बकरी पालन ने बदली मोनिका की तकदीर, अब कमा रही ₹50 हजार का मुनाफा, आप भी लें आइडिया
Goat Farming: अगर आप कम पैसों में पशुपालन से जुड़कर कमाई करना चाहते तो बकरी पालन (Goat Farming) पर विचार कर सकते हैं. बकरी पालन बिजनेस बहुत ही लाभदायक है. देश में बहुत से लोग बकरी पालन से मोटी रकम कमा रहे हैं.
Goat Farming: आजकल युवा नौकरी से ज्यादा अपना खुदा के बिजनेस को तरजीह दे रहे हैं. अगर आप कम पैसों में पशुपालन से जुड़कर कमाई करना चाहते तो बकरी पालन (Goat Farming) पर विचार कर सकते हैं. बकरी पालन बिजनेस बहुत ही लाभदायक है. देश में बहुत से लोग बकरी पालन से मोटी रकम कमा रहे हैं. इस कारोबार को आप घर बैठे शुरू कर सकते हैं. खासकर, ग्रामीण इलाके में तो यह बिजनेस आसानी से कर सकते हैं. अंडमान की रहने वाली मोनिका तालुकदार एक प्रगतिशील महिला बकरी पालक हैं. इससे वो सालाना 50,000 रुपये से ज्यादा का मुनामा कमा रही हैं. आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी.
साइंटिफिक बकरी पालन ने बदली तकदीर
मोनिका तालुकदार पिछले 13 वर्षों से बकरी पालन कर रही हैं. उनके पति किसान हैं और धान के बाद सब्जी की खेती करते हैं. वे खेती-किसान से लगभग 1.20 लाख रुपये कमा रहे हैं. बकरी पालन से वे लगभग 25000 से 30000 रुपये कमा रहे हैं. वर्तमान में, उसके पास कुल 22 बकरियां हैं, जिनका पालन-पोषण कम लागत वाले लकड़ी या बांस में करती हैं. जनवरी 2019 में बकरी सुधार परियोजना (Goat Imprvoment project) के तहत उसे गोद लिया गया था. तब से वह साइंटिफिक बकरी पालन में बहुत रुचि दिखा रही हैं और अपनी बकरियों की उत्पादकता में सुधार के लिए तकनीकी सलाह के लिए आईसीएआर-सीआईएआरआई के साथ नियमित संपर्क में है.
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आईसीएआर-सेंट्रल आइलैंड एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुताबिक, मोनिका को साइंटिफिक बकरी पालन की जानकारी नहीं थी. मैनेजमेंट, प्रजनन, डिवार्मिंग प्रैक्टिस, मिनरल मिक्सचर्स को खिलाने के बारे में कोई साइंटिफिक अनुभव नहीं था. दवाओं, उचित हाउसिंग नॉलेज, कोई मार्केट लिंकेज नहीं, खराब ग्रोथ, बीमारी के कारण उच्च मृत्यु दर और अच्छी गुणवत्ता वाले प्रजनन बकरियों का अभाव था.
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आईसीएआर-सेंट्रल आइलैंड एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट ने मोनिका को तकनीकी गाइडेंस जैसे समय पर डिवार्मिंग, हेल्थ मैनेजमेंट, खनिज मिश्रण का पूरक, साइंटिफिक ब्रिडिंग, आदि की सलाह दी. आईसीएआर-सीआईएआरआई के कर्मचारी नियमित अंतराल पर दौरे के दौरान इनपुट और सुझाव देते रहते हैं.
सालाना 50 हजार रुपये का मुनाफा
मोनिका ने साइंटिफिक प्रैक्टिस से बेहतर नस्ल वाली बकरियों की प्रजनन की, समय पर डिवार्मिंग से उसके बाड़े में बकरियों की संख्या 12 से बढ़कर 22 हो गई. वहीं मृत्यु दर 30% से घटाकर 5% पर आ गई. 3 महीने की बकरियों का वजन 5.82 से बढ़कर 7.27 किलोग्राम हो गया. पिछले साल उसने 6 बकरियां बेचीं और 4 बकरियां अपने रिश्तेदारों को बांटी. 11 से 12 महीने की उम्र के वयस्क बकरियों की बिक्री कर वो सालाना 30,000 से 50,000 रुपये का मुनाफा कमा रही हैं.
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03:43 PM IST