प्राइवेट जॉब करते हैं तो रट लीजिए ये फॉर्मूला, नौकरी चली भी गई तो पैसों का टेंशन नहीं रहेगा
जब मुश्किल वक्त आता है, तब लोग या तो दूसरों से मदद मांगते हैं या फिर फ्यूचर के लिए निवेश किए गए पैसे को खर्च करते हैं. लेकिन अगर आप अपनी कमाई पर 67:33 का फॉर्मूला अप्लाई कर दें तो मुश्किल समय में आपको पैसों की टेंशन कभी परेशान नहीं करेगी.
35 साल के मुकेश प्राइवेट जॉब करते हैं. उनके ऊपर परिवार की तमाम जिम्मेदारियां हैं, जो उनकी सैलरी से पूरी होती हैं. लेकिन एक दिन उनकी जॉब चली गई और उन्हें करीब 5-6 महीने तक बेरोजगार रहना पड़ा. इन हालातों में भी उनका कोई काम नहीं रुका. परिवार की सारी जरूरतों को वो बहुत आसानी से पूरा करते रहे. वो इसलिए क्योंकि उन्होंने इमरजेंसी के लिए खुद को हमेशा से तैयार कर रखा था और मुश्किल वक्त से निपटने के लिए इमरजेंसी फंड जमा करके रखा था.
हम में से ज्यादातर लोग पैसा कमाकर उसे इन्वेस्ट करने की बात तो करते हैं लेकिन Emergency Fund को गंभीरता से नहीं लेते. जब मुश्किल वक्त आता है, तब या तो वो दूसरों से मदद मांगते हैं या फिर फ्यूचर के लिए निवेश किए गए पैसे को खर्च करते हैं. जॉब चले जाने की समस्या, एक्सीडेंट, बीमारी जैसी परेशानियां किसी के सामने कभी भी आ सकती हैं. इनसे निपटने के लिए इमरजेंसी फंड बनाना बहुत जरूरी है. यहां जानिए वो फॉर्मूला जिसके जरिए अगर आप इमरजेंसी फंड बनाते हैं तो मुकेश की तरह मुश्किल समय कभी आया भी तो बहुत आसानी से गुजर जाएगा.
इस फॉर्मूले को करें अप्लाई
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की मानें तो 67:33 का फॉर्मूला बहुत काम का है. इस फॉर्मूले को अप्लाई करने के लिए आपको अपनी कमाई के दो हिस्से करने होंगे. ये हिस्से 67:33 के रेश्यो में होंगे. इसमें से 33% वाले हिस्से की आपको बचत करनी चाहिए और इसकी मदद से अपने और परिवार के लिए इमरजेंसी फंड तैयार करना चाहिए. उदाहरण के लिए- अगर आप 50,000 रुपए महीने कमाते हैं तो आपको अपनी सैलरी को 33,500 रुपए और 16,500 रुपए के हिस्सों में बांटना होगा. इसमें से 16,500 रुपए आपको बचत के तौर पर निकालने होंगे.
1 साल का इमरजेंसी फंड बनाएं
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फाइनेंशियल एक्सपर्ट दीप्ति भार्गव कहती हैं आमतौर पर छह महीने का इमरजेंसी फंड बनाने के लिए कहा जाता है, लेकिन आपको कम से कम 1 साल के लिए इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए. ये फंड आपके एक साल के मासिक खर्च के बराबर होना चाहिए. अगर आपके घर का मासिक खर्च 35 हजार रुपए है, तो आपके पास 4,20,000 रुपए इमरजेंसी फंड के तौर पर होने चाहिए. मुश्किल समय में आपके पास जितना पैसा हो, उतना आपके लिए अच्छा है.
इस तरह जल्दी बनेगा इमरजेंसी फंड
नौकरी के शुरुआती समय में बचत के पैसों से पहले खुद के लिए इमरजेंसी फंड बनाने पर ज्यादा फोकस करें. इसके अलावा अगर आपको नौकरी के दौरान इन्सेंटिव मिलता है या किसी तरह का बोनस का पैसा अकाउंट में आता है, तो उसे खर्च करने की बजाय इमरजेंसी फंड में डाल दें. 12 महीने का इमरजेंसी फंड बनने के बाद आप इसे अपने सेविंग्स अकाउंट में जमा कर सकते हैं या फिर ज्यादा रिटर्न पाने के लिए फंड के 50 प्रतिशत हिस्से को लिक्विड फंड्स या किसी अन्य जगह पर निवेश कर सकते हैं.
07:00 AM IST