Ola Electric Share to Buy: देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक 2-व्‍हीकल्‍स कंपनी ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के स्‍टॉक में शुक्रवार (16 अगस्‍त) को बाजार खुलते ही धुआंधार तेजी आई. स्‍टॉक में एक बार फिर 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा. कंपनी में हाल ही में शेयर बाजार में लिस्‍ट हुई है. ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी पहली तिमाही के नतीजे जारी किए. इसमें कंपनी का मार्केट शेयर बढ़कर 49 फीसदी हो गया. दमदार आउटलुक के चलते ब्रोकरेह हाउस  HSBC ने Ola Electric पर कवरेज की शुरुआत की है. लिस्टिंग के बाद हफ्ते भर में ही शेयर 42 फीसदी उछल गया है. 

Ola Electric: ₹140 है नया लॉन्‍ग टर्म टारगेट  

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HSBC ने Ola Electric पर Buy रेटिंग के साथ कवरेज की शुरुआत की है. ब्रोकरेज ने लॉन्‍ग टर्म के लिए प्रति शेयर टारगेट 140 रुपये रखा है. शुक्रवार को स्‍टॉक में जोरदार तेजी आई और शेयर में 132.76 पर 20 फीसदी का अपर सर्किट लग गया. 14 अगस्‍त 2024 को शेयर का भाव 110.64 पर बंद हुआ था. 

Ola Electric: क्‍या है ब्रोकरेज की राय 

HSBC का कहना है क‍ि FY27/28 तक EV मैन्‍युफैक्‍चरिंग की लागत में तेजी से कम होगी. जबक‍ि एमिशन स्‍टैंडर्ड के चलते ICE स्‍कूटर्स की लागत में इजाफा हो सकता है. e2W पर स्चिव करने की दिक्‍कतें कम हो सकती है. ओला का बैटरी वेंचर सफल हो सकता है. निरंतर रेगुलेटरी सपोर्ट के चलते ओला का निवेश सही लग रहा है. ओला की क्षमता लागत कम करने की है और अपने बैटरी वेंचर में पॉजिटिव रिस्‍क-रिवॉर्ड है.  हालांकि बैटरी प्‍लांट इश्‍यू और e2Ws का धीमी पेनिट्रेशन एक अहम डाउनसाइड रिस्‍क है.

Ola Electric: कैसी थी लिस्टिंग

Ola Electric का 6,145 करोड़ रुपये के आईपीओ (Ola IPO Listing) 9 अगस्‍त भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट हुआ. कंपनी ने शेयर बाजार में फ्लैट लिस्टिंग दिखाई. NSE पर 76 रुपये पर लिस्ट हुआ है, जोकि इसका इशू प्राइस था. वहीं, BSE पर ये 75.99 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ. हालांकि, इसके बाद शेयरों में जबरदस्त तेजी आई और स्टॉक में 17% से ज्यादा की तेजी आई और इसने 89.60 रुपये का इंट्राडे हाई बनाया था. 

Ola Electric: कैसा रहा Q1 रिजल्‍ट

ओला इलेक्ट्रिक ने लिस्टिंग के बाद पहली तिमाही (Q1FY25) का रिजल्ट जारी किया है. रेवेन्यू में सालाना आधार पर 34.32%  का ग्रोथ दर्ज किया गया और यह 1718 करोड़ रुपये रहा. मार्केट शेयर 48.63 हो गया. एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 1279 करोड़ रुपये था. किसी एक  तिमाही में कंपनी का यह अब तक का सबसे ज्यादा रेवेन्यू रहा है. हालांक‍ि, कंपनी का घाटा 267 करोड़ रुपये से बढ़कर 347 करोड़ रुपये हो गया.  मार्च तिमाही में कंपनी को 416 करोड़ का घाटा हुआ था.

जून तिमाही में कंपनी का EBITDA यानी ऑपरेशनल लॉस 205 करोड़ रुपए रहा जो एक साल पहले जून 2023 तिमाही में 218 करोड़ रुपए रहा था. कंपनी ने कहा कि ऑटोमोटिव सेगमेंट के कामकाज में बड़ा सुधार आया है. यह EBITDA आधार पर ब्रेक-इवन पर है. ऑटोमोटिव सेगमेंट का एबिटा मार्जिन -1.97% रहा जो एक साल पहले -8.29% था. इसमें 632 bps का सुधार आया है.

 

(डिस्‍क्‍लमेर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)