डाकुओं के चंगुल से निकले, 26/11 में आतंकियों से बचे... अब सबसे बड़ी मुश्किल में फंसे Gautam Adani- जानें पूरी कहानी
Written By: भाषा
Fri, Nov 22, 2024 01:16 PM IST
भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) इन दिनों विवादों में हैं और ये कोई आम विवाद नहीं, रिश्वतखोरी का मामला है. रिश्वत का ये आरोप भी उन पर अमेरिका में लगाया गया है. गौतम अडानी पर आरोप है कि भारत में एक सोलर एनर्जी का कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए अडानी ने सरकारी अफसरों को 26.5 करोड़ डॉलर यानी करीब 2200 करोड़ रुपए की रिश्वत ऑफर की थी. लेकिन आपको बता दें कि अडानी पहली बार किसी मुसीबत में नहीं फंसे हैं. संकट और विवादों से उनका पुराना नाता रहा है. आज हम आपको बताते हैं गौतम अडानी के जीवन से जुड़ी वो बातें जिनसे शायद बहुत से लोग अनजान हों.
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डाकुओं ने अपहरण किया, 26/11 के हमले में बने बंधक
साल 1998 में डाकुओं ने फिरौती के लिए गौतम अडानी अपहरण कर लिया था और इसके करीब 11 साल बाद वो एक और मुश्किल में फंस गए थे. 26 नवंबर, 2008 को जब आतंकवादियों ने मुंबई के ताज होटल पर हमला कर दिया था, तब गौतम अडानी भी उस होटल में बंधक बनाए गए लोगों में से एक थे. दोनों बार बात उनकी जान पर बनी थी, लेकिन वो दोनों ही हालातों से बच गए.
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इस बार बड़ी मुश्किल में फंसे अडानी
माना जा रहा है कि इस बार अडानी को अपने जीवन के सबसे बड़े संकट में फंसे हैं. इस बार अडानी ग्रुप के 62 वर्षीय संस्थापक पर दो अलग-अलग मामलों में रिश्वतखोरी और प्रतिभूति धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं. इस तरह के आरोपों का सामना करने वाले वे शायद पहले बड़े भारतीय कारोबारी होंगे. अमेरिकी अभियोजकों ने गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर सहित 7 अन्य लोगों पर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट की अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 26.5 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने की योजना का हिस्सा होने का आरोप लगाया है. इससे अडानी ग्रुप को 2 अरब डॉलर का मुनाफा कमाने में मदद मिल सकती थी.
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एक दिन में डूब गए 26 अरब डॉलर
इन आरोपों के बाद से अडानी की लिस्टेड कंपनियों के बृहस्पतिवार को 26 अरब डॉलर डूब गए, जो बाजार मूल्य के हिसाब से एक दिन का सबसे बड़ा नुकसान है. ये नुकसान अमेरिका की रिसर्च-इन्वेस्टमेंट कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद हुए नुकसान का लगभग दोगुना है. हालांकि, समूह ने आरोपों को नकारते हुए इन्हें निराधार बताया है.
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दांव पर लगी है अडानी साम्राज्य की प्रतिष्ठा
आरोपों के कारण उनके Global Ambitions पर रोक लग सकती है. पूछताछ के जोखिम का मतलब यह हो सकता है कि वह अमेरिका और कुछ अन्य पश्चिमी गंतव्यों की यात्रा न करने का विकल्प चुन सकते हैं. उनकी व्यक्तिगत स्थिति से अधिक, दांव पर उस साम्राज्य की प्रतिष्ठा है जिसे फर्स्ट जेनरेशन के उद्यमी ने साढ़े तीन दशक में खड़ा किया है.
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आठ भाई-बहनों में सातवें नंबर के हैं अडानी
गौतम अडानी का जन्म गुजरात के अहमदाबाद में एक जैन परिवार में हुआ था. वह कपड़ा कारोबारी शांतिलाल अडानी और शांता अडानी की आठ संतानों में से सातवें हैं. स्कूल छोड़ने के बाद अदाणी 16 साल की उम्र में मुंबई चले गए, जहां उन्होंने कुछ समय तक रत्न कारोबार में हीरा छांटने का काम किया. वह 1981 में अपने बड़े भाई महासुखभाई की मदद करने के लिए गुजरात लौट आए, जिन्होंने अहमदाबाद में परिवार द्वारा खरीदी गई एक छोटी-सी पीवीसी फिल्म फैक्टरी चलाई. साल 1988 में उन्होंने अडानी एक्सपोर्ट्स के नाम से एक जिंस कारोबारी उद्यम स्थापित किया और 1994 में इसे शेयर बाजार में लिस्टेड कराया. अब इस फर्म का नाम अडानी एंटरप्राइजेज है.
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1998 में फिरौती के लिए किया गया था अपहरण
एक जनवरी,1998 को अडानी और उनके सहयोगी शांतिलाल पटेल को अहमदाबाद में कर्णावती क्लब से कार से निकलने के बाद बंदूक की नोक पर अगवा कर लिया गया. उन्हें कथित तौर पर गैंगस्टर फजलू रहमान और भोगीलाल दर्जी उर्फ मामा (जिन्हें बाद में सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया) ने 15-20 लाख डॉलर की फिरौती के लिए पकड़ा था. दोनों को अगले दिन छोड़ दिया गया. हालांकि, यह पता नहीं चल पाया कि फिरौती दी गई या नहीं.
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26/11 के हमले में ऐसे बंधक बन गए थे अडानी
गौतम अडानी 26 नवंबर, 2008 को दुबई पोर्ट के CEO मोहम्मद शराफ के साथ मुंबई के प्रतिष्ठित ताज होटल में भोजन कर रहे थे. बिलों का भुगतान करने के बाद जब वे बाहर निकलने वाले थे, तो कुछ सहयोगियों ने कॉफी पर दूसरी बार बैठक के लिए बुलाया. तभी आतंकवादियों ने होटल पर हमला कर दिया. इस हमले में लगभग 160 लोग मारे गए थे. अडानी को अन्य मेहमानों के साथ पहले होटल के रसोईघर में और फिर कर्मचारियों द्वारा बेसमेंट में ले जाया गया. अडानी ने रात बेसमेंट में और फिर एक हॉल में बिताई् उसके बाद अगली सुबह कमांडो ने उन्हें बचाया. अडानी ने 27 नवंबर को अपने निजी विमान से अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उतरने के बाद कहा था, मैंने मौत को सिर्फ 15 फुट की दूरी पर देखा.
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