HDFC Bank Share Price: तीसरी तिमाही के रिजल्ट के बाद प्राइवेट सेक्टर के दिग्गज HDFC Bank के शेयर में जोरदार बिकवाली देखने को मिल रही है. दो दिनों से जारी गिरावट में यह स्टॉक 12 फीसदी टूट चुका है. यह शेयर 1500 रुपए के नीचे कारोबार कर रहा है. यहां निवेशकों के मन में बड़ा सवाल उठता है कि उन्हें इस स्टॉक में क्या करना चाहिए.  मार्केट गुरु अनिल सिंघवी का मानना है कि ब्लूचिप स्टॉक में निवेश के लिहाज से यह वन्स इन ए लाइफ टाइम अपॉर्च्युनिटी की तरह है.

Short Blast SIP से करें निवेश

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अनिल सिंघवी ने कहा कि लॉन्ग टर्म निवेशकों को  HDFC Bank में Short Blast SIP की स्ट्रैटिजी अपनानी चाहिए. जिस वैल्युएशन पर यह स्टॉक मिल रहा है, शायद फिर से निवेशकों को फिर से मौका नहीं मिले. उन्होंने कहा कि HDFC Bank Share में हर 5-5 फीसदी की गिरावट पर 25-25 फीसदी का निवेश करें. अभी यह शेयर कितना और फिसलेगा यह नहीं बता सकता, लेकिन अगर निचले स्तरों पर मिलता है तो टुकड़ों में खरीदारी करते रहें.

गिरावट का फायदा उठाएं लॉन्ग टर्म निवेशक

HDFC Bank Share में खरीदारी को लेकर अनिल सिंघवी ने कहा कि Q3 का रिजल्ट ऑपरेशन कमजोर रहा. बैंक के साथ किसी तरह की क्राइसिस नहीं है. यह देश का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर बैंक है. विदेशी निवेशकों के पास 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है. 35 लाख करोड़ रुपए का बैलेंसशीट है. मैनेजमेंट एफिशिएंट है. हाल ही में HDFC Ltd का मर्जर हुआ है. ऐसे में यह ऑपरेशनल क्राइसिस है. इसका प्रदर्शन जरूर बेहतर होगा. कब होगा उसके लिए 1-2 तिमाही का इंतजार करना होगा.

2-3 साल के लिहाज से खरीदें यह ब्लूचिप स्टॉक

मार्केट गुरु ने कहा कि जो निवेशक हैं वे अपने पोर्टपोलियो में क्वॉलिटी ब्लूचिप स्टॉक को लंबे समय के लिए होल्ड करना चाहते हैं. HDFC Bank Share इस समय ऐसे निवेशकों के लिए सुटेबल विकल्प है. आपको यह समझने की जरूरत है कि क्वॉलिटी स्टॉक्स अच्छे टाइम पर सस्ते में नहीं मिल सकता है. अभी इस बैंक के सामने ऑपरेशनल परेशानी है जो लॉन्ग टर्म निवेश का विकल्प दे रहा है. अगर अभी खरीद लिया तो 2-3 सालों में यह दमदार रिटर्न दे सकता है.

FII, DII के पास 84% के करीब हिस्सेदारी

HDFC Bank के शेयर होल्डिंग पैटर्न की बात करें तो Q3 आधार पर FII के पास 52.31% हिस्सेदारी है. Q2 में यह 52.13% था. DII के पास 30.79% हिस्सेदारी है जो Q2 में 30.64% थी. डीआईआई कैटिगरी में Mutual Funds ने अपनी हिस्सेदारी तिमाही आधार पर 19.71% से घटाकर 19.45% कर दी है. 556 की जगह 546 म्यूचुअल फंड स्कीम का पैसा इसमें लगा है.

HDFC Bank में इतनी बड़ी गिरावट का कारण क्या है?

HDFC Bank Share में इतनी बड़ी गिरावट का कारण ये है कि LDR यानी लोन-टू-डिपॉजिट ग्रोथ घट रहा है. नेट इंटरेस्ट मार्जिन लगातार दबाव में है. नए ब्रांच खोलने को लेकर मैनेजमेंड ने गाइडेंस कमजोर जारी किया है. प्रोविजनिंग में बढ़त दर्ज की गई है. मार्जिन में सुधार के लिए डिपॉजिट बढ़ाने होंगे. जानकारों का ये भी मानना है कि आने वाले समय में जब RBI इंटरेस्ट रेट में कटौती करेगा तो बैंकिंग सेक्टर और इस बैंक की चुनौती कम होगी.