कुछ वक्त पहले सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) पर 28 फीसदी जीएसटी लगाने का फैसला किया था. उसके बाद से अब तक बहुत सारी गेमिंग कंपनियां बंद हो चुकी हैं. इसी बीच अब गुरुग्राम के रीयल मनी गेमिंग (Real Money Gaming) प्लेटफॉर्म Fantok ने भी अपने ऑपरेशन बंद करने की घोषणा की है. इस स्टार्टअप (Startup) ने कहा है कि जीएसटी (GST) काउंसिल की तरफ से 28 फीसदी जीएसटी लगाए जाने के फैसले का बिजनेस पर बहुत ही बुरा असर पड़ रहा है.

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इस प्लेटफॉर्म ने एक लिंक्डइन पोस्ट कर के बिजनेस बंद करने की घोषणा की है. पोस्ट में लिखा है कि रीयल मनी गेमिंग सेक्टर पर जीएसटी लगाए जाने की वजह से कंपनी को दिक्कत हो रही है, इसलिए ऐसा सख्त कदम उठाया जा रहा है. कंपनी के को-फाउंडर रौनक आहूजा ने कहा है कि अभी अस्थाई तौर पर बिजनेस बंद कर के कंपनी को ये सोचने का मौका मिलेगा कि उसे इस दिशा में कैसे आगे बढ़ना है. यह भी समझने में आसानी होगी कि क्या हमें इस बिजनेस को छोड़कर किसी दूसरे बिजनेस में घुसने की जरूरत है.

2022 में शुरू हुई थी ये कंपनी

Fantok एक रीयल मनी गेमिंग ऐप है, जिसकी शुरुआत साल 2022 में रौनक आहूजा, प्रखर सक्सेना और अशोक विश्वकर्मा ने की थी. यह एक बूटस्ट्रैप्ड स्टार्टअप है, यानी अभी तक इसने कोई फंडिंग नहीं उठाई है. गुरुग्राम की इस कंपनी का दावा है कि सिर्फ 3 महीनों में ही इसके ऐप के करीब 15 हजार से भी अधिक डाउनलोड हो चुके हैं. वहीं इस ऐप पर करीब 130 क्रिएटर्स की कम्युनिटी भी है, जिन्होंने इस प्लेटफॉर्म पर गेम्स कॉन्ट्रिब्यूट किए हैं.

GST के चलते कई बिजनेस बंद, तगड़ी छंटनी

इसी महीने की शुरुआत में मोबाइल प्रीमियर लीग ने करीब 350 लोगों को नौकरी से निकाल दिया था. वहीं स्पार्टन पोकर ने करीब 125 लोगों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. यह सब सिर्फ इसलिए हुआ, क्योंकि जीएसटी की नई दरों की वजह से टैक्स का बोझ 350-400 गुना तक बढ़ गया है. Hike Rush Gaming Universe ने भी इसी वजह से करीब 22 फीसदी लोगों को नौकरी से निकाल दिया था. हाल ही में क्रिप्टो गेमिंग प्लेटफॉर्म One World Nation (OWN) और गेमिंग स्टार्टअप Quizy ने भी भारी-भरकम जीएसटी की वजह से अपने बिजनेस बंद कर दिए. सरकार से पूरी गेमिंग इंडस्ट्री जीएसटी पर फिर से विचार करने को कह रही है, लेकिन अभी तक सरकार ने इसे कम नहीं किया है.