Shark Tank India-4:जब मिस चीजकेक पहुंची शो पर, ₹1Cr है हर साल की कमाई, फंडिंग नहीं मिली मिल गया रितेश का नंबर
शार्क टैंक में अक्सर कुछ ऐसे स्टार्टअप आते हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि इसे तो कहीं देखा है. कुछ ऐसा ही हुआ शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन में. इस सीजन में एक स्टार्टअप आया Miss Cheesecake. इस स्टार्टअप की शुरुआत की है जोधपुर के रहने वाले पूजा बलानी और नरपत सिंह राठौर ने.
शार्क टैंक में अक्सर कुछ ऐसे स्टार्टअप आते हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि इसे तो कहीं देखा है. कुछ ऐसा ही हुआ शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन में. इस सीजन में एक स्टार्टअप आया Miss Cheesecake. इस स्टार्टअप की शुरुआत की है जोधपुर के रहने वाले पूजा बलानी और नरपत सिंह राठौर ने. अपनी पिच के दौरान पूजा ने एक ऐसी रील दिखाई, जिस पर 60 मिलियन व्यूज हैं. मुमकिन है कि आपने भी कभी Miss Cheesecake की फाउंडर पूजा की ये रील देखी हो.
फाउंडर्स ने जयपुर की एक शॉप से चीजकेक खाया, लेकिन वो महंगा भी था और हेल्थ के लिए बहुत नुकसान वाला था. ऐ दोनों ने देखा कि जोधपुर में चीजकेक की बहुत जरूरत है, फिर पूजा और नरपत ने जोधपुर को चीजकेक खिलाने का जिम्मा उठाया. फाउंडर्स किसी भी बेकरी बैकग्राउंड से नहीं आते हैं, ऐसे में उन्हें शुरू करना थोड़ा मुश्किल रहा. हालांकि, पूजा और नरपत आर-पार की लड़ाई के मूड में थे तो उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया और 20 दिन में ही उनके फॉलोअर्स की संख्या 1 लाख हो गई.
4 महीने में बेचे 25 हजार चीजकेक
फाउंडर्स का दावा है कि उनके चीज केक की क्रीम बहुत ही लाइट है, सस्ती है और बिना किसी प्रिजर्वेटिव के बनी है. मिस चीजकेक्स के पास 6 फ्लेवर हैं. 4 महीनों में ही कंपनी ने 25 हजार से भी ज्यादा चीजकेक बेच दिए थे. जब फाउंडर्स ने अपने केक जजों को टेस्ट कराए तो सभी ने केक की खूब तारीफ की. पूजा ने तो यहां तक कहा कि इस बिजनेस की शुरुआत उन्होंने अनुपम मित्तल से प्रेरणा लेकर ही की है.
पूजा ने जुलाई 2023 में छोड़ी नौकरी
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पूजा ने बताया कि उन्होंने जुलाई 2023 में अपनी नौकरी छोड़ दी. इसके बाद उनकी मम्मी ने कहा कि अब दिसंबर में तेरी शादी करा देंगे. उन्होंने शादी डॉट कॉम पर प्रोफाइल भी बना दी. ये देखकर पूजा सोचती थीं कि ये शादी डॉट कॉम किसने बनाया, गुस्सा आता है उस पर. फिर उन्होंने अक्टूबर 2023 में चीजकेक बनाना शुरू किया. महीने भर तक कोशिश करते रहे और अच्छा चीजकेक बनाने में पूजा सफल हो गईं.
इसके बाद पूजा ने सोचा कि जब चीजकेक अच्छा बनने लगा है तो क्यों ना कि इसे बेचा जाए. वह अपने एक दोस्त की दुकान में हर शनिवार और रविवार को चीजकेक बेचने लगीं. बीच-बीच में कुछ एग्जिबिशन में भी जाकर केक बेचना शुरू कर दिया. इससे लोगों का रेस्पॉन्स भी मिला और टेस्ट भी पता चल गया. उस वक्त पूजा और नरपत दोस्त थे, तो नरपत ने दुकान खोलने का सुझाव दिया और अपनी नौकरी छोड़ दी.
