बिहार में घूमने में मिलेगा अमेरिका-चीन जैसा मजा, इस ब्रिज की खासियत जानकर हो जाएंगे हैरान
2021 में बिहार (Bihar) घूमने जाने में एकदम International destination जैसा मजा आएगा.
इस स्काई वॉक की कुल लम्बाई 85 फीट और चौड़ाई करीब 6 फीट है. (Reuters)
इस स्काई वॉक की कुल लम्बाई 85 फीट और चौड़ाई करीब 6 फीट है. (Reuters)
2021 में बिहार (Bihar) घूमने जाने में एकदम International destination जैसा मजा आएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि अंतराष्ट्रीय पर्यटक स्थल बिहार के राजगीर (Rajgir International tourist destination) में आमतौर पर नवंबर-दिसंबर के महीने में पर्यटकों की संख्या तो बढ़ती है, लेकिन वह कम समय ही यहां रुकते हैं. अब राजगीर में कई पर्यटक स्पॉट (Tourist destinations) बन रहे हैं. इसमें से एक है घने वन क्षेत्र (Reserve Forest Area) में बनाया जा रहा नेचर सफारी, जहां ग्लास स्काई वॉक ब्रिज (Glass Sky Walk Bridge) भी बनाया गया है.
वन विभाग के एक अधिकारी की मानें तो लगभग 500 एकड़ वन क्षेत्र में फैले इस सफारी का मेन गेट काफी आकर्षक बनाया गया है. Main gate के पास Glass Sky Walk Bridge बनाया जा रहा है, जो पूरी तरह से शीशे और स्टील के फ्रेम से बना है.
40 लोग जा सकते हैं Glass Sky Walk Bridge पर
इस स्काई वॉक की कुल लम्बाई 85 फीट और चौड़ाई करीब 6 फीट है. घाटी से इसकी ऊंचाई करीब 250 फीट है. इस पर एकसाथ 40 लोग जा सकेंगे, हालांकि डी सेक्टर यानि अंतिम छोर पर एकसाथ 10 से 12 लोग ही जा सकेंगे.
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वैभार गिरी पर्वत पर बनेगा पुल
राजगीर के अति प्राचीन वैभार गिरी पर्वत के तलहटी में बनाए गए इस पुल में 15 एमएम के तीन लेयर के शीशे लगाए गए हैं. इनमें लगे शीशे की कुल मोटाई 45 एमएम है, जो पूरी तरह से पारदर्शी है, जिसके कारण इस पर चलना काफी रोमांचकारी भी होगा.
मार्च 2021 में होगा पूरा
बताया जा रहा है कि इस पर चलने वाले लोग स्वयं को हवा में तैरता हुआ महसूस कर सकेंगे. इसे मार्च 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है. वैसे, अधिकारियों के मुताबिक इस पुल का काम लगभग पूरा कर लिया गया है. फिलहाल अंतिम चरण में सीढ़ी और चबूतरा बन रहा है.
Glass Sky Walk Bridge
अधिकरियों का दावा है कि यह पुल China के हेबई प्रांत के एस्ट तैहांग में बने स्काई वॉक ब्रिज की तर्ज पर बनाया जा रहा है. राजगीर का यह स्काई वॉक बिहार का पहला और देश का दूसरा ऐसा पुल होगा.
Jarasandh Akada
अधिकारियों के मुताबिक, इसके साथ ही यहां आने वाले पर्यटक जिप लाईन, एडवेंचर स्पॉट के तहत आर्चरी, तीरंदाजी, साइकिलिंग, ट्रैकिंग पाथ, मड और ट्री कॉटेज, वुडेन हट, औषधीय पार्क का भी आनंद ले सकेंगे. उन्होंने कहा कि इन सभी का कंस्ट्रक्शन चल रहा है. नालंदा जिले के राजगीर से गया जिला के जेठीयन जाने बाले रूट में घने जंगल के बीच इसे बनाया जा रहा है. जरासंध अखाड़ा से इसकी दूरी लगभग 8 किलोमीटर है.
Nature safari
नेचर सफारी में मिट्टी और भूसे से मड कॉटेज बन रहा है. जहां लोग प्रकृति के बीच नेचुरल घर में रहने का आनंद ले सकेंगे. यहां प्राचीन काल में पेड़ों पर लोगों के घर बनाकर रहने का अनुभव देने के लिए ट्री कॉटेज बनाया गया है. इस कॉटेज में बेड से लेकर बाथरूम तक उपलब्ध है.
बढ़ेगा Tourism
बहरहाल, वन विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि इन सभी के पूरा होने के बाद ना केवल यहां पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी बल्कि पर्यटक यहां आकर कई दिन गुजारेंगे.
Zee Business Live TV
02:19 PM IST