Bank of Baroda Stock Performance: ग्‍लोबल बाजारों में उतार-चढ़ाव का असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी देखा जा रहा है. इस बीच, कंपनियों के अर्निंग्‍स सीजन में कई स्‍टॉक बेहतर नतीजों के दम पर आकर्षक नजर आ रहे हैं. ब्रोकरेज हाउस इन स्‍टॉक्‍स पर बुलिश नजर आ रहे हैं. जनवरी-मार्च 2022 तिमाही के नतीजों के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) के शेयर पर मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) और शेयरखान (Sharekhan) ने खरीदारी की सलाह दी है. 100 रुपये के कम के इस स्‍टॉक आगे 35 फीसदी तक की तेजी देखने को मिल सकती है. ब्रोकरेज का कहना है कि मार्च 2022 तिमाही में कंपनी की नतीजे मिलेजुले रहे हैं. बैंक की एसेट क्‍वालिटी सुधरी है और ग्रोथ आउटलुक बेहतर है.

BoB: 35% तक रिटर्न की उम्‍मीद 

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चौथी तिमाही (Q4FY22) के नतीजों के बाद ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर पर खरीदारी की राय दी है. साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 135 रुपये का रखा है. 18 मई 2022 शेयर का मौजूदा भाव 100 रुपये के आसपास था. इस तरह करंट प्राइस से निवेशकों को आगे करीब 35 फीसदी का तगड़ा रिटर्न मिल सकता है. जनवरी 2022 से अब तक शेयर में निवेशकों का करीब 15 फीसदी का रिटर्न मिला है. स्‍टॉक का PE 7.07 पर है. वहीं, शेयरखान (Sharekhan) ने बैंक ऑफ बड़ौदा पर खरीदारी की राय दी है. साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 128 रुपये का रखा है.

क्‍या है ब्रोकरेज की राय?

मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) का कहना है कि BoB के चौथी तिमाही के नतीजे मिलेजुले रहे हैं. बिजनेस ग्रोथ बेहतर है. प्रोविजनिंग ज्‍यादा रखने से अर्निंग्‍स पर असर पड़ा है. एसेट क्‍वालिटी बेहतर हुई है. बैंक की बिजनेस ग्रोथ तिमाही आधार पर 6 फीसदी बढ़ी है. ब्रोकरेज ने FY23 के लिए अर्निंग्‍स के अनुमान में 16 फीसदी की कटौती की है. FY24 के लिए RoA/RoE का अनुमान 0.9%/13.1% है. 

ब्रोकरेज फर्म शेयरखान (Sharekhan) का कहना है कि बैंक की लोन ग्रोथ अच्‍छी रही है. सालाना आधार पर 10 फीसदी और तिमाही आधार पर 6 फीसदी का इजाफा हुआ है. रिटेल, एग्री ओर ओवरसीज बुक से ग्रोथ अच्‍छी रही है. बैंक का कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर 57 फीसदी और तिमाही आधार पर 10 फीसदी बढ़ी है.

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BoB: कैसे रहे Q4 नतीजे  

बैंक ऑफ बड़ौदा का मार्च, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में नेट प्रॉफिट 1,779 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. बैंक को वित्त वर्ष 2020-21 की समान तिमाही में 1,047 करोड़ रुपये का नेट घाटा हुआ था. बैंक की वित्त वर्ष 2021-22 की जनवरी-मार्च अवधि में उसकी कुल आय गिरकर 20,695.90 करोड़ रुपये रही. वित्त वर्ष 2020-21 की इसी अवधि में यह 21,501.94 करोड़ रुपये रही थी. बैंक की एसेट क्‍वालिटी बेहतर हुई है. ग्रॉस एनपीए 6.61 फीसदी रहा, जो वित्त वर्ष 2020-21 की समान अवधि में 8.87 फीसदी रहा था. बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा कि उसके बोर्ड ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए शेयरधारकों को प्रति शेयर 1.20 रुपये का डिविडेंड की सिफारिश की है. 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)