स्मार्टआइडियाथॉन: Students ने निवेशकों के सामने पेश किए Startup Ideas, जीतने वाले को मिलेंगे ₹2 लाख
स्मार्टआइडियाथॉन 2023 कार्यक्रम में छात्रों ने निवेशकों के सामने स्टार्टअप विचार पेश किए. जो भी स्टार्टअप आइडिया चुने जाते हैं यानी विजेता होंगे उन्हें 2 लाख रुपये स्टार्टअप कैपिटल के रूप में मिलेंगे. साथ ही बिजनेस कोचिंग के लिए बोस्टन की ट्रिप स्पॉन्सरशिप मिलेगी.
गांधी प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन संस्थान (जीआईटीएएम) विश्वविद्यालय में आयोजित वार्षिक स्मार्टआइडियाथॉन कार्यक्रम में शिक्षाविदों ने कहा कि जीवन के अनुभव और व्यापक शोध से व्यावसायिक विचार के जन्म लेने और विकसित होने की पूरी संभावना है. उन्होंने कहा कि इस बात से असर पड़ता है कि आप सही सवाल पूछें और आपको यह पता हो कि जवाब कहां ढूंढ़ना है. इस तरह के और भी बहुत कुछ विचार वार्षिक स्मार्टआइडियाथॉन 2023 कार्यक्रम में सामने आए, जहां छात्रों ने निवेशकों के सामने स्टार्टअप विचार पेश किए. जो भी स्टार्टअप आइडिया चुने जाते हैं यानी विजेता होंगे उन्हें 2 लाख रुपये स्टार्टअप कैपिटल के रूप में मिलेंगे. साथ ही बिजनेस कोचिंग के लिए बोस्टन की ट्रिप स्पॉन्सरशिप मिलेगी.
यह कार्यक्रम हैदराबाद स्थित जीआईटीएएम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया गया था, जो स्टार्टअप इंडिया द्वारा प्रायोजित था. स्टार्ट-अप इंडिया, भारत में स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिये सरकार की एक पहल है. कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर छात्रों को संबंधित करते हुए विश्विविद्यालय के कुलपति डी. संबाशिव राव ने कहा, "आखिरकार यह बाजार तय करेगा कि आपके आइडिया अच्छे हैं या नहीं."
अमेरिका के नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ग्रेग कोलियर ने छात्रों को प्रयोगों को अपने अनुभवों को शामिल करने की सलाह दी. अमेरिका की एनयूसीईई, नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम निदेशक कोलियर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "एक छात्र का वैश्विक प्रदर्शन, समस्या और इसके समाधान के लिये बहुत ही अनूठी पहल है. इस तरह के अनुभव से बाहर आने वाले छात्रों को विषय-क्षेत्र की समझ होती है. वे मुद्दों को वास्तविक तरीके से समझते हैं और घर पर वास्तविक तरीके से उनका अनुभव करते हैं. वे इन समस्याओं को देखते हैं और इनका समाधान करना चाहते हैं."
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कोलियर ने छात्रों को अपने शोध में तेजी लाने के लिए आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करने का भी सुझाव दिया. उन्होंने कहा, "एआई अनुसंधान प्रक्रिया को तेज कर रहा है ताकि हम बेहतर, गहरे और अधिक व्यावहारिक प्रश्न पूछ सकें जो हमें बड़ी समस्याओं को हल करने में मदद कर सकें." उन्होंने कहा, "यह गूगल सर्च की तरह एक सपोर्ट टूल है, लेकिन थोड़ा अधिक स्मार्ट है और इसने आंकड़ों तक लोगों के पहुंच को आसान बना दिया है."
वार्षिक स्मार्टआइडियाथॉन कार्यक्रम का यह तीसरा आयोजन है, जो छात्रों द्वारा संचालित और नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के सहयोग से विश्वविद्यालय के वेंचर डेवलपमेंट सेंटर (वीडीसी) द्वारा आयोजित किया जा रहा है. वीडीसी, जीआईटीएएम विश्वविद्यालय में सभी स्टार्टअप गतिविधियों के लिए एक उद्यम प्री-इनक्यूबेटर और उपरिकेंद्र के रूप में कार्य करता है.
05:36 PM IST