इस राज्य में किसानों को फ्री में मिल रहा बीज, ऐसे उठाएं योजना का फायदा
Crop Seed: इस योजना में किसानों को बीज उत्पादन के लिए कृषि विभाग द्वारा उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराए जाते हैं और उन्हें अपने उपयोग के लिए बीज उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाता है.
Crop Seed: बेहतर फसल और बंपर उत्पादन के लिए उन्नत किस्म के बीज महत्वपूर्ण होते हैं. इससे किसानों की आय बढ़ती है. किसानों को बीज का उत्पादन बढ़ाने के लिए राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना (Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana) चला रही है. इस योजना में किसानों को बीज उत्पादन के लिए कृषि विभाग द्वारा उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराए जाते हैं और उन्हें अपने उपयोग के लिए बीज उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाता है. योजना से किसानों की उपज बढ़ी है और उनकी आय में भी बढ़ोतरी हो रही है. फसल की बुवाई के समय उन्नत बीज उपलब्ध नहीं होने की समस्या भी हमेशा के लिए दूर हो गई है.
मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के तहत सभी जिलों में किसानों को गेहूं, जौ, चना, ज्वार, सोयाबीन, मूंगफली, मूंग और उड़द सहित अन्य फसलों के बीजों का फ्री डिस्ट्रीब्यूशन किया गया है.
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
इंट्राडे में तुरंत खरीद लें ये स्टॉक्स! कमाई के लिए एक्सपर्ट ने चुने बढ़िया और दमदार शेयर, जानें टारगेट और Stop Loss
Adani Group की रेटिंग पर Moody's का बड़ा बयान; US कोर्ट के फैसले के बाद पड़ेगा निगेटिव असर, क्या करें निवेशक?
ये भी पढ़ें- डाक विभाग की नई पहल से इन किसानों को भी मिलेगा PM Kisan का पैसा, ये काम करते ही खाते में आएंगे 2 हजार रुपये
किसानों मिला मुफ्त बीज
राजस्थान सरकार कृषि विभाग के मुताबिक, मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के तहत पिछले 4 साल में 24 करोड़ 81 लाख रुपये की लागत से 2 लाख से अधिक किसानों को 45 हजार क्विंटल उन्नत बीज बांटा गया है. इन किसानों के द्वारा 58.47 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बीज की बुवाई की गई है. योजना की सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में योजना के आकार को दोगुना कर दो वर्षों में 50,000 किसानों को लाभान्वित करने की घोषणा की थी.
किसे मिलेगा योजना का फायदा
इस योजना में फ्री उन्नत बीज का वितरण 50 कृषकों का समूह बनाकर किया जाता है. समूह के चयन में विशेष ध्यान रखा जाता है कि 50% लघु और सीमांत किसानों की भागीदारी हो. समूह के प्रत्येक किसान के पास 0.2 हैक्टेयर जमीन होना जरूरी है. उन्नत बीजों का वितरण संबंधित कृषि पर्यवेक्षक के द्वारा जन आधार कार्ड से राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से किया जाता है.
ये भी पढ़ें- NFO Alert: मिरे एसेट MF ने लॉन्च किया Gold ETF, ₹5000 से शुरू कर सकते हैं निवेश, जानें डीटेल
किसानों बीज लेने के लिए बाजार में एक मोटी रकम चुकानी पड़ती थी लेकिन राज्य सरकार की योजना के कारण उन्हें आगामी फसल की बुवाई के लिए गुणवत्ता युक्त बीज नहीं खरीदना पड़ेगा क्योंकि अब वे स्वयं के स्तर पर ही बीज का उत्पादन कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- कमाल है! 2 महीने की ट्रेनिंग के बाद शुरू किया गाय-भैंस के लिए चारा बनाने का काम, एक साल में कमा लिया ₹50 लाख
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
03:29 PM IST