Market Wrap: शेयर मार्केट्स के लिए बीते हफ्ते कई निगेटिव खबरें आती दिखीं. काफी वॉलेटिलिटी भी बाजार में बनी हुई थी. हफ्ते की शुरुआत में महंगाई के आंकड़े आए. रिटेल Inflation 7.44% के साथ 15 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया है. बाजार में ग्लोबल सेंटीमेंट्स हावी रहे. खासकर, यूएस मार्केट्स की गिरावट जबरदस्त रही, जहां डाओ डेढ़ महीने और नैस्डैक दो महीने के निचले स्तर के आसपास चला गया. बीते हफ्ते Fed Minutes रिलीज हुआ था, जिससे इंडिकेशन यहीं हैं कि अभी ब्याज दरें और बढ़ेंगी. महंगाई को देखते हुए फेडरल रिजर्व बैंक अभी रिलैक्स होने के मूड में नहीं है. और इसका असर मार्केट में ट्रिकल होता दिखा. 

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और ये गिरावट बस शेयर मार्केट्स तक नहीं रही, क्रिप्टोकरेंसी मार्केट भी बड़ा नुकसान देख रहा है. बिटकॉइन 10 पर्सेंट टूटकर 2 महीने के निचले स्तर पर आ गया था. कुछ और मेजर कॉइन्स में भी गिरावट आई. US में बॉन्ड यील्ड तो और उछल गया है, जोकि अभी 16 साल के हाई पर पहुंचा है.

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डॉलर इंडेक्स में तेजी

रुपया फोकस में रहा, वो भी गिरावट के चलते. डॉलर इंडेक्स तीन हफ्तों के हाई पर पहुंचा था, और इसके अगेंस्ट रुपये ने रिकॉर्ड गिरावट पर क्लोजिंग देखी थी. फेड मिनट्स रिलीज होने से यील्ड और डॉलर में तेजी आई है. इसका असर ऑफकोर्स सोने पर भी दिखा है. सोना लगातार कई सेशन से गिर रहा है और अभी 5 महीने के निचले स्तर पर आ गया है. कच्चा तेल इस हफ्ते लगभग 3 पर्सेंट टूटा है.

कॉरपोरेट्स से भी आईं बड़ी खबरें

दो ऐसी खबरें हैं, जिनको मेंशन करना जरूरी है, अगले हफ्ते भी ये चर्चा में रह सकती हैं. एक तो यूएस बैंकिंग सेक्टर पर रेटिंग डाउनग्रेडिंग का खतरा लगातार मंडरा रहा है. मूडीज़ ने पिछले हफ्ते कई बैंकों की रेटिंग डाउनग्रेड की थी, उसके बाद अब फिच रेटिंग्स ने भी वॉर्निंग दी है कि वो भी रेटिंग घटा सकता है. दूसरा ट्रिगर है चाइना से, जहां रियल एस्टेट की दिग्गज कंपनी है Evergrande जो बैंकरप्ट हो रही है. यूएस में कंपनी बैंकरप्सी का केस फाइल करते हुए प्रोटेक्शन और रीस्ट्रक्चरिंग डील चाहती है. और चाइना से इकोनॉमिक ग्रोथ को भी लेकर बहुत पॉजिटिव तस्वीर बनती नहीं दिख रही है. आर्थिक संकट की चिंता बनी हुई है, उनकी क्रेडिट रेटिंग भी घटाई जा सकती है. 

कैसा है अगले हफ्ते का Market Outlook?

अगर अगले हफ्ते के आउटलुक की बात करें तो रुपया हाइलाइट में रहेगा, डॉलर रुपये में कमजोरी से बाजार पर असर दिखेगा. FIIs थोड़े कॉशस होते दिख सकते हैं. मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन ने कहा कि बाजार अभी वॉलेटाइल है, क्लैरिटी नहीं है, तो इंडेक्स रेंज बाउंड रहकर ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रूड और रुपया बड़े फैक्टर होंगे क्योंकि डॉलर स्ट्रॉन्ग बना हुआ है. हालांकि, इंडिया आउटपरफॉर्म कर रहा है, लेकिन ग्लोबल क्यूज़ पर बाजार का मूड डिपेंड करेगा, तो ऐसे में उन्होंने अभी गैरजरूरी बुलिश बाइंग से बचने की सलाह दी है.