अरहर समेत इन दो दालों के भाव में इजाफा, तो सरकार ने कमोडिटी की कीमतों पर सख्त निगरानी के दिए निर्देश
सरकार ने जल्द से जल्द 3 प्रमुख दालों के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दे दी है. दरअसल सरकार द्वारा ये फैसला इसलिए लिया गया है, क्योंकि दालों की डिमांड और सप्लाई में अंतर और महंगाई देखी गई है. जिन दालों को शुल्क मुक्त आयात करने का फैसला किया है, वो अहरर, मूंग व उड़द हैं.
अरहर समेत इन दो दालों के भाव में इजाफा, तो सरकार ने कमोडिटी की कीमतों पर सख्त निगरानी के दिए निर्देश
अरहर समेत इन दो दालों के भाव में इजाफा, तो सरकार ने कमोडिटी की कीमतों पर सख्त निगरानी के दिए निर्देश
सरकार ने जल्द से जल्द 3 प्रमुख दालों (Pulses) के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दे दी है. दरअसल सरकार द्वारा ये फैसला इसलिए लिया गया है, क्योंकि दालों (Pulses) की डिमांड और सप्लाई में अंतर और महंगाई देखी गई है. जिन दालों (Pulses) को शुल्क मुक्त आयात करने का फैसला किया है, वो अहरर (Arhar), मूंग (Moong) और उड़द (Udad) हैं. दाल के आयात को लेकर सरकार ने ये फैसला 3 साल बाद सुनाया है. आयात नीति में अरहर, मूंग और उड़द को प्रतिबंधित सूची से मुक्त सूची में रख दिया गया है. इस फैसले के बाद घरेलू बाजारों में बढ़ती दालों (Pulses) की कीमतों पर लगाम लगाई जा सकेगी.
बाजार में दालों (Pulses) की मांग में भारी इजाफा (There is a huge increase in the demand for pulses in the market)
बता दें दाल इंसान के अंदर प्रोटीन का काम करती है. इसलिए बाजारों में कोरोना संक्रमण के चलते सबसे ज्यादा खरीदारी दालों (Pulses) की हुई है, जिसके चलते दालों (Pulses) की मांग में भारी इजाफा हुआ है. केंद्रीय उपभेक्ता मामले मंत्रालय (Union Ministry of Consumer Affairs) ने दालों (Pulses) की सप्लाई बढ़ाने को लेकर सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर दालों (Pulses) के ट्रेडर्स (Traders), मिल ऑनर्स (Mill Owners) और आयातकों (Importers) का स्टॉक घोषित करने का निर्देश दिया है.
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कालाबाजारी और जमाखोरी पर कसा जाएगा शिकंजा (Black marketing and hoarding will be tightened)
राज्य एजेंसियों को आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत (Under the Essential Commodities Act) दालों के स्टॉक की जांच करने के आदेश दिए है. सरकान के आदेशों का मक्सद केवल कालाबाजारी और जमाखोरी पर शिकंजा कसना है. क्योंकि कोरोना काल में दुकानदार काफी तेजी से दालों (Pulses) को बढ़ते दामों में बेच रहे हैं. दरअसल बाजार में दालों (Pulses) की सप्लाई कम हो रही है और कीमतों में अचानक उछाल देखने को मिला है. किसानों को नुकसान से बचाने के लिए सरकार ने दालों (Pulses) के आयात का यह फैसला उस समय लिया है, जब किसानों ने अपनी पूरी उपज बाजार में बेच दी है.
घरेलू बाजार में दाल पहुंचाने की समय सीमा (Deadline to deliver pulses in domestic market)
वाणिज्य मंत्रालय (Ministry of Commerce) के मुताबिक दालों (Pulses) के घरेलू बाजार में पहुंचने की समय सीमा दी गई है, जो कि 31 अक्टूबर, 2021 तक ही मान्य है. इसका मतलब ये है कि हर साल आयात सौदे अक्टूबर महीने से पहले पूरे कर लिए जाने चाहिए. डोमेस्टिक पोर्ट में इन दालों (Pulses) का प्रवेश 30 नवंबर, 2021 से पहले हो जाना चाहिए. ये फैसला सरकार द्वारा इसलिए लिया गया, ताकि आगामी खरीफ क्रॉप को दालों के दामों के चलते नुकसान ना हो.
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08:53 PM IST