सरकारी सिक्युरिटीज भी रखी जा सकती हैं. डीमैट अकाउंट को ब्रोकर या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन के जरिए खुलवाया जा सकता हैं. सरल शब्दों में समझें तो डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह ही काम करता है. फर्क इतना ही है कि बैंक अकाउंट में पैसों का लेनदेन होता है और डीमैट अकाउंट में शेयरों का ट्रांजैक्शन होता है.
कैसे खुलवाएं डीमैट अकाउंट (How to open Demat Account)
डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए सबसे पहले आपको डिपॉजिटिरी पॉर्टिसिपेंट (DP) चुनना होगा. यह कोई अथराइज्ड बैंक, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन या ब्रोकर हो सकता है. जिसके पास डीमैट अकाउंट खुलवाया जा सकता है. DP का चयन करना आमतौर पर ब्रोकरेज चार्जेज, एनुअल चार्ज और लीवरेज के आधार पर करना चाहिए. डीपी सलेक्ट करने के बाद अकाउंट ओपनिंग फॉर्म और KYC फॉर्म भरकम सबमिट कराना होगा. इसके साथ आपको कुछ डॉक्यूमेंट्स देना होगा.
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- PAN कार्ड
- रेजिडेंस प्रूफ
- ID प्रूफ
- पासपोर्ट साइज फोटो
वेरिफिकेशन प्रक्रिया के लिए अपने साथ ओरिजनल कॉपीी जरूर रखें. इसके अलावा आपको बैंक डिटेल देने के लिए एक कैंसल्ड चेक भी देना होगा. इसके बाद आपको एक एग्रीमेंट साइन करना होगा, जिसमें डीमैट होल्डिंग से जुड़े सभी नियम, अधिकार और रेग्युलेशन की जानकारी होगी. नियम-शर्तों को सावधानी से पढ़ लेना चाहिए. अगर किसी भी तरह का संदेह हो तो उसे क्लियर करने में किसी तरह का संकोच न करें.
एकबार जब आपको डीमैट अकाउंट खुल जाएगा, तो आपको DP से एक यूनिक क्लाइंट आईडी मिलेगी. इसके अन्य डिटेल होंगी, जिसके जरिए आपको डीमैट अकाउंट लॉनलाइन एक्सेस करने में मदद मिलेगी. इसके अलावा, DP की ओर से आपको एक इंस्ट्रक्शन स्लिप भी मिलेगी, जिसका इस्तेमाल ट्रांसफर, पर्चेज जैसी डिपॉजिटरी सर्विसेज के इस्तेमाल में किया जा सकेगा. डीमैट अकाउंट में शेयर या फाइनेंशियल सिक्युरिटीज की कोई 'मिनिमम बैलेंस' की जरूरत नहीं होती है. आप सिंगल PAN पर एक से अधिक डीमैट अकाउंट लिंक्स कर सकते हैं, हालांकि, डीपी अलग-अलग होना चाहिए.
डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोलें (How to open demat account online)
- सबसे पहले DP की वेबसाइट पर जाएं
- 'ओपन डीमैट अकाउंट' टैब पर क्लिक करें.
- जरूरी डिटेल भरें और OTP के जरिए कन्फर्म करें
- इसके बाद DP डीमैट अकाउंट खोलने की आगे की औपचारिकता पूरी करेगा
- आपकी तरफ से अपलोड किए गए डॉक्युमेंट्स को वेरीफाई करने का काम एक डीपी एक्जीक्यूटिव करेगा.
- फोन कॉल या ब्रोकरेज फर्म के एक्जीक्यूटिव से फिजिकल विजिट के जरिए भी किया जा सकता है.
- आज के समय में ब्रोकरेज फर्म टेली-वेरिफिकेशन की भी सुविधा दे रहे हैं.
एक बार डिटेल वेरीफाई होने के बाद आपके अकाउंट को आधिकारिक रूप से शेयर ट्रेडिंग के लिए मंजूरी मिल जाएगी. आपको डीमैट सर्विस प्रोवाइडर की ओरसे आपको DP ID, बेनेफिशियरी ID या डीमैट अकाउंट नंबर और पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) नंबर जैसी डिटेल मिलेगी. इसके बाद अब किसी भी IPO में निवेश के लिए पूरी तरह एलिजिबिल हैं.
( नोट: डीमैट अकाउंट खुलवाने की डिटेल एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट से ली गई है. )
LIC IPO को जुलाई में कैबिनेट ने दी थी मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस साल जुलाई में LIC में विनिवेश को मंजूरी दी थी. साथ ही वित्त मंत्री की अध्यक्षता वाले पैनल को एलआईसी में सरकार की कितनी हिस्सेदारी बेची जाएगी, यह तय करने की जिम्मेदारी दी गई. जीवन बीमा निगम के प्रस्तावित आईपीओ के लिए सरकार ने फाइनेंस एक्ट 2022 के जरिए LIC Act में जरूरी संशोधन भी किया. फरवरी में बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि एलआईसी का आईपीओ 2021-22 में आएगा.
विनिवेश से 1.75 लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्य
केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष में स्टेक सेल और प्राइवेटाइजेशन के जरिए हिस्सेदारी बेचकर 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. इसमें से 1 लाख करोड़ रुपये सरकारी बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस में हिस्सेदारी बेचकर जुटाए जाने है. जबकि बाकी 75,000 करोड़ रुपये CPSE विनिवेश प्राप्तियों के जरिए किया जाएगा.
10:07 AM IST