क्या हेल्थ इंश्योरेंस में कवर होता है डर्मेटोलॉजी का खर्च? जानिए कब कवर होते हैं स्किन कैंसर जैसे ट्रीटमेंट
आज के समय में डर्मेटॅालॅाजी का एक बड़ा मार्केट बन चुका है. ज्यादातर लोग अपनी जिंदगी में कम से कम एक बार जरुर डर्मेटॅालॅाजिस्ट को विजिट करते हैं. ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल आता है कि क्या इससे रिलेटेड खर्चा हैल्थ इंश्योरेंस में कवर होता है.
स्किन रिलेटेड समस्याओं और रोगों से जुड़ी हुई मेडिकल ब्रांच को Dermatology कहते हैं. एक स्किन स्पेशलिस्ट (dermatologist) का काम त्वचा के किसी भी बीमारी का इलाज करना होता है. एक डर्मेटॅालॅाजिस्ट स्किन की बीमारी को डाएग्नॅाज करके उसके अनुसार ही इलाज करता है. इसके तहत स्किन, बाल, नाखून, फैट, ओरल और जेनिटल मैम्ब्रेन कैंसर और कॉस्मेटिक कंडीशन आती है. डर्मेटॅालॅाजी ट्रीटमेंट मेडिकल और सर्जिकल दोनों तरह के हो सकते हैं. ये ट्रीटमेंट महंगे हो सकते हैं. स्किन कैंसर के लिए कीमोथेरेपी या स्किन डिसऑर्डर के इलाज के लिए होने वाली सर्जरी आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है. इसके साथ ही कॉस्मेटिक या प्लास्टिक सर्जरी भी महंगे ट्रीटमेंट में से एक हैं. कई बार डर्मेटॅालॅाजी से जुड़े ट्रीटमेंट लंबे समय तक चलते हैं. जिस कारण आपकी सेविंग पर असर पड़ सकता है. इसलिए डर्मेटॅालॅाजी ट्रीटमेंट को कवर करने वाले हैल्थ इंश्योरेंस को जानना जरुरी है. जिससे आपको किसी भी तरह की हैल्थ इमरजेंसी में एक्सट्रा खर्च न करना पड़े.
क्या हैल्थ इंश्योरेंस Dermatology ट्रीटमेंट को कवर करते हैं
भारत में हैल्थ इंश्योरेंस प्लान ज्यादातर Dermatology या स्किन प्रॉब्लम को कवर करते हैं. अगर आपके पास हैल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है, तो आप स्किन रिलेटेड समस्याओं के लिए अपने ट्रीटमेंट के खर्चों को कवर करने के लिए क्लेम कर सकते हैं. स्किन कैंसर के ट्रीटमेंट को गंभीर बीमारी बीमा पॉलिसी के साथ-साथ कैंसर बीमा पॉलिसी के तहत भी कवर किया जा सकता है.
हालांकि कवरेज का दायरा एक बीमा कंपनी की तुलना में दूसरी कंपनी से अलग हो सकता है. जैसे कि कुछ हैल्थ इंश्योरेंस स्कीम केवल डर्मेटॅालॅाजी ट्रीटमेंट या सर्जरी से होने वाले हॅास्पिटल में भर्ती होने के खर्चों को कवर करती हैं. लेकिन इन स्कीम में डे केयर प्रॅासिजर और OPD कंसल्टेशन कॅास्ट को स्कीम से बाहर रख जाता है. वहीं दूसरी ओर कुछ स्वास्थ्य बीमा कंपनियां हॅास्पिटल में भर्ती होने की लागत, ओपीडी परामर्श और साथ ही डे केयर प्रक्रियाओं के लिए कवरेज प्रदान कर सकती हैं. इसलिए आपको ये जानने के लिए कि पॅालिसी में किस प्रकार के Dermatology ट्रीटमेंट कवर किए गए हैं, इसे खरीदने से पहले हैल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए. स्किन कैंसर के लिए रेगुलर हैल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का वेटिंग पीरियड ज्यादातर एक या दो साल होता है. वहीं क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत स्किन कैंसर को 90 दिनों की वेटिंग पीरियड के बाद 30 दिनों के सर्वाइवल पीरियड के साथ कवर किया जाता है. अगर आप पॅालिसी को खरीदने से पहले ही किसी तरह की स्किन डिसीज या कैंसर से जूझ रहें है. तो ये कंडीशन प्री-एग्जिस्टिंग बीमारी (pre-existing disease) के तहत आएगा. ऐसे में आपको हैल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत Dermatology की समस्या के लिए क्लेम करने से पहले एक फिक्स्ड टाइम पीरियड के खत्म होने का इंतजार करना होगा. आम तौर पर प्री-एग्जिस्टिंग बीमारी के लिए एक से चार साल का वेटिंग पीरियड होता है.
किस तरह के Dermatology Treatment को कर सकते हैं कवर
आप हैल्थ इंश्योरेंस में डर्मेटॅालॅाजी ट्रीटमेंट के तहत स्किन का ट्रीटमेंट, ऐक्ने, स्किन कैंसर रिमूवल, स्किन वायरल रोग,चकत्ते, स्किन फंगल इंफेक्शन, रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, सोरायसिस, त्वचा की एलर्जी, पॅाइजन आइवी रैश,पोर्ट वाइन स्टैन को कवर कर सकते हैं.
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किस तरह के Dermatology Treatment नहीं होते कवर
हैल्थ इंश्योरेंस में डर्मेटॅालॅाजी ट्रीटमेंट के तहत कॉस्मेटिक सर्जरी, नॅान-एक्सीडेंटल प्लास्टिक सर्जरी, बोटॉक्स, टैटू रिमूवल, फिलर्स, कैमिकल पील्स, Microdermabrasion फेशियल कवर नहीं होता है.
09:40 AM IST