क्या आपके मोबाइल पर भी बार-बार तेज बीप और वाइब्रेशन के साथ आ रहा है मैसेज? जान लीजिए वजह
अगर आप उत्तर प्रदेश में रह रहे हैं, तो आज आपके मोबाइल पर कई बार तेज बीप और वाइब्रेशन के साथ एक मैसेज आया होगा. इस मैसेज से घबराएं नहीं क्योंकि ये सरकार की टेस्टिंग का हिस्सा है. जानिए मामला क्या है.
अगर आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं तो आज 10 अक्टूबर को आपके मोबाइल पर कोई मैसेज मैसेज आ रहा होगा. ये मैसेज तेज बीप और वाइब्रेशन के साथ आ रहा है और थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल पर हिंदी और अंग्रेजी दोनों में भेजा जा रहा है. कई बार लोग समझ नहीं पाते कि ऐसा क्यों हो रहा है और बीप की आवाज सुनकर घबरा जाते हैं. लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये सिर्फ एक सैंपल मैसेज है, जो भविष्य में आपकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है.
दरअसल दरअसल राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के सहयोग से दूरसंचार विभाग इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम को टेस्ट कर रहा है. ये टेस्ट अलग-अलग राज्यों में किया जा रहा है. 6 अक्टूबर को बिहार में इसकी टेस्टिंग हुई थी और आज यूपी की बारी है. 12 अक्टूबर को ये टेस्ट कर्नाटक में और 16 अक्टूबर को गुजरात में किया जाएगा.
क्या लिखा है मैसेज में
अगर आप मोबाइल पर आने वाले मैसेज को ध्यान से पढ़ेंगे तो इसमें साफतौर पर लिखा है कि 'यह भारत के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक सैंपल टेस्टिंग मैसेज है. कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है. यह संदेश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे अखिल भारतीय इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम को जांचने हेतु भेजा गया है. इस सिस्टम का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है.'
क्या है मैसेज भेजने का मकसद
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दरअसल सरकार भूकंप, सुनामी और बाढ़ जैसी आपदाओं के लिए बेहतर तैयारी के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ काम कर रही है. ऐसे में ट्रायल इसलिए किया जा रहा है, जिससे भविष्य में होने वाली इमरजेंसी जैसे-भूकंप, बाढ़, भारी बारिश की चेतावनी की स्थिति में लोगों को अलर्ट किया जा सके. अगर ट्रायल सफल होता है तो भविष्य में इमरजेंसी की स्थिति होने पर इसी तकनीकी का इस्तेमाल किया जा सकेगा.
क्या है सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम
सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक अत्याधुनिक तकनीक है, जो बाढ़, भूकंप, सुनामी जैसी महत्वपूर्ण आपातकालीन जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का काम करता है, ताकि समय रहते सुरक्षा के कदम उठाए जा सकें. सरकारी एजेंसियां और आपातकालीन सेवाएं जनता को संभावित खतरों की सूचना देने और गंभीर परिस्थितियों के दौरान महत्वपूर्ण अपडेट प्रदान करने के लिए सेल ब्रॉडकास्ट का उपयोग करती हैं.
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01:29 PM IST