ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, धड़ाधड़ क्रेडिट या डेबिट कार्ड डीटेल शेयर करने से पहले जरूर अपनाएं ये 4 सावधानियां
आपको खुद कुछ जरूरी एहतियात बरतने होंगे, चाहे फोन पर अपने कार्ड डीटेल शेयर करने की बात हो या फिर ऑनलाइन.
UPI Payment या फिर क्रेडिट/डेबिट कार्ड से ऑनलाइन पेमेंट करना इतना आसान और सुविधाजनक हो गया है कि हम फटाफट अपनी डीटेल ऑनलाइन डालने में या फिर कार्ड स्वाइप करने में ज्यादा नहीं सोचते. लेकिन अकसर लोगों के साथ ऐसा होता है कि उनके पास फोन कॉल आती है और बैंक या फिर किसी शॉपिंग वेबसाइट के नाम पर उनसे कार्ड की डीटेल मांगी जाती है. कुछ लोग अपनी डीटेल शेयर भी कर देते हैं और धोखाधड़ी का शिकार होते हैं.
वैसे कार्ड्स को सुरक्षित करने के लिए एन्क्रिप्शन और दूसरे सुरक्षा तरीकों का सहारा लिया जाता है, जैसे आपके ऑनलाइन सेव्ड डेटा को एन्क्रिप्ट करना. इसके अलावा, एक कदम ये भी उठाया जा सकता है कि पेमेंट कार्ड डेटा विशेष रूप से डेस्क पर अनधिकृत रूप से देखने, कॉपी करने या स्कैन करने से बचाए जा सकें. हालांकि, ये आपके कार्ड डीटेल को सुरक्षित रखने की गारंटी नहीं है. ऐसे में आपको खुद कुछ जरूरी एहतियात बरतने होंगे, चाहे फोन पर अपने कार्ड डीटेल शेयर करने की बात हो या फिर ऑनलाइन.
1. कॉलर को वेरिफाई करें
अगर आपने कार्ड डीटेल को लेकर कॉल नहीं की है, तो फोन काट दें और सीधे कंपनी को कॉल करके इस बारे में डीटेल वेरिफाई करें. स्कैमर्स अक्सर खुद को किसी बड़ी कंपनी का रेप्रेजेंटिटिव बताते हैं और आपको समझाते हैं कि आपका पेमेंट फेल हो गया है या फिर डिलीवरी जारी करने के लिए पेमेंट करने की जरूरत है. कोई भी जानकारी देने से पहले ये साफ कर लें कि कॉल करने वाला वैध है और कॉल सही उद्देश्य से की गई है.
2. भरोसा न करें
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
अगर आपकी बातचीत किसी ऐसे कॉलर या ऑनलाइन चैट पर हो रही है, जिसकी डील पर आपको शक है. आप जिस व्यक्ति के साथ बात कर रहे हैं उसके जेनुइन होने पर संदेह है, या बस ऐसा लग रहा है कि कुछ सही नहीं हो रहा है, तो फोन काट दें. अगर कॉल करने वाला वैध निकला तो आप उन्हें बाद में कभी भी कॉल कर सकते हैं.
3. सुरक्षित पेमेंट तरीकों का इस्तेमाल करें
अगर आपने पहले कंपनी को अन्य (अधिक सुरक्षित) तरीकों से भुगतान किया है, तो उसी मेथड का इस्तेमाल करने के लिए कहें.
4. रिकॉर्ड रखें
ये जरूर तय करें कि आप कंपनी, जिस प्रतिनिधि से आप बात कर रहे हैं और आपसे जितना पैसा लिया गया है, वो डीटेल सेव करके रखें. आपको ऑर्डर या ट्रांजैक्श का कॉन्टैक्सट भी मांगना चाहिए. उसको रसीद भेजने के लिए कहना न भूलें. चेक करें कि आपके कार्ड से किया गया लेनदेन रसीद से मेल खाता है या नहीं. अपने बैंकिंग ऐप पर देख लें, स्टेटमेंट आने का इंतजार न करें.
12:15 PM IST