इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन कंपनी ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने आईपीओ (IPO) के माध्यम से पैसे जुटाने के लिए शुक्रवार को बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं. यह 20 से अधिक साल में भारत में किसी वाहन विनिर्माता का पहला आईपीओ होगा. वहीं अगर इलेक्ट्रिक व्हीकल की बात करें तो यह भारत की पहली इलेक्ट्रिक कंपनी होगी, जो शेयर बाजार में लिस्ट होगी. काफी दिनों से लोगों को ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ को इंतजार था, जो अब पूरा होने वाला है. हालांकि, अभी इस आईपीओ के शेयरों की कीमत और तारीख के बारे में जानकारी आना बाकी है.

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सेबी में दाखिल दस्तावेजों के अनुसार, यह आईपीओ करीब 5,500 करोड़ रुपये तक के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा 9,51,91,195 इक्विटी शेयरों को ओएफएस के तहत जारी किया जाएगा. कम से कम 75 फीसदी शेयर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व रहेंगे और 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए होंगे. इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा 10 फीसदी इक्विटी शेयर रिटेल ग्राहकों के लिए रिजर्व रखे जाएंगे.

क्या होगा जुटाए गए पैसों का?

आईपीओ से मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल ओला गिगाफैक्ट्री प्रोजेक्ट के लिए ओसीटी के साथ-साथ कुछ कर्ज चुकाने के लिए होगा. वहीं कुछ जरूरी खर्चों के लिए भी इन पैसों का इस्तेमाल होगा. इसके अलावा ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ से मिले पैसों का एक हिस्सा रिसर्च एंड डेवलपमेंट में खर्च करेगी.

जून के महीने से ही ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. उस वक्त खबर आई थी कि कंपनी करीब 1 अरब डॉलर यानी करीब 8300 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की प्लानिंग कर रही है. हालांकि, अब तस्वीर साफ हो गई है और कंपनी 5500 करोड़ रुपये का आईपीओ ला रही है.

भारी नुकसान में है ये कंपनी

ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाती है. सॉफ्टबैंक और Temasek जैसे दिग्गज निवेशकों से इसकी बैकिंग है. कंपनी ने दिसंबर 2021 में अपनी सेल शुरू की थी और तब से अब तक करीब 3.53 लाख यूनिट बेच चुकी है. भाविश अग्रवाल के ओला इलेक्ट्रिक ने वित्त वर्ष 2023 में करीब 1472 करोड़ रुपये का घाटा उठाया था, जो इससे पहले के साथ की तुलना में लगभग दोगुना था. 2022 में कंपनी को 784.1 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.