Vande Bharat: 5 साल में कितनी एडवांस हो गई है वंदे भारत ट्रेन, जानिए Vande Bharat 2.0 के खास फीचर्स
Vande Bharat Express 2.0: देश में पहली वंदे भारत ट्रेन को पीएम मोदी ने 18 फरवरी, 2019 को वाराणसी से नई दिल्ली के बीच हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. तब से लेकर अभी तक पांच साल के वक्त में वंदे भारत ट्रेन भी काफी एडवांस हो चुकी है.
Vande Bharat Express 2.0: पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 12 मार्च को एक साथ 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसी के साथ देश में वर्तमान में 50 से अधिक जोड़ी वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं. देश में पहली वंदे भारत ट्रेन को पीएम मोदी ने 18 फरवरी, 2019 को वाराणसी से नई दिल्ली के बीच हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. तब से लेकर अभी तक पांच साल के वक्त में वंदे भारत ट्रेन भी काफी एडवांस हो चुकी है. आइए जानते हैं कि Vande Bharat 2.0 में लोगों को कितने सारे एडवांस फीचर्स मिल रहे हैं.
कितनी खास है वंदे भारत 2.0?
- 160 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने का समय 140 सेकंड.
- 3.5 (सवारी सूचकांक) पर यात्रियों के लिए बेहतर सवारी आराम.
- स्लाइडिंग फुटस्टेप और टच फ्री स्लाइडिंग दरवाजे के साथ स्वचालित प्लग दरवाजे.
- एग्जीक्यूटिव क्लास में घूमने वाली सीटें.
- जीएसएम/जीपीआरएस के माध्यम से नियंत्रण केंद्र / रखरखाव कर्मचारियों को एयर कंडीशनिंग, संचार और फीडबैक की निगरानी के लिए कोच नियंत्रण प्रबंधन प्रणाली.
- हवा की रोगाणु मुक्त आपूर्ति के लिए यूवी लैंप के साथ उच्च दक्षता कंप्रेसर का उपयोग करके बेहतर गर्मी वेटिलेशन और एयर कंडीशनिंग नियंत्रण.
- वातानुकूलित हवा के मौन और समान वितरण के लिए विशेष एयर कंडीशनिंग डक्ट.
- दिव्यांगजन यात्रियों के लिए विशेष शौचालय.
- स्पर्श-मुक्त सुविधाओं के साथ बायो वैक्यूम शौचालय.
- सीट हैंडल पर सीट नंबर ब्रेल अक्षरों में भी दिए गए हैं.
- हर कोच में 32" यात्री सूचना और इंफोटेनमेंट सिस्टम.
- बेहतर ट्रेन नियंत्रण प्रबंधन के लिए लेवल॥ सुरक्षा एकीकरण प्रमाणन.
- कवच (ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली).
- प्रत्येक कोच में आपातकालीन प्रकाश व्यवस्था.
- कोच के बाहर रियर व्यू कैमरे सहित 4 प्लेटफार्म साइड कैमरे.
- बेहतर अग्निशमन सुरक्षा उपाय जैसे एस्पिरेशन आधारित अग्नि जांच और दमन.
- सभी कोचों में प्रणाली और विद्युत कक्षों और शौचालयों में एयरोसोल आधारित अग्नि जांच और दमन प्रणाली.
- हर कोच में 4 आपातकालीन खिड़कियां.
- आपातकालीन टॉक बैक इकाइयां.
- वॉयस रिकॉर्डिंग सुविधा के साथ ड्राइवर-गार्ड संचार.
- नीचे लटके हुए विद्युत उपकरणों के लिए बेहतर फ्लड प्रूफिंग जो 650 मिमी की ऊंचाई तक बाढ़ का सामना करेगी.
Written By:
ज़ीबिज़ वेब टीम
Updated: Wed, Mar 13, 2024
09:53 PM IST
09:53 PM IST
नई दिल्ली
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