भारतीय बाजार हो या फिर ग्लोबल मार्केट सोने के भाव लगातार बढ़ रहे. MCX और कॉमैक्स सोना ऑल टाइम हाई पर ट्रेड कर रहा. बढ़ते जियो-पॉलिटिकल टेंशन के बीच निवेशक इसे सुरक्षित इन्वेस्टमेंट टूल के तौर पर देख रहे, तो रिटेल खरीदारों के लिए बजट से बाहर जाता भाव है. आउटलुक की बात करें ब्रोकरेज फर्म और दिग्गज एक्सपर्ट गोल्ड पर बुलिश हैं. लेकिन कईयों के मन में सवाल भी है कि आखिर सोने की चमक इतनी क्यों बढ़ रही? जबकि जून पॉलिसी में ब्याज दरें घटने को लेकर एनलिस्ट्स इतना नहीं भरोसा जता रहे, जितना सोने का भाव बढ़ रहा. 

गोल्ड की तेजी पर उठ रहे सवाल 

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सोने की कीमतों में जारी रिकॉर्डतोड़ तेजी पर सवाल भी उठ रहे हैं. कुछ एनलिस्ट्स गोल्ड की बड़ी तेजी में पेपर ट्रेडिंग का शक जता रहे हैं. पेपर ट्रेडिंग मतलब बिना एक्सपोजर के ट्रेड करना. ये तेजी तब है जब US फेड जून पॉलिसी में ब्याज दरों में कटौती करेगा पर अभी भी कई सवाल हैं. 

आखिर कहां तक जाएगा सोने का भाव?

ऑल टाइम हाई पर ट्रेड कर रहे गोल्ड पर कई ब्रोकरेज फर्म और एक्सपर्ट्स ने चौंकाने वाले टार्गेट दिए हैं. इसके तहत ग्लोबल एजेंसियों ने तो गोल्ड पर 3,000 डॉलर प्रति ऑन्स तक का टारगेट दिया है. इसमें बैंक ऑफ अमेरिका, David Rosenberg और सिटी का अनुमान शामिल हैं. बैंक ऑफ अमेरिका के मुताबिक 2025 तक गोल्ड 3,000 डॉलर प्रति ऑन्स तक पहुंच सकता है. पहले BoA का एक साल का टार्गेट 2400 डॉलर था. सोने पर David Rosenberg और CITI का भी 3,000 डॉलर का टारगेट है. 

गोल्ड की तेजी पर एक्सपर्ट का नजरिया 

दुनिया के जानेमाने बुलियन एक्सपर्ट ने सोने में जारी तेजी को लेकर कहा कि निवेशकों का भरोसा US डॉलर पर से उठ रहा है. खास बात ये है कि सेंट्रल बैंकों का भरोसा गोल्ड पर सबसे ज्यादा है. यही वजह है कि चीन का सेंट्रल बैंक लगातार 17 महीने से गोल्ड खरीद रहा है. उन्होंने कहा कि गोल्ड की फिजिकल डिमांड में भी अच्छी ग्रोथ देखने को मिल रही है.

सोने की चमक बरकरार

भारतीय बाजार में MCX पर सोना 71,700 रुपए प्रति 10 ग्राम के ऊपर पहुंचा. ग्लोबल मार्केट में भी भाव 2,375 डॉलर प्रति ऑन्स के पास है. वहीं, चांदी एक महीने में 10 फीसदी मजबूत होकर 83,000 रुपए प्रति किलोग्राम के पार निकल गई है. 

शंघाई फ्यूचर्स ने लगाया लिमिट 

ब्लूमबर्ग के हवाले से आई खबरों के मुताबिक शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज ने ट्रेड लिमिट लगाई है. इसके तहत गोल्ड फ्यूचर्स पर 2800 लॉट, क्रूड ऑयल फ्यूचर्स पर 3200 लॉट और कॉपर फ्यूचर्स पर 2000 लॉट की लिमिट लगाई है. नई लिमिट 12 अप्रैल से लागू होंगी.