लिंक पर क्लिक कर पाएं नौकरी! ऐसे झांसों से सावधान, सरकार ने ब्लॉक की 100 वेबसाइट
Modi Government banned website: मोदी सरकार ने चीन के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है. मंगलवार को सरकार ने ऐसी 100 वेबसाइट को ब्लॉक करने की सिफारिश की जिससे कई तरह की धोखाधड़ी की जा रही थी.
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Modi Government banned China Websites: मोदी सरकार ने चीन के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है. मंगलवार को सरकार ने ऐसी 100 वेबसाइट को ब्लॉक करने की सिफारिश की जिससे कई तरह की धोखाधड़ी की जा रही थी. इस तरह की वेबसाइट भारतीय नागरिकों को टारगेट कर देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं, इसलिए इसको लेकर एक्शन लिया गया. ऐसे कई मामले सामने आए जिसमें लोगों से कई तरह के फ्रॉड किए गए. इसके बाद मोदी सरकार ने इन वेबसाइट को बैन करने का फैसला लिया. इससे चीन को अरबों का नुकसान झेलना पड़ सकता है.
100 वेबसाइट को ब्लॉक करने की हुई थी सिफारिश
कई सरकारी वेबसाइट जो विदेशी अभिनेताओं द्वारा संचालित की जा रही थीं, जिससे डिजिटल विज्ञापन, चैट मैसेंजर और किराए के खातों का उपयोग कर रहे थे. यह भी पता चला कि बड़े पैमाने पर आर्थिक धोखाधड़ी से प्राप्त आय को कार्ड नेटवर्क, क्रिप्टो मुद्रा, विदेशी एटीएम निकासी और अंतरराष्ट्रीय फिनटेक कंपनियों का उपयोग करके भारत से बाहर भेजा गया था.
"साइबर सुरक्षित भारत" का निर्माण किया जा रहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में "साइबर सुरक्षित भारत" का निर्माण किया जा रहा है. I4C ने अपनी वर्टिकल नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स युनिट (NCTAU) के माध्यम से पिछले सप्ताह संगठित निवेश/कार्य आधारित - अंशकालिक नौकरी धोखाधड़ी में शामिल 100 से अधिक वेबसाइटों की पहचान कर उन्हें बैन करने की सिफारिश की थी. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत इन वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया है.
इस वेबसाइट पर जाकर दर्ज करें शिकायत
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में, गृह मंत्रालय साइबर अपराध पर अंकुश लगाने और लोगों को साइबर खतरे से बचाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. नागरिकों को यह भी सलाह दी जा रही है कि वे ऐसे धोखेबाजों द्वारा इस्तेमाल किए गए फोन नंबरों और सोशल मीडिया हैंडल की तुरंत एनसीआरपी www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें. भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) देश में साइबर अपराध से समन्वित और व्यापक तरीके से निपटने के लिए गृह मंत्रालय की एक पहल है. I4C, MHA ने अपने वर्टिकल नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स युनिट (NCTAU) के माध्यम से पिछले सप्ताह संगठित निवेश/कार्य आधारित - अंशकालिक नौकरी धोखाधड़ी में शामिल 100 से अधिक वेबसाइटों की पहचान की और उनकी सिफारिश की थी.
1930 पर कर सकते हैं शिकायत
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत अपनी शक्ति का इस्तेमाल करते हुए इन वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया है. कार्य आधारित/संगठित अवैध निवेश संबंधी आर्थिक अपराधों को बढ़ावा देने वाली ये वेबसाइटें विदेशी अभिनेताओं द्वारा संचालित की जा रही थीं और वे डिजिटल विज्ञापन, चैट मैसेंजर का उपयोग कर रहे थे. यह भी पता चला कि बड़े पैमाने पर आर्थिक धोखाधड़ी से प्राप्त आय को कार्ड नेटवर्क, क्रिप्टो मुद्रा, विदेशी एटीएम निकासी और अंतरराष्ट्रीय फिनटेक कंपनियों का उपयोग करके भारत से बाहर मनी लॉन्ड्रिंग करते देखा गया था. इस संबंध में, 1930 हेल्पलाइन और एनसीआरपी के माध्यम से कई शिकायतें मिली थीं और ये अपराध नागरिकों के लिए कई तरह के खतरे पैदा कर रहे थे और इसमें डेटा की सुरक्षा की चिंता भी शामिल है.
कई तरह की होती है धोखा
1. विदेशी विज्ञापनदाताओं द्वारा कई भाषाओं में "घर बैठे नौकरी", "घर बैठे कमाई कैसे करें" आदि जैसे प्रमुख शब्दों का उपयोग करके Google और मेटा जैसे प्लेटफार्मों पर लोगों को लालच देने के लिए कई तरह के विज्ञापन चलाए जाते हैं. इसके टारगेट पर ज्यादातर सेवानिवृत्त कर्मचारी, महिलाएं और नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगार युवा होते हैं.
2. विज्ञापन पर क्लिक करने पर, व्हाट्सएप/टेलीग्राम का उपयोग करने वाला एक एजेंट आपको मैसेज करता है और आपको वीडियो लाइक और सब्सक्राइब करने , मैप्स रेटिंग आदि जैसे कुछ कार्य करने के लिए कहता है.
3. काम पूरा होने पर, पीड़ित को शुरू में कुछ कमीशन दिया जाता है और दिए गए कार्य के बदले अधिक रिटर्न प्राप्त करने के लिए अधिक निवेश करने के लिए कहा जाता है.
4. विश्वास हासिल करने के बाद, जब पीड़ित बड़ी रकम जमा करता है, तो जमा राशि जब्त कर ली जाती है और इस तरह पीड़ित को धोखा दिया जाता है.
इस तरीके से खुद को फ्रॉड होने से बचाएं
1. ऐसे कोई भी कमीशन देने वाली वेबसाइट पर क्लिक ने करें. कोई भी वेबसाइट आपको पैसे दोगुना कर नहीं दे सकता है. ऐसे किसी भी ऑनलाइन झांसे में न आएं.
2. यदि कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे व्हाट्सएप/टेलीग्राम पर संपर्क करता है, तो वित्तीय लेनदेन करने से बचें.
3. यूपीआई ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो किसी को पैसे भेजने से पहले एक बार जरूर वेरीफाई जरूर कर लें.
4. अगर आपके साथ फिर भी कोई फ्रॉड हो जाता है तो इसकी शिकायत जरूर करें.
11:51 AM IST