CSIR-PRIMA ET11 है देश का पहला इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर, जानिए फीचर्स और खूबियां
Electric Tractor: खेती किसान में बदलाव लाने के लिए CSIR-CMERI दुर्गापुर द्वारा भारत का पहला टैक्ट्रर लॉन्च (Electric Tractor) विकसित किया गया है. इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को सीएसआईआर प्राइमा ईटी11 (CSIR-PRIMA ET11) नाम दिया गया है.
Electric Tractor: मशीनीकरण द्वारा कृषि उत्पादकता बढ़ाने में ट्रैक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ऑटो सेक्टर की तरह अब एग्रीकल्चर सेक्टर में भी एक जबरदस्त इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट लॉन्ट हुआ है. खेती किसान में बदलाव लाने के लिए CSIR-CMERI दुर्गापुर द्वारा भारत का पहला टैक्ट्रर लॉन्च (Electric Tractor) विकसित किया गया है. इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को सीएसआईआर प्राइमा ईटी11 (CSIR-PRIMA ET11) नाम दिया गया है. बता दें कि भारत में कृषि लगभग 55% आबादी के लिए आजीविका का पहला स्रोत है, जो 1.3 अरब लोगों को भोजन प्रदान करती है और देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देती है.
यह इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर (Electric Tractor) खेती के भविष्य को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है. इस आधुनिक ट्रैक्टर के प्रयोग से पर्यावरण को तो मदद मिलेगी ही, किसानों को भी टेक्नोलॉजी से जुड़ने का मौका मिलेगा. ट्रैक्टर को बनाने में आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया गया है, जिसमें इसकी स्पीड से लेकर वजन, लीवर और पैडल की स्थिति जैसे हर पहलु को आधुनिक कृषि क्षेत्र के हिसाब से बनाया गया है.
ये भी पढ़ें- देसी नस्ल की गाय खरीदें, 40 हजार रुपये पाएं, यहां करें आवेदन
7-8 घंटे में पूरा चार्ज
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
Adani Group को एक ही दिन में दूसरा झटका! NSE ने ग्रुप कंपनियों से मांगी सफाई, ₹2.45 लाख करोड़ का मार्केट कैप स्वाहा
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
Adani Group की रेटिंग पर Moody's का बड़ा बयान; US कोर्ट के फैसले के बाद पड़ेगा निगेटिव असर, क्या करें निवेशक?
CSIR-PRIMA ET11 ट्रैक्टर छोटे और मीडियम साइज के खेतों के लिए एक अच्छा विकल्प है. ये ट्रैक्टर 7-8 घंटे में पूरा चार्ज हो जाता है और फुल चार्ज होने के बाद करीब 4 घंटे लगातार खेत के कामों इस्तेमाल किया जा सकता है.
इसका मालइेज 25 किमी प्रति घंटा है. इस ट्रैक्टर में एक पोर्ट V2L लगा है जो ट्रैक्टर के इस्तेमाल में ना होने पर पानी निकालने का काम करता है. इसके अलावा, ट्रैक्टर को सिंचाई के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें- खेती में ड्रोन का कर रहे हैं इस्तेमाल तो इन बातों का रखें ध्यान, वरना...
CSIR-PRIMA ET11 की खासियतें
- यह है कि पूरे ट्रैक्टर को स्वदेशी सामानों और टेक्नोलॉजी के साथ डिजाइन और बनाया गया है.
- ट्रैक्टर के मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में उपयोग की मांग को पूरा करने को देखते हुए इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है. इसकी गतिशीलता, वजन वितरण, ट्रांसमिशन संलग्नता, फिर लीवर और पेडल स्थिति सब कुछ अच्छी तरह से डिजाइन और विचार किया गया है.
- विकसित तकनीक की एक और खासियत यह है कि यह महिलाओं के अनुकूल है. इसके लिए हमने एर्गोनॉमिक्स पर विशेष ध्यान दिया है. महिलाओं तक आसान पहुंच के लिए सभी लीवर, स्विच आदि लगाए गए हैं. इसके अलावा प्रयास को कम करने के लिए कई यांत्रिक प्रणालियों को आसान संचालन के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्विचों से बदला जा रहा है.
- ट्रैक्टर को सेमी सिंक्रोनाइज्ड टाइप गियरिंग सिस्टम का उपयोग करके मजबूत और कुशल ट्रांसमिशन सिस्टम के साथ डिजाइन किया जा रहा है. डिज़ाइन न्यूनतम लागत में वांछित दक्षता प्राप्त करने में मदद करता है.
- ट्रैक्टर 500 किलोग्राम या उससे अधिक की भार उठाने की क्षमता के साथ श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ हाइड्रोलिक से सुसज्जित है. ट्रैक्टर 1.8 टन क्षमता वाली ट्रॉली को अधिकतम 25 किमी प्रति घंटे की गति से खींच सकता है.
- जरूरी कवर और गार्ड के साथ इसकी मजबूत डिजाइन इसे कीचड़ और पानी से बचाती है.
- बैटरी को प्रिज़मैटिक सेल पुष्टिकरण के साथ अत्याधुनिक लिथियम आयन बैटरी के रूप में चुना गया है. इसमें कृषि के उपयोग के लिए गहरी डिस्चार्ज क्षमता है और इसका जीवन 3000 साइकिल से अधिक है.
03:59 PM IST