सुरक्षा बलों को आतंकियों की गोली से बचाएगा भाभा कवच, हर परीक्षा में पास हुआ
देश के सुरक्षा बलों को दुश्मन की गोली से बचाने के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) ने स्वदेशी बुलेट प्रूफ जैकेट तैयार किया है. ये जैकेट सुरक्षा बलों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कई साइज में बनाए जा रह हैं. इन्हें बनाने के लिए कड़े मानकों का पालन किया जा रहा है.
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) ने स्वदेशी बुलेट प्रूफ जैकेट तैयार किया है. (फाइल फोटो)
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) ने स्वदेशी बुलेट प्रूफ जैकेट तैयार किया है. (फाइल फोटो)
देश के सुरक्षा बलों को दुश्मन की गोली से बचाने के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) ने स्वदेशी बुलेट प्रूफ जैकेट तैयार किया है. ये जैकेट सुरक्षा बलों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कई साइज में बनाए जा रह हैं. इन्हें बनाने के लिए कड़े मानकों का पालन किया जा रहा है.
मेक इन इंडिया के तहत तैयार की गई
खास बात ये है कि इन स्वदेशी बुलेट प्रूफ जैकेटों को मेक-इन-इंडिया के तहत बनाया जा रहा है. दरअसल देश में अब तक सुरक्षा बलों व सैनिकों की जरूरतों के हिसाब से बुलेट प्रूफ जैकेट आयात किए जाते हैं. इसमें हर साल सरकार को करोड़ों रुपये खर्च करने होते हैं. मेक इन इंडिया के तहत इन जैकेटों को बनाने से करोड़ो डॉलर बचाए जा सकेंगे.
शुरू हुआ उत्पादन
इस स्वदेशी बुलेट प्रूफ जैकेट को भाभा परमाणु रिसर्च केंद्र के वैज्ञानिकों ने काफी रिसर्च के बाद तैयार किया है. इस जैकेट के कई सफल परीक्षणों के बाद से रक्षा सामग्री बनाने वाली कंपनियां बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन शुरू कर चुकी हैं.
BARC ने तैयार की ये जैकेट
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) की ओर से तैयार की गई बुलेट प्रूफ जैकेट आयात की जाने वाली जैकेटों से काफी हल्की है. ऐसे में सुरक्षा बलों को भारीभरकम जैकेट से छुटकारा मिल सकेगा. इस जैकेट को परमाणु विज्ञानी डाक्टर होमी जे भाभा को समर्पित करते हुए इसका नाम 'भाभा कवच' रखा गया है. भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) ने इसे जैकेट को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल और गृह मंत्रालय के के कहने पर तैयार किया है.
सुरक्षा बल कर रहे हैं प्रयोग
भाभा कवच के को बनाने से जुड़े विज्ञानियों के अनुसार ये बुलेट प्रूफ जैकेट प्रमाणित एजेंसियों के 30 से ज्यादा परीक्षणों को पास कर चुका है. केद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के दल भी इसकी टेस्टिंग कर रहे हैं. इसके अलावा आतंकवाद से जबरदस्त प्रभावित राज्य जम्मू कश्मीर में तैनात सैनिक भी इसे इस्तेमाल कर रहे हैं.
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ज़ीबिज़ वेब टीम
Updated: Sat, Sep 14, 2019
12:21 PM IST
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नई दिल्ली
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