किसानों को गर्मी से घबराने की जरूरत नहीं, खाद्य सचिव बोले- तापमान बढ़ने से गेहूं की फसल को नहीं होगा नुकसान
केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि तापमान थोड़ा ज्यादा होने के बावजूद गेहूं की फसल को नुकसान होने की आशंका नहीं है. उन्होंने भरोसा जताया कि जून में समाप्त होने वाले इस फसल वर्ष में 11.2 करोड़ टन का रिकॉर्ड उत्पादन होगा. सचिव ने कहा कि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध जारी रहेगा.
किसानों को गर्मी से घबराने की जरूरत नहीं, खाद्य सचिव बोले- तापमान बढ़ने से गेहूं की फसल को नहीं होगा नुकसान (Reuters)
किसानों को गर्मी से घबराने की जरूरत नहीं, खाद्य सचिव बोले- तापमान बढ़ने से गेहूं की फसल को नहीं होगा नुकसान (Reuters)
केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि तापमान थोड़ा ज्यादा होने के बावजूद गेहूं की फसल को नुकसान होने की आशंका नहीं है. उन्होंने भरोसा जताया कि जून में समाप्त होने वाले इस फसल वर्ष में 11.2 करोड़ टन का रिकॉर्ड उत्पादन होगा. सचिव ने कहा कि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध जारी रहेगा, जिससे सरकारी खरीद के लिए अनाज की उपलब्धता बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि सरकार विपणन वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) में करीब 3.5 करोड़ टन गेहूं की खरीद करेगी. बतातो चलें कि रबी की प्रमुख फसल गेहूं की अधिकांश खरीद अप्रैल और जून के बीच होती है.
नई फसल आने के बाद गेहूं की कीमतों में आएगी और कमी
संजीव चोपड़ा ने गुरुवार को कहा कि गेहूं की कीमतों में कमी आई है और नई फसल आने के बाद कीमतों में और गिरावट आएगी. बुधवार को उन्होंने कहा, ‘‘ हमने राज्य के खाद्य सचिवों के साथ एक बैठक की. उसके बाद राज्य के खाद्य मंत्रियों के साथ एक बैठक हुई और हमने बैठक में पाया कि देश में खाद्य परिदृश्य संतोषजनक स्थिति में है.’’ उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने मौसम की स्थिति के संबंध में एक प्रस्तुति दी है.
गेहूं की फसल के लिए अगले दो हफ्तों का तापमान महत्वपूर्ण
सचिव ने कहा, ‘‘इसलिए, अगले दो हफ्तों में गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाने वाली गर्मी की लहर की कोई आशंका नहीं है. ये अनाज के तैयार होने की एक महत्वपूर्ण अवधि है. इसलिए आज तक किसी भी सूखे गेहूं या गेहूं की फसल के बारे में कोई बुरी परिस्थितियों की कोई रिपोर्ट नहीं है.’’ कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, उन्हें इस फसल वर्ष में 11 करोड़ 21.8 लाख टन गेहूं उत्पादन होने की उम्मीद है.
गर्मी की वजह से गेहूं उत्पादन में दर्ज की गई थी गिरावट
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भारत का गेहूं उत्पादन फसल वर्ष 2021-22 (जुलाई-जून) में पिछले वर्ष के 10 करोड़ 95.9 लाख टन से घटकर 10 करोड़ 77.4 लाख टन रहा. इसका कारण कुछ प्रमुख उत्पादक राज्यों में भीषण गर्मी है. चोपड़ा ने कहा, ‘‘अभी तक कोई प्रतिकूल मौसम की स्थिति नहीं है. तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है, लेकिन तथ्य ये है कि ऐसा मौसम गेहूं पर बुरा प्रभाव नहीं डालने वाला है.’’ खुले बाजार में 50 लाख टन गेहूं बेचने के सरकार के फैसले के बाद गेहूं की खुदरा कीमतों पर असर के बारे में पूछे जाने पर चोपड़ा ने कहा कि दरों में करीब 10 प्रतिशत की कमी आई है.
भाषा इनपुट्स के साथ
07:40 PM IST