यूरोप में है दुनिया का सबसे छोटा देश, यहां की आबादी 1,000 से भी कम
दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं, जो भारत के छोटे-छोटे शहरों से भी छोटे हैं. यहां जानिए ऐसे ही एक देश के बारे में जिसकी आबादी 800 के आसपास बताई जाती है. ये देश मात्र 0.44 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में बसा है.
जब बात किसी देश की होती है तो वर्ल्ड मैप पर एक बड़े से हिस्से पर नजर जाती है क्योंकि देश अमूमन बड़े ही होते हैं. लेकिन दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं, जो भारत के छोटे-छोटे शहरों से भी छोटे हैं. यूरोप का वेटिकन सिटी भी ऐसा ही एक देश है. यूरोप के रोम में बसे इस देश को दुनिया का सबसे छोटा देश कहा जाता है. इस देश की खास बात ये है कि यहां रहते तो कैथोलिक हैं, लेकिन ये देश 'शिवलिंग' की आकृति में बसाया गया है. ये देश मात्र 0.44 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में बसा है. यहां की आबादी 800 के आसपास बताई जाती है. आइए आपको बताते हैं इस देश से जुड़ी दिलचस्प बातें.
शिवलिंग के आकार में बसाने की वजह
इटली के रोम में स्थित इस देश के लोगों के बीच मान्यता है कि सदियों पहले यहां खुदाई के दौरान एक प्राचीन शिवलिंग मिला था. इस कारण से पूरे देश को शिवलिंग के आकार में बसाया गया है. इस बात की पुष्टि एक इतिहासकार भी अपनी रिसर्च में कर चुके हैं. वेटिकन सिटी को अगर आप ऊपर से देखें तो आपको इसका आकार हू-ब-हू शिवलिंग जैसा दिखेगा. इतना ही नहीं, भगवान शिव के माथे पर बनी तीन रेखाएं भी देखने को मिलेंगीं.
म्यूजियम में मौजूद है शिवलिंग
कहा जाता है कि खुदाई के दौरान मिला शिवलिंग आज भी यहां के ग्रेगोरियन इट्रस्केन संग्रहालय वेटिकन सिटी में मौजूद है. जिसे देखने के लिए दूर-दूर से टूरिस्ट यहां आते हैं. यहीं नहीं, इस देश के नाम का भी कनेक्शन भारत से है. कहते हैं कि वेटिकन शब्द संस्कृत भाषा के वाटिका से लिया गया है.
वेटिकन सिटी से जुड़े रोचक तथ्य
- दुनिया बेशक काफी बदल चुकी है, लेकिन इस देश में आज भी सदियों पुरानी परंपराओं को माना जाता है. यहां इटली की भाषा बोली जाती है.
- विकास के मामले में भी ये देश काफी पीछे है. यहां किसी भी तरह का पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं है. एक 300 मीटर लंबा रेलवे ट्रैक है, जिसके जरिए माल ढोने के काम किया जाता है. इसके अलावा एक भी अस्पताल नहीं है.
- यहां लोगों को जन्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जाती, बल्कि यहां पर कार्यरत होना पड़ता है. नौकरी छोड़ने के बाद यहां की नागरिकता भी खत्म हो जाती है. इस जगह की अपनी खुद की करेंसी है.