जीरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत (Nithin Kamath) को आज के वक्त में कौन नहीं जानता. वह भारत के एक बड़े ब्रोकरे फर्म जीरोधा की वजह से जाने जाते हैं. जीरोधा की सबसे अच्छी बात ये है कि वह एक बूटस्ट्रैप्ड स्टार्टअप (Startup) है, जिसने आज तक कोई फंडिंग (Funding) नहीं उठाई. इसके बावजूद जीरोधा मुनाफे के साथ बिजनेस कर रही है. यही वजह है कि स्टार्टअप की दुनिया में तमाम फाउंडर्स जीरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत की खूब तारीफ करते हैं और कई तो उन्हें आदर्श मानकर अपना बिजनेस (Business) कर रहे हैं. 

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नितिन कामत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. वह पर्सनल से लेकर प्रोफेशनल जानकारियां तक सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं. इसी बीच हाल ही में नितिन कामत ने सोशल मीडिया ट्विटर पर एक पोस्ट लिखी है, जिसमें उन्होंने अपने पिता से जुड़ी एक कहानी लोगों के सामने रखी है. उन्होंने बताया है कि कैसे उनके पिता ने उनकी और निखिल कामत की प्रोफेशनल जर्नी में उनकी मदद की.

पिता बने बिजनेस के पहले ग्राहक

नितिन कामत ने लिखा है कि आज जो सफलता उन्हें मिली है, वह उनके पिता के बिना कभी मुमकिन नहीं हो पाती. उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता ने ना सिर्फ उनके लिए एक चीयरलीडर की भूमिका निभाई, बल्कि बिजनेस का पहला ग्राहक बनकर भी आगे बढ़ने में उनकी मदद की. उन्होंने कहा कि हमने जब-जब कुछ करने की कोशिश की, किसी न किसी तरह से मेरे पिता हमारे वीसी (Venture Capitalist) बनकर सामने आए.

उनके पिता के सपोर्ट की शुरुआत होती है नितिन कामत के ट्रेडिंग वेंचर के लिए शुरुआती सीड कैपिटल देने से. वह नितिन कामत के मल्टी लेवल मार्केटिंग, सब-ब्रोकरेज और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट बिजनेस के पहले ग्राहक बने. नितिन ने लिखा- उन्होंने उस हर काम में हमारी मदद की, जो भी हमने करने की कोशिश की, भले ही वह काम कितना भी बेवकूफाना क्यों ना दिखता हो. यह सब भी उन्होंने लिमिटेड रिसोर्स के साथ किया.

जब नितिन कामत और उनके पिता हुए भावुक

नितिन कामत की जिंदगी में एक बड़ा इमोशनल पल उस वक्त आया, जब उन्हें केनरा बैंक में बोलने के लिए आमंत्रित किया गया. वहां पर नितिन कामत के पिता ने अपना पूरा करियर दे दिया. जब वहां नितिन कामत बोल रहे थे, उस वक्त ऑडिएंस में उनके पिता बैठे थे. जब नितिन कामत ने अपनी कहानी बताई तो उसे सुनकर एक तरफ उनके पिता की आंखों में आंसू आ गए, वहीं दूसरी ओर खुद नितिन कामत की आंखें भी नम हो गईं.