फिनटेक स्टार्टअप Incred हाल ही में 500 करोड़ रुपये की फंडिंग (Funding) जुटाकर यूनिकॉर्न (Unicorn) क्लब में शामिल हुआ था. वहीं अब कंपनी के वित्तीय नतीजे भी सामने आ गए हैं, जो बहुत ही शानदार हैं. वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का मुनाफा करीब 3.5 गुना बढ़ गया है. वित्त वर्ष 2022 में यह 31 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 109 करोड़ रुपये हो गया है.

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अगर बात की जाए इनक्रेड के रेवेन्यू की, तो इसमें लगभग 77.46 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है. इसी के साथ कंपनी का रेवेन्यू 866 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो वित्त वर्ष 2022 में 488 करोड़ रुपये था. यह सारी जानकारी रजिस्ट्रार और कंपनीज से मिली है.

पिछले ही महीने जुटाए थे 500 करोड़, बना था यूनिकॉर्न

फिनटेक स्टार्टअप इंक्रेड ने पिछले ही महीने नए और मौजूदा निवेशकों से 60 मिलियन डॉलर यानी करीब 500 करोड़ रुपये जुटाने के बाद भारत का दूसरा यूनिकॉर्न (Unicorn) बन गया है. इंक्रेड की धन प्रबंधन सहायक कंपनी इंक्रेड वेल्‍थ ने 36.76 मिलियन डॉलर के निवेश के साथ फंडिंग राउंड का नेतृत्व किया, इसके बाद एमईएमजी फैमिली ऑफिस ने 9 मिलियन डॉलर का निवेश किया.

आरपी ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन रवि पिल्लई और डॉयचे बैंक के सह-प्रमुख राम नायक ने क्रमशः 5.4 मिलियन डॉलर और 1.2 मिलियन डॉलर का निवेश किया. इनक्रेड स्पेशल अपॉर्चुनिटीज फंड वीसीसी, इनक्रेड की सिंगापुर-पंजीकृत इकाई, वेरेनियम कैपिटल एडवाइजर्स और एनएबीएस वृद्धि ने भी इस दौर में भाग लिया. इस फंडिंग के साथ, इंक्रेड का मूल्य अब $1.03 बिलियन हो गया है.

फर्म ने पिछली बार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों से ऋण वित्तपोषण दौर में 68 मिलियन डॉलर जुटाए थे. वित्त वर्ष 2023 के दौरान इंक्रेड ने परिचालन पैमाने पर 77.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो वित्त वर्ष 22 में 488 करोड़ रुपये की तुलना में 865.6 करोड़ रुपये हो गया. ज़ोमैटो ने पिछले साल "परेशानी मुक्त" क्रेडिट सुविधाओं के लिए फिनटेक ऋणदाता इंक्रेड के साथ एक रणनीतिक साझेदारी में प्रवेश किया था.

इसके एसएमई ऋणों के अलावा, जिसमें कार्यशील पूंजी ऋण, सावधि ऋण और चैनल वित्त शामिल हैं, इंक्रेड के उत्पाद पोर्टफोलियो में व्यक्तिगत ऋण, विवाह ऋण, चिकित्सा ऋण और यात्रा ऋण और शिक्षा ऋण भी शामिल हैं.

देश में एक नए यूनिकॉर्न का जन्म तब हुआ है, जब 2023 में भारत के टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम में फंडिंग पिछले पांच वर्षों में सबसे कम रही है. इस वर्ष 5 दिसंबर तक कुल 7 अरब डॉलर की फ़ंडिंग प्राप्त हुई, जो पिछले वर्ष के 25 अरब डॉलर की तुलना में 72 प्रतिशत कम है.

अग्रणी वैश्विक बाजार खुफिया मंच ट्रैक्सन के अनुसार, सभी चरणों में फंडिंग में गिरावट आई है, देर चरण की फंडिंग में 73 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है, इसके बाद प्रारंभिक चरण की फंडिंग (70 प्रतिशत) और सीड-स्टेज फंडिंग (60 प्रतिशत) आई है.