Top 3 Flexi cap funds: ₹10,000 की मंथली SIP से 5 साल में बना ₹11 लाख तक फंड, मार्च में भी आया तगड़ा निवेश
Top 3 Flexi Cap Funds: फ्लेक्सी कैप फंड्स (Flexi Cap Funds) कैटेगरी में इस साल लगातार तीसरे महीने निवेशकों ने जमकर खरीदारी की. इन फंड्स में पिछले महीने 1,107 करोड़ का निवेश आया.
Top 3 Flexi Cap Funds: बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद म्यूचुअल फंड्स में निवेशक लगातार पैसा लगा रहे हैं. इस साल लगातार तीसरे महीने मार्च में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में इनफ्लो हुआ. मार्च 2023 में इक्विटी फंड्स में कुल 20534.21 करोड़ रुपये का निवेश आया. इक्विटी कैटिगरी में सबसे ज्यादा निवेशक सेक्टोरल फंड्स में 3928.97 करोड़ रुपये का देखने को मिला. वहीं फ्लेक्सी कैप फंड्स (Flexi Cap Funds) कैटेगरी में इस साल लगातार तीसरे महीने निवेशकों ने जमकर खरीदारी की. इन फंड्स में पिछले महीने 1,107 करोड़ का निवेश आया. फ्लेक्सी कैप फंड्स की टॉप परफॉर्मिंग फंड्स की बात करें तो उनमें 10,000 मंथली SIP से 5 साल में 11 लाख रुपये ज्यादा का फंड बन गया. निवेशकों को इन स्कीम्स में 25 फीसदी तक सालाना रिटर्न मिला.
Top 3 Flexi Cap Funds
Quant Flexi Cap Fund
क्वांट फ्लेक्सी फंड का SIP रिटर्न बीते 5 साल में 25.22 फीसदी सालाना रहा है. इस स्कीम में 10,000 रुपये का मंथली निवेश 5 साल में बढ़कर 11.18 लाख रुपये हो गया. इस स्कीम में मिनिमम निवेश 5,000 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 1,000 रुपये है.
HDFC Retirement Savings Fund Equity Plan
HDFC रिटायरमेंट सेविंग्स फंड इक्विटी प्लान का SIP रिटर्न बीते 5 साल में 20.36 फीसदी सालाना रहा है. इस स्कीम में 10,000 रुपये का मंथली निवेश 5 साल में बढ़कर 9.95 लाख रुपये हो गया. इस स्कीम में मिनिमम निवेश 100 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 100 रुपये है.
TRENDING NOW
Parag Parikh Flexi Cap Fund
पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड का SIP रिटर्न बीते 5 साल में 19.65 फीसदी सालाना रहा है. इस स्कीम में 10,000 रुपये का मंथली निवेश 5 साल में बढ़कर 9.77 लाख रुपये हो गया. इस स्कीम में मिनिमम निवेश 1,000 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 1,000 रुपये है.
(नोट: यहां फंड की एनएवी 13 अप्रैल 2023 तक वैल्यू रिसर्च के मुताबिक है.)
Flexi Cap क्या हैं?
फ्लेक्सी-कैप फंड्स (Flexi Cap Funds) म्यूचुअल फंड की एक कैटेगरी है. यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है. फ्लेक्सी-कैप फंड में फंड मैनेजर के पास निवेशकों के निवेश पर बेहतर रिटर्न दिलाने के लिए किसी भी कैटेगरी की कंपनी के शेयर चुनने की आजादी होती है. इसमें फंड मैनेजर के सामने निश्चित मार्केट कैपिटलाइजेशन की कंपनियों की बाध्यता नहीं होती है. इससे फंड मैनेजर को डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिलती है. फ्लेक्सी-कैप स्कीम्स में महंगाई दर को मात देने और फिक्स्ड इनकम इन्स्ट्रूमेंट्स से ज्यादा रिटर्न देने की क्षमता रहती है. लॉर्ज कैप फंड्स के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी इक्विटी म्यूचुअल फंड कैटैगरी है.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2023 में फ्लेक्सी कैप फंड्स में 1107 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखा गया. इस साल लगातार तीसरे महीने इस कैटेगरी में इनफ्लो देखा गया. इससे पहले, फरवरी में फ्लेक्सी कैप में 1,802 करोड़ और जनवरी में 1,005.62 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ था.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले स्वयं पड़ताल करें या अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
09:58 PM IST