Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान भूकंप के झटके से 2000 लोगों की मौत, कई लोग मलबे में दबे
Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान में 7 अक्टूबर को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई थी. जानकारी के मुताबिक, भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2000 हो गई है.
Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान भूकंप के झटके से 2000 लोगों की मौत, कई लोग मलबे में दबे
Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान भूकंप के झटके से 2000 लोगों की मौत, कई लोग मलबे में दबे
Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान में 7 अक्टूबर को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई थी. जानकारी के मुताबिक, भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2000 हो गई है.
465 मकान जमींदोज
तालिबान के एक प्रवक्ता ने बताया कि 465 मकान जमींदोज हो गए हैं और 135 क्षतिग्रस्त हो गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने कहा, ‘‘कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका की खबरों के बीच तलाश एवं बचाव अभियान जारी रहने के कारण साझेदारों तथा स्थानीय प्राधिकारियों ने मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान जताया है.’’
चार गांव के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित
आपदा प्राधिकरण के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुल्ला जन ने बताया कि भूकंप और उसके बाद आए झटकों का सबसे ज्यादा असर हेरात प्रांत के जेंदा जन जिले के चार गांवों पर पड़ा है. अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र हेरात शहर से करीब 40 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में था. इसके बाद 6.3, 5.9 और 5.5 तीव्रता के तीन भूकंप के झटके भी महसूस किए गए.
Earthquake Today In Delhi-NCR
दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार 03 अक्टूबर को 2:51 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.2 दर्ज की गई.
भूकंप क्यों आता है और कैसे आता है?
धरती के नीचे मौजूद ये प्लेटें बेहद धीमी रफ्तार से घूमती रहती हैं. हर साल ये प्लेटें अपनी जगह से 4-5 मिमी खिसक जाती हैं. इस दौरान कोई प्लेट किसी से दूर हो जाती है तो कोई किसी के नीचे से खिसक जाती है. इसी दौरान प्लेटों के टकराने से भूकंप आता है.
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पांच जोन में बांटा गया है भूकंप क्षेत्र
पूरे देश को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने पांच भूकंप जोन में बांटा है. वहीं देश का 59 प्रतिशत हिस्सा भूकंप रिस्क जोन में है. भारत में पांचवें जोन को सबसे ज्यादा खतरनाक और सक्रिय माना जाता है.सबसे खतरनाक जोन में जम्मू और कश्मीर का हिस्सा (कश्मीर घाटी), हिमाचल प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा, उत्तराखंड का पूर्वी हिस्सा, गुजरात में कच्छ का रण, उत्तरी बिहार का हिस्सा, भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्य, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह आता है.
भूकंप आने पर क्या करें
भूकंप के झटके महसूस होने पर सबसे पहले तुरंत किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं. अगर घर से बाहर नहीं निकल पा रहें तो किसी किसी मजबूत मेज या फर्नीचर के नीचे बैठ जाएं. घर के शीशे, खिड़कियां, दरवाजों से दूर रहें. अगर आप घर से बाहर हैं तो बिल्डिंग, पेड़, स्ट्रीट लाइट, बिजली/टेलीफोन आदि की तारों से दूर रहें. अगर आप भूकंप के दौरान किसी वाहन में हैं तो जितनी जल्दी संभव हो सुरक्षा के साथ गाड़ी रोकें और गाड़ी में ही रुके रहें. कार को बिल्डिंग, पेड़ों, ओवरपास, बिजली/टेलीफोन आदि की तारों के आसपास या नीचे रोकने से बचें.
12:33 PM IST