माधबी बुच की सफाई के बाद कांग्रेस ने लगाया नया आरोप, लिस्टेड कंपनियों में की ट्रेडिंग
कांग्रेस ने SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर नए आरोप लगाया है. बुच पर लिस्टेड कंपनियों में ट्रेडिंग का आरोप है. इसके अलावा उनपर चाइनीज फंड्स में भी निवेश का आरोप लगाया है.
SEBI Chief Madhabi Puri Buch
SEBI Chief Madhabi Puri Buch
कांग्रेस पार्टी की तरफ से मार्केट रेग्युलेटर SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच पर नए आरोप लगाए गए हैं. सेबी चीफ को लेकर कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नए आरोपों के बारे में बताया गया. पार्टी की तरफ से कहा गया कि उन्होंने ट्रेडिंग में पैसा लगाया. उन्होंने पद पर रहते हुए लिस्टेड कंपनियों में ट्रेडिंग की जो गलत है. इसके अलावा उन्होंने चाइनीज फंड्स में भी निवेश किया है.
SEBI कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन
यह कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन है. उन्होंने सेबी के सेक्शन-5 का उल्लंघन किया है. ये हितों के टकराव का मामला है. 'कंपनियों ने अगोरा को पेमेंट की बात मानी' इसके अलावा उनके पति धवल बुच को भी पैसे दिए गए थे. हितों के टकराव से नुकसान निवेशकों को होता है. कांग्रेस ने कहा कि सवाल सेबी चीफ के दफ्तर पर है जो काफी गंभीर हैं.
इंटरनेशनल फंड्स में भी पैसा लगाया है
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि इस तरह के ट्रांजैक्शन 2017-2023 के बीच किए गए. उस समय वह सेबी के लिए होल टाइम मेंबर थी. खेड़ा ने चार इंटरनेशनल फंड्स के नाम भी बताए हैं जिनमें बुच में पैसा लगाया है. बता दें कि कांग्रेस का बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले माधबी बुच और उनके पति की तरफ से तमाम आरोपों पर डीटेल में सफाई जारी किया गया था.
बुच ने तमाम आरोपों पर दी थी सफाई
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
बता दें कि SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के नाम से शुक्रवार को एक स्टेटमेंट जारी किया गया था. उन्होंने अपनी निष्ठा पर उठे सवालों और चलाए जा रहे 'दुष्प्रचार' का खंडन किया है. यह बयान हिंडनबर्ग के आरोपों के जवाब में आया है, जिसमें SEBI की कार्यशैली और बुच की व्यक्तिगत साख पर सवाल उठाए गए थे. बुच ने अपने बयान में कहा, हमारे कार्यकाल के दौरान SEBI की साख और विश्वसनीयता पर बार-बार सवाल उठाए गए हैं. कुछ तत्व हमारे खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चला रहे हैं, जो न केवल दुर्भावनापूर्ण हैं, बल्कि पूरी तरह से निराधार भी हैं. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में उन्होंने ICICI समूह की किसी भी कंपनी से कोई डील नहीं की है.
02:35 PM IST