Delhi International Airport: 1 अक्टूबर से देश में 5जी सर्विस का रोलआउट शुरू हो जाएगा और दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सभी यात्री इस सर्विस का फायदा उठा सकेंगे. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का पहला 5जी एनेबल्ड एयरपोर्ट बन गया है. इसका मतलब ये हुआ कि टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर की ओर से 5जी सर्विस के रोलआउट के बाद दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Delhi Airport) पर इस सेवा का फायदा उठा पाएंगे. बता दें कि मौजूदा समय में ज्यादा एयरपोर्ट वाई-फाई के जरिए यात्रियों को वायरलैस सर्विस की सुविधा देते हैं. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मुताबिक, वाई-फाई बिना लाइसेंस वाले स्पेक्ट्रम पर निर्भर होता है, जो कि सभी के उपयोग के लिए मुफ्त है. 

एयरपोर्ट्स को चाहिए बेहतर और तेज सर्विस

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अभी एयरपोर्ट्स पर पैसेंजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिसकी वजह से एयरपोर्ट्स को ज्यादा बैंडविथ की मांग रहती है. इसी में ज्यादा स्पीड को लेकर पैसेंजर की मांग रहती है ताकि वो अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप और दूसरे गैजेट्स को बढ़िया तरीके से इस्तेमाल कर सकें. 

एयरलाइन ने रखी थी ये डिमांड

एयरलाइन और दूसरे एयरपोर्ट स्टेकहोल्डर्स भी अपनी जरूरी तकनीकियों की मांग को बरकरार रखने के लिए तेज, सीमलेस और सिक्योर कनेक्टिविटी की तलाश कर रहे हैं. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कहना है कि 5जी नेटवर्क को जोड़ने के बाद से यात्रियों को वाई-फाई सिस्टम में 20 मिनट ज्यादा और तेज स्पीड देखने को मिलेगी. 

यात्रियों को मिलेंगे ये फायदे

इससे यात्रियों को डाउनलोड में तेजी, जीरो बफरिंग और बिना बाधा के वीडियो देखने जैसी सुविधाएं शामिल हैं. अगर यात्रियों के पास 5जी एनेबल्ड मोबाइल फोन और सिम कार्ड है तो वो आसानी से इस सुविधा का फायदा उठा सकेंगे. डॉमैस्टिक डिपार्चर पीयर और टर्मिलन -3 पर इंटरनेशनल अराइवल बैगेज एरिया और टी3 अराइवल्स और मल्टी-लेवल कार पार्किंग के बीच भी इस सुविधा का फायदा उठा सकते हैं.