FPI ने इस फिस्कल में अब तक 1.71 लाख करोड़ का किया निवेश, सितंबर में करीब ₹49000 करोड़ डाले
FPI ने इस साल अब तक देश में 1.71 लाख करोड़ रुपए से अधिक निवेश किया है. सितंबर के महीने में भारतीय बाजार में अब तक करीब 49000 करोड़ रुपए डाले गए हैं.
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने वित्त वर्ष 2023-24 में भारत में शुद्ध रूप से 3,39,066 करोड़ रुपए का निवेश किया था जो देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है. सरकार के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में FPI ने अब तक 1,71,248 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया है.एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने (26 सितंबर तक) भारतीय इक्विटी में 48,822 करोड़ रुपए की लिवाली की है.
IPO बाजार में तेजी इकोनॉमी में मजबूती के संकेत
हाल ही में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती से उत्साहित होकर FPI लगातार बाजार में लिवाल बने हुए हैं. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का तेजी से बढ़ता आईपीओ बाजार इसकी आर्थिक मजबूती का भी प्रमाण है, क्योंकि हुंडई और एलजी जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियां अब देश में सूचीबद्ध होने का विकल्प चुन रही हैं.
FY24 में 272 आईपीओ बाजार में आए
वित्त वर्ष 2023-24 में आईपीओ की संख्या 66 फीसदी बढ़कर 272 हो गई. यह वित्त वर्ष 2022-23 में 164 थी. इसी अवधि के दौरान आईपीओ से जुटाई गई राशि 24 फीसदी बढ़कर 54,773 करोड़ रुपए से 67,995 करोड़ रुपए पर पहुंच गई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के अनुसार, सितंबर में आईपीओ की संख्या 14 साल का रिकॉर्ड तोड़ने वाली है. यह बदलाव वैश्विक वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र में भारत के बढ़ते महत्व की पुष्टि करता है.
लोकल कंपनियों में स्ट्रैटिजिक इन्वेस्टमेंट
TRENDING NOW
गिरते बाजार में कमाई कराएंगे ये शेयर! इंट्राडे से लेकर एक साल के नजरिए तक...एक्सपर्ट ने चुने ये स्टॉक्स
ITR भरने में गलती से भी न कर देना ये Mistake, वरना लगेगा 10 लाख रुपये का जुर्माना, आयकर विभाग ने किया अलर्ट
देवभूमि के इस Hill Station पर कभी भारतीयों को पैर रखने की भी नहीं थी इजाजत, अंग्रेजों ने लिखवाया था 'Indians Not Allowed'
गिरते बाजार में क्या करें ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स, अनिल सिंघवी से जानें- पोर्टफोलियो को नुकसान से कैसे बचाएं?
ट्रंप की जीत ने पलट दिया पासा, अब भारतीय शेयर बाजार पकड़ेगा तेज रफ्तार, ग्लोबल ब्रोकरेज ने किया बड़ा ऐलान
बाजार में गिरावट से टॉप 8 कंपनियों को लगा तगड़ा झटका, ₹1.65 लाख करोड़ घटा मार्केट कैप, ये 2 कंपनियां रही फायदे में
सीधे तौर पर खरीदारी का विकल्प चुनने की बजाय ये कंपनियां भारत के अनूठे कारोबारी माहौल में सहयोग के रणनीतिक मूल्य को पहचानते हुए स्थानीय कंपनियों के साथ तेजी से साझेदारी की तलाश कर रहे हैं. मंत्रालय ने कहा, "यह प्रवृत्ति वैश्विक व्यापार रणनीतियों को आकार देने में एक बाजार से एक महत्वपूर्ण भागीदार बनने तक भारत के विकास को दर्शाती है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर इसकी भूमिका और मजबूत हुई है."
भारत अगले 3 दशकों के ग्रोथ के लिए तैयार
जेपी मॉर्गन के सीईओ जेमी डिमन ने हाल ही में कहा था कि भारत अपने जनसांख्यिकीय लाभ और वैश्विक अर्थव्यवस्था में रणनीतिक स्थिति के कारण अगले 30 साल तक निरंतर विकास के लिए तैयार है. डिमन ने कहा कि भारत की विकास क्षमता इसकी तरलता और मूल्यांकन की गतिशीलता से जटिल रूप से जुड़ी हुई है.
दुनिया में चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार
दुनिया के चौथे सबसे बड़े शेयर बाजार के साथ भारत में दैनिक औसत नकदी-व्यापार का स्तर कोरोना काल से पहले के स्तर से तीन गुना बढ़ गया है. मंत्रालय के अनुसार, यद्यपि विदेशी पोर्टफोलियो में हाल ही में मंदी देखी गई है, लेकिन भारत के उच्च रिटर्न वाले बाजार और मजबूत विकास क्षमता निवेशकों को आकर्षित कर रही है.
अभी और आएगा विदेशी निवेश
जेपी मॉर्गन के पूंजी बाजार के वैश्विक प्रमुख केविन फोले ने कहा कि उच्च तरलता के कारण खुदरा क्षेत्र की खरीदारी में और अधिक विदेशी निवेश आने की उम्मीद है. रिपोर्ट में कहा गया है कि युवा आबादी, फलती-फूलती डिजिटल अर्थव्यवस्था और बढ़ते विनिर्माण आधार के साथ भारत अपनी युवा आबादी के कारण लाभ की स्थिति में है और सतत आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए नवाचार को अपना रहा है. इसमें कहा गया है कि देश की विविध क्षमताएं सेवा, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी सहित अनेक उद्योगों में फैली हुई हैं, जो विकास के लिए व्यापक अवसर प्रदान करती हैं.
12:01 PM IST