आज तगड़ी कमाई के लिए खरीद लें ये 2 PSU Stocks! अनिल सिंघवी ने बताया ट्रिगर
Stocks to BUY: सरकारी कंपनियों के लिए सरकार की ओर से बड़ी खबर आई है, जिसके चलते आज PSU Stocks में हलचल देखने को मिल सकती है. ऐसे में आज इंट्राडे में कमाई के लिए क्वॉलिटी शेयरों में खरीदारी की राय आ रही है.
Stocks to BUY: घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार को मिले-जुले ग्लोबल संकेतों में अच्छी खबरों के दम पर शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है. सरकारी कंपनियों के लिए सरकार की ओर से बड़ी खबर आई है, जिसके चलते आज PSU Stocks में हलचल देखने को मिल सकती है. ऐसे में आज इंट्राडे में कमाई के लिए क्वॉलिटी शेयरों में खरीदारी की राय आ रही है.
Stocks to BUY
अनिल सिंघवी ने आज दो सरकारी शेयरों में खरीदारी की राय दी है. PFC और BPCL के फ्यूचर्स में खरीदारी की राय दी है.
Buy PFC Futures:
PFC Futures में खरीदारी की राय है. स्टॉपलॉस 452 पर रखना है. टारगेट प्राइस 460, 465, 475 पर रहेगा. इसी के साथ REC में भी आज ट्रेडिंग कर सकते हैं.
Buy BPCL Futures:
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
BPCL के Futures में खरीदारी की राय है. 285 रुपये पर स्टॉपलॉस लगाना है. टारगेट प्राइस 294 और 298 पर रहेगा.
क्यों है सरकारी शेयरों में खरीदारी की राय?
निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने CPSE के कैपिटल रिस्ट्रक्चरिंग कि गाइडलाइन में बदलाव किया है. दीपम ने डिविडेंड के 30 परसेंट नेट प्रॉफिट का या 4 परसेंट कुल नेटवर्थ जो ज़्यादा हो वार्षिक डिविडेंड देने के लिए नया नियम बनाया है. वहीं नई गाइडलाइन में CPSE NBFC यानी सरकारी गैर वित्तीय बैंकिगं संस्थाओं को अपने PAT का 30 परसेंट डिविडेंड में देने को कहा गया है.
जिस कंपनी का प्राइस बुक वैल्यू से लगातार 6 महीने नीचे चल रहा हो और नेट वर्थ 3000 करोड़ से ज़्यादा हो और कैश एंड बैंक बैलेंस 1500 करोड़ से ऊपर हो वो बाइबैक कर सकता है. बोनस शेयर के लिए कंपनी का रिज़र्व एंड सरप्लस पेड अप कैपिटल से 20 टाइम्स हो या बराबर हो वो कंपनी बोनस शेयर इशू करने सकती है. शेयर स्प्लिट के लिए शेयर प्राइस का फेस वैल्यू का 150 टाइम्स लगातार छ: महीने से ट्रेड करना ज़रूरी है. दो स्प्लिट के बीच 3 साल का अंतर होना चाहिए. नई गाइडलाइन इसी फाइनेंशियल ईयर से लागू होंगी.
09:19 AM IST