Krishna Janmashtami 2024 Date: कब है जन्माष्टमी? नोट कर लीजिए तारीख और शुभ मुहूर्त
Janmashtami 2024 Kab Hai: कई बार जन्माष्टमी का पर्व दो दिन पड़ जाता है, ऐसे में लोगों को ये कन्फ्यूजन रहता है कि व्रत किस दिन किया जाए. आइए ज्योतिषाचार्य अरविंद मिश्र से जानते हैं इस साल जन्माष्टमी कब मनाई जाएगी, क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त.
Janmashtami 2024 Date and Shubh Muhurat: भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मध्य रात्रि में हुआ था. हर साल इस तिथि को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन को कृष्ण जन्माष्टमी कहा जाता है. जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण के भक्त उनकी विशेष पूजा करते हैं. व्रत रखते हैं, झांकी सजाते हैं. तमाम जगहों पर मटकी फोड़ी जाती है. रात में 12 बजे धूमधाम से कन्हैया का जन्म कराया जाता है, उसके बाद व्रत का पारण किया जाता है. कई बार जन्माष्टमी का पर्व दो दिन पड़ जाता है, ऐसे में लोगों को ये कन्फ्यूजन रहता है कि व्रत किस दिन किया जाए. आइए ज्योतिषाचार्य अरविंद मिश्र से जानते हैं इस साल जन्माष्टमी कब मनाई जाएगी, क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त.
जन्माष्टमी की तारीख और शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक इस साल ये पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा. अष्टमी तिथि 26 अगस्त की सुबह 3 बजकर 39 मिनट से शुरू होगी और देर रात 02:19 बजे तक रहेगी. 26 अगस्त को रोहिणी नक्षत्र दोपहर में 3:54 बजे से शुरू हो जाएगा जो अगले दिन दोपहर 3:37 तक रहेगा. ऐसे में जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त को सोमवार के दिन मनाया जाएगा. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी लग रहा है. सर्वार्थ सिद्धि योग में आप जो भी काम करते हैं, वो पूरी तरह सिद्ध होते हैं. सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर 3:54 से शुरू होगा और 27 तारीख की सुबह 6:00 बजे तक रहेगा.
जन्मोत्सव पूजा का शुभ समय
जन्माष्टमी पर दिन भर भक्त व्रत रखते हैं और भजन, कीर्तन और भगवान का ध्यान करते हैं. झांकी सजाई जाती है. इसके बाद आधी रात को भगवान का जन्म कराया जाता है. ज्योतिषाचार्य के मुताबिक लड्डू गोपाल का जन्म का शुभ मुहूर्त रात 12:00 बजे से 12:45 बजे तक है.
जन्माष्टमी व्रत का महत्व
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जन्माष्टमी व्रत का विशेष महत्व है. इस व्रत को एकादशी व्रत के समान ही पुण्यदायी माना गया है. ये व्रत आपके तमाम पापों को नष्ट करता है और परिवार में धन-धान्य, सुख-समृद्धि को बढ़ाता है. जो लोग संतानहीन हैं, उनको जन्माष्टमी का व्रत रखकर लड्डू गोपाल की पूजा करनी चाहिए. इस दिन भगवान कृष्ण को जन्म के बाद पंचामृत से स्नान कराना चाहिए. उनको फल, मेवा मिष्ठान के साथ मिश्री और माखन का भोग लगाएं. मंत्रों का जाप करें और पूरे परिवार को मिलजुलकर उनकी आरती करनी चाहिए.
01:00 PM IST