साल भर में 110% रिटर्न दे चुका शेयर भरेगा नई उड़ान, ₹168 है नया टारगेट; जानें ब्रोकरेज क्यों हुआ बुलिश
Stocks to Buy: ब्रोकरेज का कहना है कि प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी से हाल ही में कंपनी को मिले जीएसटी लायबिलिटी का असर कम होगा. जोमैटो साल भर में 110 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है. 2024 में यह शेयर नई तेजी को दिखाने को तैयार है.
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Stocks to Buy: ऐप बेस्ड फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के शेयर में मंगलवार (2 जनवरी) को अच्छी खासी तेजी है. शेयर 2.5 फीसदी से ज्यादा उछल गया. कंपनी की ओर से फिर से प्लेटफार्म फीस में बढ़ोतरी स्टॉक के लिए एक बड़ा ट्रिगर रहा. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने Zomato के स्टॉक्स में खरीदारी की सलाह दी है. ब्रोकरेज का कहना है कि प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी से हाल ही में कंपनी को मिले जीएसटी टैक्स डिमांंड की लायबिलिटी का असर कम होगा. जोमैटो साल भर में 110 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है. 2024 में यह शेयर नई तेजी को दिखाने को तैयार है.
Zomato: ₹168 नया टारगेट
CLSA ने जोमैटो पर खरीदारी की सलाह दी है. साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 168 रुपये है. 1 जनवरी 2024 को शेयर 125 रुपये पर बंद हुआ था. इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक में आगे करीब 35 फीसदी का तगड़ा रिटर्न दे सकता है. बीते एक साल में यह शेयर 112 फीसदी का रिटर्न दे चुका है. बीते 6 महीने यह शेयर 68 फीसदी से ज्यादा का उछाल दिखा चुका है.
Zomato: क्या है ब्रोकरेज की राय
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि जोमैटो ने प्लेटफॉर्म फीस अपडेट किया है. रिपोर्ट के मुताबिक देश के कुछ मार्केट में प्लेटफार्म फीस 3 रुपये से बढ़ाकर 4 रुपये की गई. ब्रोकरेज की कैलकुलशेन के मुताबिक प्लेटफॉर्म फीस के चलते कंपनी को डिलिवरी चार्ज पर मिले GST डिमांड का करीब 25 फीसदी कम होगा. अगर कलेक्ट किये गए डिलीवरी चार्जेज पर टैक्स लायबिलिटी आती है, तो जोमैटो को आंशिक रूप से ऑफसेट करने में मदद मिलेगी. कंपनी कमिशन रेट्स और हायर AOV's के जरिए जीएसटी को कंज्यूमर पर पासऑन कर सकती है. इसमें मेन्यू कीमतों में इजाफा और हायर प्लेटफॉर्म भी शामिल होगा.
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रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को कुछ जगह प्लेटफार्म फीस 9 रुपये भी थी. प्लेटफार्म फीस लगने के बादसे बढ़ने पर पहले भी आर्डर के वॉल्यूम कोई इम्पैक्ट नहीं पड़ा था.कंपनी को 26 दिसंबर को 402 करोड़ की टैक्स लायबिलिटी के लिए नोटिस मिला था. 29 अक्टूबर 2019 से 31 मार्च 2022 के बीच कलेक्ट किए गए डिलीवरी चार्जेज पर टैक्स लायबिलिटी दिखाई गई है. कंपनी का मानना है कि वह टैक्स लायबिलिटी के लिए जिम्मेदार नहीं है. कंपनी इस नोटिस का उचित रिस्पांस फाइल करेगी.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस ने दी है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
02:22 PM IST