इंस्टेंट पैसे ट्रांसफर करने का तरीका है IMPS, जानें कैसे करता है काम - चेक करें डिटेल्स
IMPS एक इंस्टेंट मनी ट्रांसफर सर्विस है. जो NPCI (भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम) के तहत आती है.
IMPS (Immediate Payment Service) लोगों को रियल टाइम में अपने सेविंग अकाउंट से पैसे भेजने और रिसीव करने की सर्विस प्रोवाइड करता है. ये सेवा मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से इंटर-बैंक ट्रांजैक्शन की फैसिलिटी देती है. IMPS सर्विस 24×7 और 365 दिन उपलब्ध है. IMPS हमेशा उपलब्ध रहता है. इसका मतलब है कि आपका पैसा छुट्टियों में भी ट्रांसफर किया जा सकता है. IMPS को खासतौर पर मोबाइल के लिए ही डिजाइन किया गया है. ये नेट बैंकिंग को सपोर्ट करता है. इसका यूज सिर्फ पैसों के लेनदेन के साथ और भी तरह से हो सकता है. इसे आप पी2पी और पी2एम पेमेंट के लिए भी यूज कर सकते हैं. पी2पी और पी2एम दोनों मोड का यूज ऑनलाइन शॉपिंग, ऑनलाइन मर्चेंट भुगतान, बीमा प्रीमियम पेमेंट, ओटीसी भुगतान, स्कूलों और कॉलेजों को फीस भुगतान, यूटिलिटी बिल पेमेंट, यात्रा और टिकट के लिए पेमेंट करने में किया जा सकता है. फंड ट्रांसफर के अन्य तरीकों की तुलना में IMPS का यूज करना काफी आसान है. मनी ट्रांसफर करने के लिए आपको केवल अपने बैंक अकाउंट से लिंक मोबाइल नंबर और रिसीवर की यूनिक एमएमआईडी की जरुरत होती है.
आईएमपीएस के जरिए फंड ट्रांसफर कैसे करें
TRENDING NOW
6 शेयर तुरंत खरीद लें और इस शेयर को बेच दें; एक्सपर्ट ने निवेशकों को दी कमाई की स्ट्रैटेजी, नोट कर लें टारगेट और SL
इस कंपनी को मिला 2 लाख टन आलू सप्लाई का ऑर्डर, स्टॉक में लगा अपर सर्किट, 1 साल में 4975% दिया रिटर्न
टिकट बुकिंग से लेकर लाइव ट्रेन स्टेटस चेक करने तक... रेलवे के एक Super App से हो जाएगा आपकी जर्नी का हर काम
Retirement Planning: रट लीजिए ये जादुई फॉर्मूला, जवानी से भी मस्त कटेगा बुढ़ापा, हर महीने खाते में आएंगे ₹2.5 लाख
आप इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग सुविधा, या प्री-पेड पेमेंट्स इंस्ट्रूमेंट इश्युअर (पीपीआई) का उपयोग करके आईएमपीएस ट्रांसफर कर सकते हैं. इलेक्ट्रॉनिक रूप से IMPS ट्रांसफर करने के लिए आपको संबंधित बैंक का मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशन इंस्टॉल करना होगा. जैसे कि एसबीआई ऐनीवेयर, आई मोबाइल पे आदि. आप नेट बैंकिंग का यूज करके भी फंड ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके लिए अपने क्रेडेंशियल्स (यूजर आईडी / ग्राहक आईडी और पासवर्ड) का उपयोग करके लॉग इन करें. लॉगिन के बाद ट्रांसफर पर क्लिक करें और बैनेफइशियरी को ऐड करें. या फिर वन टाइम ट्रांसफर मैथड को सिलेक्ट करें.
आप एमएमआईडी और मोबाइल नंबर डिटेल या अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड दे कर आईएमपीएस का उपयोग कर सकते हैं. अब जरुरी डिटेल को एंटर करें जैसे कि बैनेफिशियरी का नाम, बैनेफिशियरी का रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, बैनेफिशियरी एमएमआईडी और ट्रांसफर की जाने वाली राशि. आप रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और एमएमआईडी के बजाय अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड भी दे सकते हैं. इसके बाद टर्म एंड कंडीशन को एक्सेप्ट करें. और ट्रांजेक्शन को कन्फर्म करें.
IMPS की एलिजिबिलिटी क्या है
मोबाइल बैंकिंग में इंटीग्रेटेड सर्विस होने के कारण IMPS के लिए आप के पास मोबाइल बैंकिंग के साथ वाला सेविंग बैंक अकाउंट होना जरुरी है. यहां तक कि अगर आप इंटरनेट का उपयोग करके IMPS के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं, तो भी आपके पास दोनों पार्टी के MMID (Mobile Money Identifier) होने चाहिए. इसके साथ ही बैंकों को भी IMPS की फैसिलिटी देने के लिए कई तरह के एलिजीबिलिटी क्राईटेरिया को पूरा करना होता है. RBI के अनुसार केवल RBI से अप्रूव्ड मोबाइल बैंकिंग सर्विस देने वाले बैंक ही IMPS में पार्टिसिपेट कर सकते हैं.
आईएमपीएस क्यों उपयोगी है
आईएमपीएस आसानी से फंड ट्रांसफर करने का एक सुविधाजनक ऑप्शन है. इस सेवा का उपयोग करने के कई फायदे हैं जैसे आप बैंक हॅालिडे के दिन भी 24×7 IMPS का उपयोग कर सकते हैं. ये सेवा आपको कहीं भी और किसी भी समय फंड ट्रांसफर करने की परमिशन देती है. आप इससे 2 लाख रुपए तक ट्रांसफर कर सकते हैं. हर लेन-देन के साथ एसएमएस अलर्ट आपको ट्रांसफर किए गए अमाउंट के बारे में बताएगा. इसके साथ ही IMPS के चार्जेस भी काफी मामूली हैं.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
09:45 AM IST