Shark Tank's Success Stories: लोग कहते थे- 'पढ़ा-लिखा नहीं बिजनेस कैसे करेगा?' आदिल ने बना दी 100 Cr की कंपनी
पिछले सीजन में शो शुरू होने के पहले ही दिन आदिल कादरी (Adil Qadri) नाम का एक स्टार्टअप आया था, जिसने सभी जज को हैरान कर दिया था. आइए जानते हैं पिछले सीजन में जब आदिल शार्क टैंक इंडिया पहुंचे तो वहां क्या-क्या हुआ.
शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India-4) के चौथे सीजन की शुरुआत होने वाली है. इससे पहले लोग इसके तीसरे सीजन के कई स्टार्टअप्स की बातें करने लगे हैं. इसमें भी तमाम सीजन की तरह कई सारे स्टार्टअप (Startup) आ रहे हैं, जो शार्क के सामने अपने स्टार्टअप को पिच करेंगे. पिछले सीजन में शो शुरू होने के पहले ही दिन आदिल कादरी (Adil Qadri) नाम का एक स्टार्टअप आया था, जिसने सभी जज को हैरान कर दिया था. इस स्टार्टअप के फाउंडर का नाम भी आदिल कादरी है. आइए जानते हैं पिछले सीजन में जब आदिल शार्क टैंक इंडिया पहुंचे तो वहां क्या-क्या हुआ. साथ ही ये भी जानते हैं कि आदिल का स्टार्टअप क्या है और कैसे काम करता है.
आदिल कादरी ब्रांड की शुरुआत आदिल ने 2019 में की थी. करीब 30 साल के आदिल कादरी गुजरात के टीयर-3 शहर बिलिमोरा में रहते हैं. शुरुआत में तो उन्हें बहुत सारे लोगों ने कहा कि वह पढ़े-लिखे नहीं हैं, अंग्रेजी नहीं आती तो आगे नहीं जा सकते, लेकिन आदिल ने मेहनत की और अपना एक अलग रास्ता बनाया.
100 करोड़ का वैल्युएशन, विनीता सिंह ने किया निवेश
शार्क टैंक इंडिया के तीसरे सीजन में आदिल ने 200 करोड़ रुपये की वैल्युएशन पर 0.5 फीसदी इक्विटी के बदले 1 करोड़ रुपये की मांग की. तमाम शार्क ने उनके बिजनेस में दिलचस्पी नहीं दिखाई, लेकिन विनीता सिंह ने 1 फीसदी के बदले 1 करोड़ रुपये देकर उनके बिजनेस की वैल्यू 100 करोड़ रुपये लगाई थी.
अस्थमा के चलते 5वीं में छोड़ी पढ़ाई
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आदिल कादरी को बचपन से ही अस्थमा है, जिसके चलते उन्हें 5वीं के बाद से ही स्कूल छोड़ना पड़ा. स्कूल छोड़ने के बाद 2005 से 2012 तक उन्होंने बहुत कुछ सीखा और कई कोर्स किए. 2014 में उनके अंकल ने उन्हें एसईओ यानी सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के बारे में बताया. इसके बाद उनकी डिजिटल मार्केटिंग की जर्नी शुरू हुई. वह एक एसईओ एक्सपर्ट की तरह काम करते रहे और फिर 2018 तक कई डी2सी वेबसाइट पर काम किया, लेकिन बात नहीं बनी.
धंधे का ज्ञान, खुशबू की पहचान
आदिल के पिता 25 साल से इत्र की दुकान में काम कर रहे थे, जिसमें वही पुराने तरीके से इत्र की शीशियों में उसे देना, कोई स्टैंडर्ड नहीं होना, जिसके चलते हर बार खुशबू में कुछ बदलाव हो जाता था. ये सब देखकर उन्होंने 2019 में आदिल कादरी ब्रांड की शुरुआत की. आदिल कहते हैं कि उनके शहर में उन्हें तीन खास चीजें सिखाई हैं. पहला है धंधे का ज्ञान, दूसरा है खुशबू की पहचान और दूसरा है हर प्रॉब्लम से ऐसे लड़ो जैसे एक चट्टान.
इत्र का है बिजनेस
आदिल कादरी का बिजनेस इत्र का है. वह आज के हिसाब से मॉडर्न और प्रीमियम पैकेजिंग करते हैं. पहले लोग इत्र की बोतल को किसी को गिफ्ट देने में कतराते थे, लेकिन अब गिफ्टिंग में इसका खूब इस्तेमाल होता है. आदिल ने शार्क टैंक इंडिया के तीसरे सीजन में बताया था कि वह हर रोज करीब 3000 ऑर्डर प्रोसेस करते हैं और उस वक्त तक 10 लाख से भी अधिक ऑर्डर पूरे कर चुके हैं. आदिल कादरी ने बताया था कि उनके 95 फीसदी ग्राहक पुरुष हैं. आदिल कहते हैं कि 'हर इंडस्ट्री का एक गुंडा होता है और इस इंडस्ट्री का गुंडा मैं हूं.'
तगड़ी कमाई कर रही कंपनी
पिछले सीजन में आने तक आदिल कादरी का 95 फीसदी बिजनेस ऑनलाइन था और एवरेज सेलिंग प्राइस 800 रुपये थी. वित्त वर्ष 2020-21 में उनके स्टार्टअप ने 5.3 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया था. 2021-22 में यह रेवेन्यू करीब दोगुना होकर 10 करोड़ रुपये हो गया. वहीं 2022-23 में फिर दोगुना हुआ और 20.7 करोड़ रुपये हो गया. वहीं 2023-24 में कंपनी का टारगेट बिजनेस को करीब 4 गुना करते हुए 80-90 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करने का था.
अधिकतर शार्क को ये सोचकर थोड़ी चिंता हुई थी कि आदिल कादरी का बिजनेस नुकसान उठा रहा था. हालांकि, उनका ग्रॉस मार्जिन लगभग 70 फीसदी था और इसी से इंप्रेस होकर विनीता सिंह ने इसमें पैसे लगाए. आदिल ने बताया था कि उन्होंने तब तक अपने बिजनेस के लिए किसी से निवेश नहीं उठाया था, बल्कि दो अलग-अलग एनबीएफसी से 2 और 4 करोड़ रुपये का लोन लिया था. वह कहते हैं कि इन लोन के चुकाने के लिए वह फिर से लोन ले सकते हैं और उनकी इसी बात ने बहुत सारे शार्क को निवेश करने से रोकने का भी काम किया.
03:40 PM IST