SBI Home Loan: ब्याज दर में 0.40% इजाफा; 20 साल के लिए 25 लाख लोन की कितनी बढ़ गई EMI
SBI home loan Calculator: (SBI) ने होम लोन (sbi home loan) में जहां दरों में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. एसबीआई के वैसे होम लोन महंगे हुए हैं जो EBLR (एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट्स) से जुड़े हैं. नई दरें 1 जून 2022 से लागू हो गईं.
(Representational Image)
(Representational Image)
SBI home loan: रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद कॉमर्शियल बैंकों की ओर से कर्ज महंगा हो रहा है. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने होम लोन (sbi home loan) में ब्याज दरों में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. एसबीआई के वैसे होम लोन महंगे हुए हैं, जो EBLR (एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट्स) से जुड़े हैं. नई दरें 1 जून 2022 से लागू हो गईं. Home Loan EMI Calculator से जानते हैं कि अगर आपने 20 साल के लिए 25 लाख रुपये का लोन लिया है, तो आपकी ब्याज दरें बढ़ने के बाद आपके लोन की EMI कितनी बढ़ जाएगी.
EMI का समझें कैलकुलेशन
दरें बढ़ने से पहले EMI
लोन अमाउंट: 25 लाख रुपये
लोन टेन्योर: 20 साल
ब्याज दर: 6.95% सालाना
EMI: 19,308 रुपये
कुल टेन्योर में ब्याज: 2,133,803 रुपये
कुल पेमेंट: 4,633,803 रुपये
TRENDING NOW
गिरते बाजार में कमाई कराएंगे ये शेयर! इंट्राडे से लेकर एक साल के नजरिए तक...एक्सपर्ट ने चुने ये स्टॉक्स
ITR भरने में गलती से भी न कर देना ये Mistake, वरना लगेगा 10 लाख रुपये का जुर्माना, आयकर विभाग ने किया अलर्ट
देवभूमि के इस Hill Station पर कभी भारतीयों को पैर रखने की भी नहीं थी इजाजत, अंग्रेजों ने लिखवाया था 'Indians Not Allowed'
गिरते बाजार में क्या करें ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स, अनिल सिंघवी से जानें- पोर्टफोलियो को नुकसान से कैसे बचाएं?
ट्रंप की जीत ने पलट दिया पासा, अब भारतीय शेयर बाजार पकड़ेगा तेज रफ्तार, ग्लोबल ब्रोकरेज ने किया बड़ा ऐलान
दरें बढ़ने के बाद EMI
लोन अमाउंट: 25 लाख रुपये
लोन टेन्योर: 20 साल
ब्याज दर: 7.35% सालाना (0.40 फीसदी बढ़ने के बाद रेट)
EMI: 19,911 रुपये
कुल टेन्योर में ब्याज: 2,278,677 रुपये
कुल पेमेंट: 4,778,677 रुपये
(नोट: यह कैलकुलेशन SBI होम लोन EMI कैलकुलेटर पर आधारित है.)
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक्ड है नए होम लोन
रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक, अब बैंकों के होम लोन मार्जिनल कॉस्ट लेडिंग रेट (MCLR) और रेपो लिंक्ड लेडिंग रेट (RLLR) से लिंक्ड होते हैं. 2019 में आरबीआई ने सभी बैंकों को कहा था कि वे नए होम लोन को एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक करें, क्योंकि बैंक रिजर्व बैंक के रेपो रेट घटाने का पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं दे रहे थे. बता दें, कोरोना महामारी के दौरान रिजर्व बैंक ने डिमांड और ग्रोथ को बनाए रखने के लिए ब्याज दरों में 115 बेसिस प्वाइंट (मार्च 2020 में 0.75 फीसदी और मई 2020 में 0.40 फीसदी) की बड़ी कटौती की थी.
10:57 AM IST