World Hypertension Day 2023: हाइपरटेंशन से जूझ रहे मरीज कैसे चुनें इंश्योरेंस प्लान, यहां जानिए
हाईपरटेंशन के बढ़ते खतरों से खुद को बचाने के लिए हर संभव उपाय करना जरूरी है. इसकी तैयारी के लिए पहला कदम एक कॉमप्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है. यहां जानिए पहले से हाइपरटेंशन से जूझ रहे मरीज अपने लिए कैसे प्लान का चुनाव करें.
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हाइपरटेंशन को अक्सर साइलेंट किलर के रूप में करार दिए जाने का प्रमुख कारण यह है कि कई बार इसके लक्षणों पर किसी का ध्यान नहीं जाता है और जब पता चलता है, तब तक बहुत देर हो जाती है. हाइपरटेंशन को हृदय रोग का बड़ा कारण माना जाता है. हाई बीपी किसी भी आयुवर्ग के लिए बड़ी समस्या पैदा कर सकता है. लेकिन बुजुर्गों के लिए स्थिति और ज्यादा खतरनाक हो सकती है.
हाईपरटेंशन के बढ़ते खतरों से खुद को बचाने के लिए हर संभव उपाय करना जरूरी है. इसकी तैयारी के लिए पहला कदम एक कॉमप्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है जो मेडिकल खर्च और हेल्थ सर्विस के व्यापक स्पेक्ट्रम के लिए पर्याप्त कवरेज प्रदान करती है. पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के हेल्थ इंश्योरेंस के बिजनेस-हेड सिद्धार्थ सिंघल के मुताबिक पहले हाईपरटेंशन कवरेज एक वेटिंग पीरियड के साथ आता था, लेकिन अब ये पहले से मौजूद बीमारियों को कवर करता है यानी इसमें बिना किसी वेटिंग पीरियड के पहले से मौजूद बीमारियों को कवरेज मिलती है.
पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के हेल्थ इंश्योरेंस के बिजनेस-हेड सिद्धार्थ सिंघल का कहना है कि इंश्योरेंस कंपनियां उन बीमारी को पहले से मौजूद बीमारी (Pre-existing Diseases- PED) के रूप में वर्गीकृत करती हैं जिनसे व्यक्ति पॉलिसी खरीदने के 48 महीने पहले तक ग्रसित हुआ हो. इस तरह, अगर कोई बुजुर्ग या पहले से हाई बीपी से जूझ रहा कोई व्यक्ति एक नई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना चाहता है, तो वो आमतौर पर बीमाकर्ता के लिए PED श्रेणी में आते हैं. ऐसे मामलों में, ज्यादातर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी वेटिंग पीरियड के साथ आती थीं, जो 2 से 4 साल तक होती है, तब तक पॉलिसीधारक कोई क्लेम फाइल नहीं कर सकता है. हालांकि, उम्र, बीमारी और खरीदी गई इंश्योरेंस पॉलिसी के आधार पर वेटिंग पीरियड अलग-अलग हो सकता है.
ऐसे चुनें हाईपरटेंशन को कवर करने वाली पॉलिसी
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हाई सम इंश्योर्ड
हाईपरटेंशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें जीवन शैली में बदलाव के साथ-साथ नियमित दवाओं, डायग्नोस्टिक टेस्ट और डॉक्टर के परामर्श की जरूरत होती है. इन सभी की लागत आपकी जेब पर असर डालती है, खासकर अगर आप उम्रदराज हैं. इसलिए, अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए बीमा राशि चुनते समय, इन खर्चों का मूल्यांकन करें और एक हाई सम इंश्योर्ड चुनें, क्योंकि यह वित्तीय रूप से आपको सुरक्षित ऱखती है. वास्तव में, कुछ योजनाएं स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने के लिए पॉलिसी रिन्यूल के समय 100% वेलनेस बेनिफिट या प्रीमियम पर छूट की पेशकश भी करती हैं. कुछ योजनाएं अब आपको आधार कवर के 10 गुना तक अनकंज्यूम्ड सम इंश्योर्ड को आगे ले जाने की इजाजत भी देती हैं.
कोई वेटिंग पीरियड नहीं
न्यू-एज प्लान्स की तलाश करें जो पहले दिन से पीईडी या पहले से मौजूद बीमारियों को कवर करती हैं. हाइपरटेंशन के साथ बहुत सारे अन्य जोखिम भी आते हैं, जिनसे स्ट्रोक, विकलांगता या अन्य हृदय रोगों का खतरा होता है, इसलिए मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति भी अचानक ही सामने आती है. अगर वेटिंग पीरियड शामिल है, तो जरूरत के समय पर आपके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है. कुछ योजनाएं एक राइडर की पेशकश भी करती हैं जो आपको थोड़े से अतिरिक्त प्रीमियम के लिए वेटिंग पीरियड को समाप्त करने देती है. इसलिए, ऐसी स्कीम चुनें जो हाईपर टेंशन से संबंधित सभी स्थितियों के लिए बेहतर सर्विस जरूरत के समय में दे सके.
कोई को-पेमेंट या कैपिंग नहीं
वरिष्ठ नागरिकों के लिए योजनाएं पहले रूम रेंट की लिमिट या कोपेमेंट क्लॉज या सब-लिमिट जैसी बहुत सी सीमाओं के साथ आती थीं. ये सभी किसी के कवरेज को किसी न किसी तरह से प्रतिबंधित करते हैं. जबकि आप जिस प्रकार का रूम प्राप्त कर सकते है रूम रेंट कैपिंग उसे सीमित करता है, और कोपेमेंट क्लॉज की वजह से आपको अस्पताल के बिल का एक निश्चित प्रतिशत अपनी जेब से देना होगा. इसलिए, एक ऐसी योजना का चयन करें जो न्यूनतम प्रतिबंधों के साथ आती हो और आपको अधिक फ्लेक्सिबिलिटी की सुविधा देती हो.
बीमाकर्ता को PED घोषित करने का महत्व
एक सामान्य नियम के अनुसार, हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय, आपको किसी भी मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति के बारे में बीमाकर्ता के साथ हमेशा पूरी जानकारी देनी चाहिए. मेडिकल हिस्ट्री रोकने को छुपाने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जैसे क्लेम रिजेक्शन, और यहां तक कि कुछ मामलों में, पॉलिसी को रद्द भी किया जा सकता है. मेडिकल इमरजेंसी के समय, आखिरी चीज जो आपको जो नहीं चाहिए वह है आपका क्लेम खारिज हो जाना और अपनी खुद की बचत में से एक मोटी राशि का भुगतान करना. इसलिए, हमेशा पहले से मौजूद बीमारियों को बारे में बीमाकर्ता को सूचित करें करें, जैसे कि उच्च रक्तचाप, और अपने बीमाकर्ता से कहें कि वे ऐसे हेल्थ इंश्योरेंस के विकल्प साझा करें जो पीईडी को कवर करते हैं.
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04:03 PM IST