दुकान खुलते ही मिल गए 1 लाख फॉलोअर्स
इसके बाद 23 मई 2024 में दोनों ने मिलकर मिस चीजकेक नाम से दुकान खोल ली. दुकान खुलते ही सबसे पहले मां ने कहा कि अब तुम्हारी शादी 3 साल बाद कराएंगे. फाउंडर्स ने बताया कि कैसे 23 मई को ओपनिंग के दिन पूजा के मुहुर्त के वक्त तक ही उनके 1 लाख फॉलोअर्स हो गए थे. दरअसल, पूजा ने 1 मई से ही वीडियो बनाने शुरू कर दिए थे. दुकान ढूंढना, फर्नीचर लाना, साफ-सफाई हर चीज की वह वीडियो बनाने लगे. इससे लोगों को इंट्रेस्ट आता गया और वह जुड़ते चले गए. उन्होंने एक वायरल वीडियो भी शार्क टैंक पर चलाया, जिस पर 60 मिलियन व्यूज आए थे.
हर महीने कमाते हैं करीब ₹3 लाख का मुनाफा
मिस चीजकेक से तमाम केक 120 रुपये से लेकर 140 रुपये तक बिकते हैं. फाउंडर्स बोले कि अभी अधिकतर डिमांड स्टोर से ही आती है, सिर्फ 2-3 महीने पहले ही ऑनलाइन हुए हैं. शार्क टैंक में पिच देने के वक्त उनकी सेल्स करीब 8 लाख रुपये मंथली थी. वह हर महीने 2.5-3 लाख रुपये का मुनाफा करते हैं.
जोधपुर तक सीमित नहीं रहना चाहते फाउंडर्स
फाउंडर्स ने कहा कि वह सिर्फ जोधपुर तक सीमित नहीं रहना चाहते हैं. उन्हें देश भर से लोग फोन करते हैं, कुछ लोग फ्रेंचाइजी के लिए भी पूछते हैं, कुछ कहते हैं उनके शहर में भी दुकान खोलो. अब फाउंडर्स हर शहर में अपनी शॉप खोलना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि कुछ सेंट्रल किचन खोले जाएं और छोटे-छोटे बहुत सारे स्टोर को वहां से सर्विस दी जाएगी.
फाउंडर्स ने बनाया है शेफलेस मॉडल
नरपत बताते हैं कि उन्होंने एक शेफलेस मॉडल बना दिया है, जिसे देखकर कोई बी 10-15 दिन में चीजकेक बना सकेगा, किसी शेफ की जरूरत नहीं होगी. अभी सबसे पहले यह स्टार्टअप जयपुर में एक सेंट्रल किचन खोलना चाहता है, जिससे गुरुग्राम और दिल्ली को कवर किया जा सकेगा.
फंडिंग तो नहीं मिली, रितेश का नंबर मिल गया
फाउंडर्स ने अपने बिजनेस की 5 फीसदी इक्विटी के बदले 30 लाख रुपये की फंडिंग मांगी. मौजूदा वक्त में कंपनी के पास करीब 10 लाख रुपये कैश हैं. इस स्टार्टअप की डील से अनुपम, अमन, नमिता और कुणाल आउट हो गए. वहीं रितेश ने 7.5 फीसदी इक्विटी के बदले 30 लाख रुपये की फंडिंग का ऑफर दिया. हालांकि, फाउंडर्स ने 5 फीसदी से ज्यादा इक्विटी देने से मना कर दिया. फाउंडर्स के लिए अच्छी बात ये रही कि उन्हें जाते-जाते रितेश अग्रवाल ने अपना नंबर दे दिया, ताकि अगर किसी मदद की जरूरत हो तो वह उनसे बात कर सकें.
11:44 PM IST