RTI को आसान बना रहा ये Startup, जुटाए ₹25 लाख, पति-पत्नी का ये आइडिया सबको कर रहा हैरान
एक ऐसा स्टार्टअप शुरू हुआ है जो आरटीआई (RTI) फाइल करने में लोगों की मदद करता है. इस स्टार्टअप का नाम है RTIwala. यह स्टार्टअप मध्य प्रदेश के Seoni Malwa से शुरू हुआ है, जो एक लीगलटेक स्टार्टअप है.
तेजी से बढ़ते स्टार्टअप (Startup) कल्चर के इस दौर में तरह-तरह के स्टार्टअप शुरू हो रहे हैं. इसी बीच एक ऐसा स्टार्टअप शुरू हुआ है जो आरटीआई (RTI) फाइल करने में लोगों की मदद करता है. इस स्टार्टअप का नाम है RTIwala. यह स्टार्टअप मध्य प्रदेश के Seoni Malwa से शुरू हुआ है, जो एक लीगलटेक स्टार्टअप है. ताजा खबर ये है कि इस स्टार्टअप को Pontaq VC की तरफ से 25 लाख रुपये की फंडिंग हासिल हुई है.
इस स्टार्टअप की यह सीड राउंड की फंडिंग है, जिसकी मदद से RTIwala अपनी टीम को बढ़ाएगा, ताकि इसके प्रोडक्ट और सर्विस की पहुंच को भी बढ़ाया जा सके. यह स्टार्टअप लोगों और ऑर्गेनाइजेशन की आरटीआई फाइल करने में मदद करता है. यह स्टार्टअप सरकारी रेकॉर्ड से जानकारी को आसानी से और अफॉर्डेबल तरीके से मुहैया कराने की सेवा देता है.
पति-पत्नी ने शुरू किया ये स्टार्टअप
इस स्टार्टअप की शुरुआत पति-पत्नी सुमित महेंद्र और कृतिका श्रीवास्तव महेंद्र ने की थी. वैसे तो इसकी शुरुआत दोनों ने एक ब्लॉग की तरह की थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपने बिजनेस मॉडल को जनवरी 2019 में सर्विस देने वाले बिजनेस-मॉडल में बदल दिया. साल 2022 में RTIwala ने एक बार फिर से अपना बिजनेस मॉडल बदला और उसे प्रोडक्ट आधारित स्टार्टअप बना दिया.
आरटीआई को बना रहा आसान
TRENDING NOW
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
यह स्टार्टअप आरटीआई फाइल करने की प्रक्रिया को बहुत ज्यादा आसान बनाना जाता है. RTIwala ने कहा कि वह पब्लिक रेकॉर्ड्स का एक सर्च किया जा सकने वाला डेटाबेस बना रहा है. स्टार्टअप के को-फाउंडर और सीईओ सुमित महेंद्र ने कहा कि वह सूचना यानी इनफॉर्मेशन की ताकत को अच्छे से समझते हैं, जिससे वह तमाम नागरिकों के जीवन में एक पॉजिटिव बदलाव लाना चाहते हैं.
स्टार्टअप की को-फाउंडर और सीओओ कृतिका महेंद्र ने कहा 25 लाख रुपये की फंडिंग से हमें टीम को बढ़ाने में मदद मिलेगी और जो बदलाव हम लाना चाहते हैं, उसमें भी मदद मिलेगी. बता दें कि इस स्टार्टअप का रेवेन्यू पिछले साल करीब 3 गुना हो गया है.
05:01 PM IST