Shark Tank India-4: दो भाइयों ने बनाया 50 Cr. का बिजनेस, प्लांट में कीं 3 इनोवेशन, फिर भी शो से लौटे खाली हाथ
शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) के 9वें एपिसोड में दो एक जैसे स्टार्टअप (Startup) आए. ऐसे में दोनों को एक के बाद एक शो पर पिच करने के लिए बुलाया गया.
शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) के 9वें एपिसोड में दो एक जैसे स्टार्टअप (Startup) आए. ऐसे में दोनों को एक के बाद एक शो पर पिच करने के लिए बुलाया गया. पहले नंबर आया Nurturing Green का और फिर नंबर आया Kyari का. इसकी शुरुआत 2022 में इंदौर के रहने वाले दो भाइयों आगम चौधरी और सक्षम जैन की है. दोनों भाइयों ने देखा कि कोविड के बाद लोग इंडोर प्लांट्स की ओर बढ़ने लगे. उन्होंने इसमें एक बड़ी समस्या ये देखी कि लोग प्लांट में कभी कम तो कभी ज्यादा पानी डाल देते हैं. ऐसे में दोनों ने मिलकर सेल्फ वॉटरिंग प्लांटर्स वाले प्लांट बनाए.
इस स्टार्टअप के पास करीब 150 से ज्यादा प्लांट हैं. वह सेल्फ वाटरिंग प्लांटर और फर्टिलाइजर्स बेचते हैं. इस स्टार्टअप के प्रोडक्ट्स में हफ्ते में सिर्फ एक बार पानी डालना होता है. कंपनी हर रोज 2000 से भी ज्यादा प्लांट शिप करती है. अब तक यह स्टार्टअप 5 लाख से भी ज्यादा लोगों तक अपने प्लांट्स पहुंचा चुका है.
पहले भी चला चुके हैं एक बिजनेस
दोनों भाइयों कि परवरिश मध्य प्रदेश के एक शहर सागर में हुई है. 2017 में आगम ने इंदौर से बीटेक किया और 2018 में एक बिजनेस चलाया. उस बिजनेस को 3 साल में उन्होंने करीब 13 करोड़ रुपये का बना दिया, जिसमें से 80-90 लाख का मुनाफा भी हुआ. वहीं कोविड के बाद अक्षम ने देखा कि प्लांट्स की कैटेगरी तेजी से बढ़ रही है और वह इसका आइडिया लेकर पहुंचे आगम के पास. फिर दोनों ने मिलकर 2022 में KYARI की शुरुआत की.
इस तरह काम करता है इनका बिजनेस
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अपने बिजनेस के लिए फाउंडर्स ने 3 नर्सरी पार्टनर्स के साथ टाईअप किया है. इसमें प्लांट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर उनके होते हैं, लेकिन क्वालिटी के पैरामीटर्स स्टार्टअप की तरफ से तय किए जाते हैं. ओवर वाटरिंग और अंडर वाटरिंग की दिक्कत को सॉल्व करने के लिए ही फाउंडर्स ने सेल्फ वाटरिंग प्लांटर बनाए हैं, ताकि मिट्टी के वॉल्यूम के हिसाब से उसमें पानी जाए.
तीन तरीके के इनोवेशन किए हैं
1- इस स्टार्टअप ने ऐसे प्लांटर बनाए हैं, जिसमें अंदर एक और छोटा सा प्लांटर होता है, जिसमें आपको पानी भरना होता है. इस छोटे प्लांटर से पानी ऑटोमेटिक तरीके से मिट्टी में जाता रहता है. कुछ प्लांटर में नीचे की तरफ से पानी जाने का सिस्टम भी बनाया है.
2- कुछ समय पहले ही इस स्टार्टअप ने वाटर लेवल को मापने के लिए एक मीटर भी बनाया है. इसे सिर्फ मिट्टी में लगाकर 15-20 मिनट के लिए छोड़ना होता है. अगर इस मीटर में ऊपर का हिस्सा ब्लू हो जाता है तो इसे पानी नहीं देना है, लेकिन अगर वह सफेद रहता है तो उसमें पानी डालना है. कंपनी इस मीटर को लोगों को फ्री में देना चाहती है अपने प्लांट्स के साथ.
3- कंपनी का तीसरा इनोवेटिव प्रोडक्ट है ग्लोब, जो एक तरह ग्लोब जैसा गोल होता है और वह एक पाइप जैसी चीज से जुड़ा रहता है. इसमें पानी भरा जाता है और फिर किसी भी प्लांट के गमले में धंसा दिया जाता है. इससे प्लांट को खुद-ब-खुद पानी मिलता रहता है, वो भी उतना ही, जितना प्लांट को चाहिए. इस ग्लोब की कीमत करीब 299 रुपये है.
तगड़ी सेल कर रही है कंपनी
इस स्टार्टअप ने 2022-23 में 1.75 करोड़ की कमाई की, लेकिन 1.25 करोड़ रुपये का नुकसान उठाया. वहीं अगले साल 9.5 करोड़ रुपये की कमाई की, जिसमें 2.17 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. इस साल अक्टूबर तक कंपनी ने 10.5 करोड़ रुपये की सेल की है, जिसमें 1.35 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. कंपनी का टारगेट है कि इस साल करीब 23 करोड़ रुपये की सेल की जाएगी, जिसमें लगभग 2 करोड़ रुपये का नुकसान होगा.
3 फंडिंग राउंड कर चुकी है कंपनी
कंपनी इससे पहले 3 राउंड में फंडिंग उठा चुकी है. पहला राउंड हुआ था, जिसके तहत अप्रैल 2022 में 40 करोड़ रुपये के वैल्युएश पर कंपनी ने 2 करोड़ रुपये जुटाए थे. अगला राउंड हुआ अक्टूबर 2023 में, जब कंपनी ने 50 करोड़ के वैल्युएशन पर 5.4 करोड़ रुपये उठाए. वहीं तीसरा राउंड हुआ मार्च 2024 में, जब कंपनी ने 40 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर 1.04 करोड़ रुपये जुटाए. वह जल्द ही 150 करोड़ के वैल्युएशन पर 25 करोड़ रुपये का एक और राउंड करने की तैयारी में हैं. इस कंपनी में 40 फीसदी स्टेक आगम के पास, 37 फीसदी सक्षम के पास, 7 फीसदी ईसॉप और 17 फीसदी स्टेक निवेशकों के पास है.
खाली हाथ जाना पड़ा फाउंडर्स को
फाउंडर्स ने अपने स्टार्टअप के लिए 0.8 फीसदी इक्विटी के लिए 80 लाख रुपये की फंडिंग मांगी. कंपनी के पास पैसे लगभग खत्म हो चुके हैं. मार्केटिंग पर इनका खर्च करीब 45 फीसदी है और कर्मचारियों की सैलरी रिस्क में है. ये सब देखते हुए विनीता इस कंपनी से आउट हो गईं. वहीं अनुपम और नमिता भी डील से आउट हो गए. इनके अलावा पीयूष बंसल और कुणाल बहल ने मिलकर 10 फीसदी के बदले 4 करोड़ की डील दी. इस पर काफी नेगोशिएशन हुआ, लेकिन बात नहीं बनी और फाउंडर्स को शो से खाली हाथ ही जाना पड़ा.
10:57 PM IST