SEBI का IPO लिस्टिंग टाइमलाइन घटाने का प्रस्ताव, कंपनियों के लिए पैसे जुटाने में होगी आसानी
SEBI IPO Listing: लिस्टिंग के लिए मियाद T+6 से घटाकर T+3 दिन का प्रस्ताव रखा है. इससे कंपनियों को पैसे जुटाने में आसानी होगी. निवेशकों को अर्जी के बाद जल्दी लिक्विडिटी मिल जाएगी.
SEBI IPO Listing: शेयर बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने स्टॉक मार्केट में IPO (Initial Public Offer) की लिस्टिंग के लिए टाइमलाइन घटाने का प्रस्ताव दिया है. लिस्टिंग के लिए मियाद T+6 से घटाकर T+3 दिन का प्रस्ताव रखा है. इससे कंपनियों को पैसे जुटाने में आसानी होगी. निवेशकों को अर्जी के बाद जल्दी लिक्विडिटी मिल जाएगी.
🔴#BreakingNews | SEBI का IPO लिस्टिंग मियाद घटाने का प्रस्ताव
— Zee Business (@ZeeBusiness) May 20, 2023
- मियाद T+6 से घटाकर T+3 दिन का प्रस्ताव
- कंपनियों को पैसे जुटाने में आसानी होगी
- निवेशकों को अर्जी के बाद जल्दी लिक्विडिटी#StockMarket #IPO #investor @SEBI_India pic.twitter.com/gOsCbo7fSk
Mutual Funds में गड़बड़ी रोकने की कवायद
इसके साथ ही म्यूचुअल फंड्स में गड़बड़ी रोकने के लिए सेबी ने प्रस्ताव दिया है. MFs को गड़बड़ी रोकने के लिए सर्विलेंस सिस्टम बनाना होगा. इसके तहत उनको CCTV फुटेज, लाइफ स्टाइल पर निगरानी जैसे उपाय भी शामिल करने होंगे. गड़बड़ी मिलने पर तय कार्रवाई की लिखित में नीति बनानी होगी. लिस्टेड MFs को व्हिस्ल ब्लोअर पॉलिसी बनानी होगी. गड़बड़ी न हो ये तय करने की जिम्मेदारी म्यूचुअल फंड के MD और कंप्लायंस ऑफिसर की होगी.
🔴#BreakingNews | म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में गड़बड़ी रोकने के लिए SEBI का प्रस्ताव- MFs को गड़बड़ी रोकने के लिए सर्विलेंस सिस्टम बनाना होगा... पढ़िए पूरी खबर यहां👇#mutualfunds #SEBI #BusinessNews @SEBI_India pic.twitter.com/EX3O2Dlq40
— Zee Business (@ZeeBusiness) May 20, 2023
लिस्टिंग के पहले दिन प्राइस रेंज का नया नियम
सेबी ने आईपीओ लिस्टिंग को लेकर पहले दिन शेयर कारोबार के लिए कीमत दायरा तय किया था. शेयरों की कीमतों में अनियमित उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए सेबी ने अप्रैल में यह व्यवस्था दी थी. शेयर बाजारों और सेबी की द्वितीयक बाजार सलाहकार समिति (एसएमएसी) के साथ विचार-विमर्श के बाद यह फैसला लिया गया है. सेबी ने कहा कि आईपीओ या दोबारा सूचीबद्ध होने के बाद पहले दिन के कारोबार के लिए कॉल नीलामी सत्र अलग-अलग एक्सचेंजों पर अलग-अलग आयोजित होंगे. संतुलन मूल्य की गणना के बाद संबंधित बाजार ऑर्डर का मिलान करेंगे. यदि शेयर बाजारों के बीच संतुलन मूल्य में अंतर है, तो उनके द्वारा एक साझा संतुलन मूल्य (सीईपी) की गणना की जाएगी. सेबी ने कहा कि नया ढांचा 60 दिन के बाद लागू होगा.
TRENDING NOW
Maharashtra Winners List: महाराष्ट्र की 288 सीटों पर कौन जीता, कौन हारा- देखें सभी सीटों का पूरा हाल
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
Retirement Planning: रट लीजिए ये जादुई फॉर्मूला, जवानी से भी मस्त कटेगा बुढ़ापा, हर महीने खाते में आएंगे ₹2.5 लाख
Maharashtra Election 2024: Mahayuti की जीत के क्या है मायने? किन शेयरों पर लगाएं दांव, मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने बताया टारगेट
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
05:07 PM IST