Shark Tank India-4: 'यहां का गुंडा मैं हूं'.. 'मिलते हैं फिर मार्केट में'.. 6 Startup को देख जज आए टेंशन में!
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Thu, Jan 02, 2025 02:08 PM IST
Shark Tank India-4: शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन की शुरुआत 6 जनवरी से हो रही है. शो शुरू होने से पहले ही इसके प्रोमो से कई स्टार्टअप (Startup) के बारे में और उनकी बातों के बारे में पता चलने लगा है. इस बार शो में एक ऐसा स्टार्टअप आया, जिसके प्रोडक्ट को देखकर शार्क हैरान रह गए. यहां तक कि शार्क अमन गुप्ता (Aman Gupta) ने उनसे ये तक कह दिया- 'मिलते हैं फिर मार्केट में.' आइए जानते हैं ऐसे ही 6 स्टार्टअप्स के बारे में, जिन्होंने पैनल में बैठे जजों को भी टेंशन दे दी.
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1- 7 रिंग को जब अमन गुप्ता ने ललकारा
शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन में एक स्टार्टअप आ रहा है, जो स्मार्ट रिंग बनाता है. इस स्टार्टअप का नाम है सेवन (7), जिसकी रिंग आपने पहली है तो बिना मोबाइल या वॉलेट के ही आप पेमेंट कर सकते हैं. जब उन्होंने अपने स्टार्टअप की पिच शार्क टैंक में रखी और डेमो दिया तो विनीता बोलीं कि ऐसा धमाकेदार डेमो तो पहली बार देख रहे हैं.
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अमन बोले- 'मिलते हैं फिर मार्केट में'
खुद अमन गुप्ता भी इस स्टार्टअप से इंप्रेस हो गए थे और बोले कि रिंग में पेमेंट का फीचर उन्होंने भी पहली बार देखा है. अनुपम मित्तल ने कहा कि अगर उन्होंने बोट की घड़ी पहनी है तो इस रिंग की क्या जरूरत, क्योंकि उस घड़ी में भी पेमेंट का फीचर है. इस पर फाउंडर्स ने कहा कि यह कोई जीरोसम गेम नहीं है यानी ऐसा नहीं है कि इसमें सिर्फ एक ही खिलाड़ी मार्केट में रह सकता है, एक से ज्यादा लोग इस खेल में जीत सकते हैं. इस पर अमन गुप्ता ने कहा- 'मिलते हैं फिर मार्केट में.'
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2- Hammer को दिया स्टार्टअप बेचने का ऑफर
जब हैमर अपने प्रोडक्ट लेकर शार्क टैंक इंडिया के मंच पर पहुंचे, तो वहां कंपनी के फाउंडर रोहित नंदवानी की आंखों में अमन गुप्ता से एक डर साफ देखा जा सकता था. अमन गुप्ता ने इसी एपिसोड में कहा था कि हर इंडस्ट्री में एक ही गुंडा हो सकता है और इसके गुंडे हम हैं. उन्होंने ऑफर भी दिया था कि फाउंडर अपनी कंपनी अमन गुप्ता को बेच दे.
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1 करोड़ में खरीदी 40% हिस्सेदारी
हैडफोन, स्मार्टवॉच, स्मार्टब्रश बनाने वाली कंपनी हैमर के फाउंडर रोहित इस पर एक बार के लिए राजी भी हो गए. अमन गुप्ता ने 1 करोड़ रुपये में अपनी कंपनी बेचने का ऑफर दिया. वहीं अश्नीर ग्रोवर और अनुपम मित्तल ने 25 फीसदी इक्विटी के बदले 1 करोड़ रुपये देने का ऑफर दिया. आखिरकार हैमर ने अपनी कंपनी की 40 फीसदी इक्विटी 1 करोड़ रुपये में अमन गुप्ता को बेच दी.
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3- Recode की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी ने सबको किया इंप्रेस
कॉस्मेटिक्स का ये स्टार्टअप शार्क टैंक में आया तो शार्क के मुंह से तुरंत निकला हैमर-2. यानी हैमर की तरह यह भी ऐसा स्टार्टअप है, जो एक शार्क विनीता सिंह का कॉम्पटीटर है. रीकोड के फाउंडर हैं लुधियाना से आए धीरज बंसल और राहुल सचदेवा. फाउंडर्स ने 1 फीसदी इक्विटी 1 करोड़ रुपये में ऑफर की. अमन गुप्ता को उनके प्रोडक्ट्स की क्वालिटी अच्छी नहीं लगी. हालांकि, सभी को उनकी प्रोडक्ट्स बेचने की रणनीति बहुत पसंद आई.
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विनीता बोलीं- 'इस ब्रांड का नाम भी नहीं सुना'
विनीता बोलीं कि उन्होंने इस ब्रांड का नाम भी नहीं सुना अब तक. इस पर फाउंडर्स ने बताया कि शुगर भी रीकोड को फॉलो करता है. पीयूष को ब्रांडिंग खास नहीं लगी. अमन और नमिता ने ये कहते हुए इन्वेस्ट नहीं किया, क्योंकि वह अपने किसी दोस्त (विनीता सिंह) की कॉम्पटीटर कंपनी में निवेश नहीं करना चाहते. विनीता को लगा कि इसका मार्केट काफी छोटा है और कॉम्पटीटर है, इसलिए उन्होंने पैसे नहीं लगाए. वहीं अनुपम को चीजें ठीक से समझ ही नहीं आईं, जिसके चलते वह भी डील से बाहर हो गए.
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4- House Of Beauty के प्रोडक्ट्स ने किया हैरान
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फेस योगा टीचर हैं विभूति अरोड़ा
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5- Intense Focus को देख पीयूष आए टेंशन में
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कुछ मामलों में लेंसकार्ट से भी आगे
मनीष ने कहा कि कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनमें वह लेंसकार्ट से भी आगे हैं. फाउंडर की कुछ बातों पर शार्क ने उन्हें करेक्ट भी किया, ऐसा लगा जैसे फाउंडर कुछ चीजों को लेकर कनफ्यूजन में थे या यूं कहें कि वह अपनी बात समझा नहीं पाए. अजहर इकबाल ने कहा कि आप दूसरों की बातें नहीं सुन रहे हो, जो मुझे ठीक नहीं लगता. पीयूष ने कहा कि आप बार-बार 'मैं' बोल रहे हो, जिसे आपको हम पर ले जाना होगा.
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6- Eyenic लाया पगड़ी पहनने वालों के लिए चश्मे
यह एक आईवीयर स्टार्टअप है, जिसकी शुरुआत पीयूष कालरा और सुनील छाबड़ा ने की थी. उन्होंने 6 फीसदी इक्विटी के बदले 75 लाख रुपये की मांग की थी. यह स्टार्टअप उस वक्त तक 85 फीसदी फ्रेम का बिजनेस करती थी और 15 फीसदी लेंस का बिजनेस करती थी. नमिता ने वहां एक बार ये बोल दिया था कि लेंसकार्ट से टक्कर लेना आसान नहीं. यह स्टार्टअप भारत के करीब 40 हजार ऑप्टिकल स्टोर से कनेक्टेड हैं. कंपनी का 20 फीसदी मार्केट तो सिर्फ टरबन वीयर (पगड़ी पहनने वालों के लिए चश्मे) का है.
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