CLSA on Auto stocks: जियोपॉलिटिकल टेंशन के चलते कमोडिटी की बढ़ती कीमतों का असर ऑटोमोबाइल सेक्‍टर और उनके स्‍टॉक्‍स पर देखने को मिल सकता है. बाजार की हालिया आए करेक्‍शन से कई ऑटो स्‍टॉक्‍स (Auto Stocks) आकर्षक वैल्‍युएशन पर आए हैं. ग्‍लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने ऑटो सेक्‍टर पर जारी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कंपनियों की बढ़ती इनपुट कॉस्‍ट का असर प्रोडक्‍ट की रीटेल कीमतों पर पड़ सकता है. ऐसे में ऑटो कंपनियों की वॉल्‍यूम रिकवरी में देरी हो सकती है. बेहतर आउटलुक को देखते हुए ब्रोकरेज हाउस ने बजाज ऑटो (Bajaj Auto) और आयशर मोटर्स (Eicher Motors) पर खरीदारी की सलाह दी है.

Bajaj Auto: 4248 का टारगेट 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

CLSA ने बजाज ऑटो पर खरीदारी की सलाह दी है. साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 4248 रुपये का रखा है. ब्रोकरेज का कहना है कि हीरो मोटो की अर्निंग में कटौती तेज है. हालांकि, प्रीमियम मोटरसाइकिल और एक्‍सपोर्ट सेगमेंट को लेकर पॉजिटिव रुख है. 15 मार्च का बजाज ऑटो का भाव 3,450 रुपये रहा. इस तरह करंट प्राइस से निवेशकों को आगे प्रति शेयर 798 रुपये या करीब 23 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है. बीते एक साल में बजाज ऑटो का शेयर नहीं चला है. निवेशकों को इसमें निगेटिव रिटर्न मिला है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें 

Eicher: 3127 का टारगेट 

CLSA ने आयशर मोटर्स पर 'बाय' रेटिंग दी है. इसके साथ ही टारगेट प्राइस 3127 रुपये प्रति शेयर रखा है. 15 मार्च को शेयर का भाव 2,305 रुपये पर रहा. इस तरह करंट प्राइस से निवेशकों को प्रति शेयर 822 रुपये या करीब 36 फीसदी का रिटर्न निवेशकों को मिल सकता है. बीते एक साल के दौरान स्‍टॉक की परफॉर्मेंस देखें, तो इसमें निवेशकों को 13 फीसदी से ज्‍यादा का निगेटिव रिटर्न उठाना पड़ा है. 

ऑटो सेक्‍टर पर अपनी रिपोर्ट में ब्रोकरेज हाउस ने कहा है कि कंपनियों की बढ़ती इनपुट कॉस्‍ट का असर प्रोडक्‍ट की रीटेल कीमतों पर पड़ सकता है. ऐसे में ऑटो कंपनियों की वॉल्‍यूम रिकवरी में देरी हो सकती है. वहीं, कंपनियों के एक्‍सपोर्ट में आने वाले दिनों रिकवरी आने की उम्‍मीद है. 

 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां शेयरों में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें)