Dividend Stocks: एक शेयर की कीमत ₹89000, कंपनी देगी 3 रुपये/शेयर डिविडेंड; आखिर क्या है कंपनी का बिजनेस, देखें डीटेल
Dividend Stocks: शेयर बाजार (Share Market) में लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में पैसा लगाने पर रिटेल इन्वेस्टर को रिटर्न तो मिलता ही है लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि कंपनियां कुछ कॉरपोरेट्स ऐलान करती हैं और इसका फायदा रिटेल इन्वेस्टर को मिलता है. इसमें बोनस शेयर (Bonus Share), स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) और डिविडेंड (Dividend) भी शामिल हैं.
Dividend Stocks: स्टॉक मार्केट में निवेश पर स्टॉक पर मिलने वाले रिटर्न के अलावा भी कमाने के कई मौके रहते हैं. शेयर बाजार (Share Market) में लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में पैसा लगाने पर रिटेल इन्वेस्टर को रिटर्न तो मिलता ही है लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि कंपनियां कुछ कॉरपोरेट्स ऐलान करती हैं और इसका फायदा रिटेल इन्वेस्टर को मिलता है. इसमें बोनस शेयर (Bonus Share), स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) और डिविडेंड (Dividend) भी शामिल हैं. डिविडेंड के दौरान निवेशकों को अतिरिक्त मुनाफे की कमाई होती है. ये मुनाफा इन्वेस्टर के सीधे बैंक खाते में आता है. ऐसी ही एक कंपनी MRF है. टायर बनाने वाली कंपनी ने 3 रुपये प्रति इक्विटी शेयर अंतरिम डिविडेंड का एलान किया है. कंपनी के एक स्टॉक की कीमत 89,000 रुपये है.
BSE की दी जानकारी के मुताबिक, MRF के बोर्ड ने अपने 31 मार्च 2023 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए 3 रुपये प्रति इक्विटी शेयर दूसरे अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी दी है. कंपनी ने अंतरिम डिविडेंड के भुगतान के लिए 21 फरवरी 2023 की रिकॉर्ड डेट तय की है. डिविडेंड क भुगतान 6 मार्च 2023 या उसके बाद किया जाएगा. बीते 5 साल में कंपनी कुल 450 रुपये का डिविडेंड दे चुकी है. 3 रुपये प्रति शेयर अंतरिम डिविडेंड का मतलब कि डिविडेंड यील्ड 0.003 फीसदी है. 9 फरवरी 2023 को MRF का भाव 3.55 फीसदी गिरकर 89,000 रुपये पर बंद हुआ.
MRF: कैसे रहे Q3 नतीजे
टायर बनाने वाली कंपनी MRF का अक्टूबर-दिसंबर 2022 को समाप्त तिमाही में नेट प्रॉफिट 17 फीसदी उछलकर 175 करोड़ हो गया. एक साल पहले की इसी तिमाही में 149 करोड़ रुपये था. वहीं, दिसंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 15 फीसदी उछलकर 5,645 करोड़ रुपये हो गया. Q3FY22 में कंपनी का रेवेन्यू 4,920 करोड़ रुपये रहा था.
क्या है कंपनी का बिजनेस
MRF टायर, ट्यूब्स, फ्लैब्स, ट्रेड रबर की मैन्युफैक्चरिंग और रबर और रबर केमिकल्स की ट्रेडिंग के बिजनेस से जुड़ी है. कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि कंपनी बोर्ड अरुण मेमन को मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर दोबारा नियुक्ति की मंजूरी दे दी है. उनकी डेजिग्नेशन 'वायस चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्ट' होगी. यह नियुक्त अगले 5 साल के लिए 1 अप्रैल 2023 से प्रभावी मानी जाएगी.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)