Bhupender Yadav: श्रम मंत्री ने कहा कि सशक्त भारत के लिए कार्य क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ना जरूरी और मिले पुरुषों के समान वेतन
Bhupender Yadav: श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि अगर कार्य क्षेत्र में महिलाओं की संख्या बढ़नी चाहिए मगर साथ साथ यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि उनका वेतन पुरुषों के समान हो.
Bhupender Yadav: नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पर्सनल मैनेजमेंट, पुणें में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए लेबर मिनिस्टर भूपेंद्र यादव ने कहा कि कार्य क्षेत्र में महिलाओं की संख्या बढ़नी चाहिए मगर साथ साथ यह भी सुनिशित किया जाना चाहिए कि उनका वेतन पुरुषों के समान हो. अगर कार्य क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती है तो यह देश और समाज दोनों के लिए अच्छा होगा. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं.
श्रम मंत्री ने कहा कि अगर कार्य क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ानी है तो भेदभाव को रोकना होगा. इसके अलावा हर महिला के लिए मेडिकल और मैटर्निटी की सुविधा भी उपलब्ध हो. इससे महिलाएं गरिमा के साथ काम करेंगी और आगे बढ़ेंगी.
कार्य क्षेत्र में महिलाओं की संख्या बढ़नी चाहिए मगर साथ साथ यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि उनका वेतन पुरुषों के समान हो। pic.twitter.com/ErP71kZl9v
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) August 21, 2022
स्वाबलंबन भारत अभियान का डिजिटल प्लैटफॉर्म लॉन्च किया गया
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भूपेंद्र यादव स्वाबलंबन भारत अभियान के डिजिटल प्लैटफॉर्म को लॉन्च करन के कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस प्लैटफॉर्म का मकसद भारत में एंटरप्रेन्योरशिप कल्चर को बढ़ावा देना है. पीएम मोदी लगातार कहते हैं कि हमें जाब सीकर की जगह जॉब क्रिएटर बनने पर फोकस करना चाहिए. यह प्लैटफॉर्म इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है. इसका मकसद साल 2030 तक देश के सभी नागरिकों को रोजगार उपलब्ध करवाना है और भारत को पूरी तरह आत्मनिर्भर बनाना है. इस प्लैटफॉर्म का फोकस नॉलेज, स्किल और एबिलिटी को बढ़ाने पर होगा जिसकी मदद से संभावनाओं का सृजन होगा.
As we enter Amrit Kaal, how shall we equip our industry to face future challenges? We have brought in Industrial Relations Code, in place of Industrial Disputes Act. There is a conceptual difference, intended to learn from our experiences & forge #AatmaNirbharBharat - @byadavbjp pic.twitter.com/w8qYpD9wHp
— PIB in Maharashtra 🇮🇳 (@PIBMumbai) August 21, 2022
29 कानून को मिलाकर चार लेबर कोड तैयार किए गए हैं
उन्होंने कहा कि यह आजादी का अमृत काल चल रहा है. हम आत्मनिर्भर भारत की तरफ आगे बढ़ चुके हैं. ऐसे में जरूरी है कि इंडस्ट्री के स्वरूप में भी बदलाव हो. सरकार ने इसी सोच के साथ 29 अलग-अलग कानून को मिलाकर चार लेबर कोड लेकर आई है. पहला कोड- इंडस्ट्रियल रिलेशन कोड, दूसरा वेजेज कोड, तीसरा सोशल सिक्यॉरिटी कोड और चौथा अक्युपेशनल सेफ्टी कोट है. सोमवार को इंडस्ट्री और मंत्रालय की वेज कोड को लेकर अहम बैठक होने वाली है.
07:25 PM IST