Dividend Stock: शेयर बाजार में हफ्ते के पहले कारोबारी दिन जबरदस्त एक्शन है. खबरों के दम पर चुनिंदा स्टॉक्स में फोकस में हैं. ऐसा ही एक शेयर फर्टिलाइजर सेक्टर का है, जिसने अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है. शेयर का नाम है EID Parry. कंपनी की आज बोर्ड मीटिंग थी. इसमें 400 फीसदी के अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी मिल गई है. डिविडेंड के ऐलान के बाद शेयर में निचले स्तरों से जोरदार तेजी भी देखने को मिल रही है. BSE पर शेयर करीब एक फीसदी की मजबूती के साथ 495 रुपए के प्राइस पर ट्रेड कर रहा है. 

कब खाते में आएगी डिविडेंड की रकम

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एक्सचेंज को दी जानकारी के मुताबिक EID Parry ने FY23 के लिए दूसरे अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है. इसके तहत 1 रुपए के फेस वैल्यू पर 4 रुपए प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया. यानी शेयरहोल्डर्स को प्रति शेयर 400% के अंतरिम डिविडेंड मिलेगा. कंपनी की बोर्ड मीटिंग जोकि 10 अप्रैल को हुई इसमें 21 अप्रैल, 2023 को रिकॉर्ड डेट फिक्स किया गया. निवेशकों को अंतरिम डिविडेंड की रकम 3 मई, 2023 को या उसके बाद मिल जाएगा. हालांकि, कंपनी एक्ट , 2013 के तहत अंतरिम डिविडेंड रकम ऐलान के 30 दिन के अंदर ही मिल जानी चाहिए.

शेयर का प्रदर्शन

EID Parry का शेयर बीते 5 कारोबारी दिनों में शेयर ने निवेशकों को 5.4% तक का पॉजिटिव रिटर्न दे चुका है. लेकिन 6 महीने की अवधि में शेयर 18% तक टूट चुका है. शेयर BSE पर 495 रुपए के भाव पर ट्रेड कर रहा है. लेकिन शेयर का 52-वीक हाई 673.30 रुपए है, जोकि उसने 20 अक्टूबर, 2022 को बनाया था. शेयर का कुल मार्केट कैप 8,787 करोड़ रुपए है. 

डिविडेंड क्या होता है?

डिविडेंड वो पेमेंट हैं जो एक कॅार्पोरेशन अपने शेयरहोल्डर को करता है. NSE की आधिकारिक वेबसाइट में दिए गए जवाब के अनुसार, जब आप डिविडेंड का पेमेंट करने वाले शेयरों के मालिक होते हैं, तो आपको कंपनी के मुनाफे के एक हिस्से का भुगतान किया जाता है. जो आपको इनकम अर्न करने में मदद कर सकता है. डिविडेंड को पे करने वाली कंपनी के शेयर होल्डर तब तक एलिजिबल होते हैं जब तक डिविडेंड प्री-डेट से पहले उनके पास होता है. डिविडेंड का पमेंट कंपनी की रिटेन्ड अर्निंग से भी किया जा सकता है. जो सालों से जमा किए गए प्रॅाफिट का एक प्रकार का सेविंग अकाउंट है. कंपनियां स्टॉक में डिविडेंड का पेमेंट भी कर सकती हैं. जिसका मतलब है कि वे कैश के बजाय इक्विटी शेयर देती हैं. डिविडेंड को देने या न देने का फैसला खुद कंपनी का होता है. कंपनी के शेयरों को डिविडेंड यील्ड स्टॅाक्स कहते हैं. ज्यादातर पीएसयू सेक्टर की कंपनियां शेयरहोल्डर को डिविडेंड देती हैं.