घूमने का शौक है या ऑफिशियल टूर के लिए अक्सर आना-जाना पड़ता है, तो जरूर समझ लें ट्रैवल इंश्योरेंस के फायदे
ट्रैवल इंश्योरेंस भी कई तरह के होते हैं. आप जिस तरह की पॉलिसी खरीदते हैं, आपको सुविधाएं भी उसी तरह की मिलती हैं. अगर आपको घूमने का शौक है या फिर आपको ऑफिशियल टूर के लिए अक्सर आना-जाना पड़ता है तो आपको ट्रैवल इंश्योरेंस के तमाम फायदे और इसकी उपयोगिता के बारे में जरूर पता होना चाहिए.
सर्दियों का मौसम चल रहा है. इस मौसम में कोहरे के कारण ट्रेन और फ्लाइट्स अक्सर कैंसिल हो जाती है या फिर Delay हो जाती है, जिसके कारण पैसेंजर्स परेशानी झेलते हैं. कई बार सामान चोरी हो जाता है या फिर मेडिकल कंडीशन आ जाती है या फिर सफर के दौरान कोई दुर्घटना घट जाती है. ऐसे में ट्रैवल इंश्योरेंस आपके बहुत काम आ सकता है. ट्रैवल इंश्योरेंस आपकी यात्रा के दौरान कई तरह के जोखिम को कवर करता है और आपके सफर को सुरक्षित बनाने का काम करता है.
हालांकि ट्रैवल इंश्योरेंस भी कई तरह के होते हैं. आप जिस तरह की पॉलिसी खरीदते हैं, आपको सुविधाएं भी उसी तरह की मिलती हैं. अगर आपको घूमने का शौक है या फिर आपको ऑफिशियल टूर के लिए अक्सर आना-जाना पड़ता है तो आपको ट्रैवल इंश्योरेंस के तमाम फायदे और इसकी उपयोगिता के बारे में जरूर पता होना चाहिए. यहां जानिए ट्रैवल इंश्योरेंस से जुड़ी खास बातें.
ट्रैवल इंश्योरेंस के फायदे
- यात्रा के दौरान अगर आपकी तबियत खराब हो जाती है तो ऐसे में आपकी ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी आपके काम आएगी. इसमें आपके अस्पताल के बिल, एंबुलेंस फीस आदि को कवर किया जाता है.
- अगर यात्रा के दौरान आपका सामान चोरी हो जाता है तो इसके नुकसान की भरपाई भी ट्रैवल इंश्योरेंस के जरिए की जा सकती है. यहां तक कि पासपोर्ट या फिर कोई जरूरी डाक्यूमेंट के खोने पर भी आपको मदद मिल जाती है.
- यात्रा के दौरान अगर आप किसी तरह की दुर्घटना के शिकार होते हैं, तो ट्रैवल इंश्योरेंस के जरिए आपको मदद मिल सकती है. Accidental Death, Permanent Disability को भी इसमें कवर किया जाता है.
- अगर किसी इमरजेंसी के कारण आपकी कनेक्टिंग फ्लाइट छूट जाती है और उसके चलते आपका पैसा खर्च होता है तो आप ट्रैवल इंश्योरेंस के तहत इसके लिए क्लेम फाइल कर सकते हैं.
- फ्लाइट डिले और कैंसिलेशन की स्थिति में भी ट्रैवल इंश्योरेंस के तहत क्लेम कर नुकसान की भरपाई की जा सकती है. अगर फ्लाइट में 2 से 3 घंटे की भी देरी होती है तो आपको ट्रैवल इंश्योरेंस होने पर काफी फायदा मिल सकता है.
- अगर आपकी फ्लाइट ज्यादा डिले हो गई है तो आप नजदीकी होटल में ठहर सकते हैं. ऐसे में आप रहने और खाने पर हुए खर्च का इंश्योरेंस कंपनी से रीइंबर्समेंट क्लेम कर सकते हैं.
- इन सबके अलावा यात्रा के दौरान होने वाली तमाम समस्याओं जैसे सामान खोने या खराब होने या डैमेज होने की भरपाई भी इंश्योरेंस के जरिए की जा सकती है.
ये चीजें नहीं होती हैं कवर
जब आप ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं तो इसमें पहले से मौजूद बीमारी, युद्ध का रिस्क, आत्महत्या या उन्माद और खतरनाक खेल जैसी चीजें कवर नहीं होती हैं. हालांकि आजकल बाजार में अलग-अलग कवर वाली पॉलिसी के साथ मौजूद हैं, आप अपनी जरूरत के हिसाब से इसका चुनाव करें.
प्लान के हिसाब से तय होता है प्रीमियम
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ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान कई तरह के होते हैं जैसे सिंगल ट्रिप प्लान, मल्टी ट्रिप प्लान, डोमेस्टिक प्लान या इंटरनेशनल प्लान, इंडिविजुअल या ग्रुप ट्रैवल प्लान, स्टूडेंट्स प्लान है या सीनियर सिटीजन प्लान आदि. इन सभी प्लान के हिसाब से इनका प्रीमियम डिसाइड होता है और अलग-अलग सुविधाएं मिलती हैं. आप चाहें तो ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान में अतिरिक्त कवर डलवा सकते हैं. लेकिन अतिरिक्त कवर्स के लिए प्रीमियम भी ज्यादा लगेगा.
ऐसे करें पॉलिसी का चुनाव
अगर आप ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान खरीदने का मन बना चुके हैं तो जरूरत के हिसाब से पॉलिसी का चुनाव करें. अपनी जरूरत के हिसाब से आपको क्या-क्या कवरेज चाहिए, उसके बारे में इंश्योरेंस एजेंट को बताएं और उसके हिसाब से ही प्लान दिखाने को कहें. उदाहरण के लिए- मान लीजिए आप भारत और विदेश, दोनों जगहों की यात्रा करते हैं, तो आपके प्लान में देश और विदेश यात्राएं दोनों ही यात्राओं का कवरेज होना चाहिए. अगर आप सिर्फ देश के अंदर ही ट्रैवल करते हैं, विदेश घूमने का फिलहाल कोई प्लान नहीं है, तो उस हिसाब से पॉलिसी का चुनाव करें. इसके अलावा आपको इंश्योरेंस एजेंट से अपने मन में उठ रहे सभी संदेह और आशंका से जड़े सवाल जरूर करें. नियम और शर्तें क्या हैं, यह जानना बेहद जरूरी है. कई बार लोग इन नियमों और शर्तों पर ध्यान नहीं देते और बाद में इसके चक्कर में परेशानी में पड़ जाते हैं.
07:00 AM IST