Post Office की सुपरहिट स्कीम: एकबार जमा करिए ₹4.5 लाख, 5 साल में ब्याज से ₹1.6 लाख की गारंटीड कमाई
Post Office Scheme: सरकार समर्थित इस स्कीम में निवेशकों को हर महीने ब्याज से गारंटीड कमाई का मौका मिलता है. पोस्ट ऑफिस की MIS एक सॉवरेन फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट व्हीकल है. MIS अकाउंट में सिर्फ एक बार निवेश करना होता है.
Post Office MIS or POMIS: पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (Post Office MIS or POMIS) एक जबरदस्त स्माल सेविंग्स स्कीम है. सरकार समर्थित इस स्कीम में निवेशकों को हर महीने ब्याज से गारंटीड कमाई का मौका मिलता है. पोस्ट ऑफिस की MIS एक सॉवरेन फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट व्हीकल है. MIS अकाउंट में सिर्फ एक बार निवेश करना होता है. उसके बाद आपको हर महीने ब्याज से कमाई होने लगती है. सरकार की ओर से इसकी हर तिमाही ब्याज दरों की समीक्षा की जाती है. इसकी मैच्योरिटी 5 साल की होती है. इसका मतलब कि स्कीम की अवधि समाप्त होने के बाद आपका जमा किया हुआ पैसा यानी मूलधन वापस मिल जाता है. इस स्कीम में बाजार के उतार-चढ़ाव का आपके निवेश पर कोई असर नहीं होता है. इसमें पैसा पूरी तरह सेफ रहता है.
पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में ज्वाइंट, इंडिविजुअल अकाउंट और 10 साल या उससे ज्यादा के माइनर का अकाउंट खुलवाया जा सकता है. अभी इंडिविजुअल के लिए मैक्सिमम निवेश लिमिट 4.5 लाख रुपये और ज्वाइंट अकाउंट के लिए 9 लाख रुपये हैं. हालांकि, नए वित्त वर्ष (1 अप्रैल 2023) से यह लिमिट बढ़ जाएगी.
बजट 2023 में सरकार ने POMIS के इंडिविजुअल अकाउंट के लिए डिपॉजिट लिमिट 4.5 लाख से बढ़ाकर 9 लाख रुपये और ज्वाइंट अकाउंट्स के लिए 9 लाख से बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दी है. 31 मार्च 2023 तक इस स्कीम निवेशकों को सालाना 7.1 फीसदी ब्याज मिल रहा है.
MIS Calculator: ₹4.5 लाख पर हर साल ₹2662 ब्याज
Post Office MIS Calculator के मुताबिक, अगर इंडिविजुअल निवेशक मौजूदा 4.5 लाख की मैक्सिमम लिमिट का एकमुश्त निवेश करता है, तो उसे हर महीने 2662 रुपये ब्याज से इनकम होगी. इस तरह हर साल 31,944 रुपये और 5 साल में 1,59,720 रु ब्याज से इनकम होगी. स्कीम की मैच्योरिटी के बाद आपको जमा राशि वापस मिल जाएगी.
इंडिया पोस्ट के मुताबिक, POMIS स्कीम में मिनिमम 1,000 रुपये के निवेश से अकाउंट खुल सकता है. MIS में ब्याज का भुगतान हर महीने होता है. हालांकि, अगर निवेशक हर महीने ब्याज की रकम क्लेम नहीं करता है तो उस रकम पर अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलेगा. पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में कोई भी भारतीय नागरिक निवेश कर सकता है.
POMIS में प्रीमैच्योर क्लोजर हो सकता है. हालांकि, डिपॉजिट की तारीख से एक साल के बाद पैसा निकाल सकते हैं. नियमों के मुताबिक, अगर एक साल से तीन साल के बीच में पैसा निकालते हैं, तो डिपॉजिट अमाउंट का 2 फीसदी काटकर वापस किया जाएगा. वहीं, अकाउंट खुलने के 3 साल बाद मैच्योरिटी के पहले पैसा निकालते हैं, तो आपकी जमा रकम का 1 फीसदी काटकर वापस किया जाएगा.
POMIS: ज्वाइंट अकाउंट के क्या हैं नियम
POMIS में दो या तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं. इस अकाउंट के बदले में मिलने वाली आय को हर मेंबर को बराबर दिया जाता है. ज्वाइंट अकाउंट को कभी भी सिंगल अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. सिंगल अकाउंट को भी ज्वाइंट अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं.
अकाउंट में किसी तरह का बदलाव करने के लिए सभी अकाउंट मेंबर्स की ज्वाइंट एप्लीकेशन देनी होती है. MIS अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी कर सकते हैं. मैच्योरिटी यानी पांच साल पूरा होने पर इसे आगे 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. MIS अकाउंट में नॉमिनेशन की सुविधा है.